राष्ट्रमंडल खेल : बिहार की बेटी श्रेयसी ने जीता गोल्ड, मां-बहन को दिया सफलता का श्रेय, सरकार देगी 50 लाख रुपये
महिलाओं की डबल ट्रैप स्पर्धा में दिलाया 12वां स्वर्ण पदक ब्रिस्बेन : जमुई जिले (बिहार)की निवासी श्रेयसी सिंह ने 21वें राष्ट्रमंडल खेलों में महिलाओं की डबल ट्रैप स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतकर निशानेबाजी रेंज पर भारत का शानदार प्रदर्शन बरकरार रखा. यह इस टूर्नामेंट में भारत का 12वां गोल्ड है. श्रेयसी ने फाइनल में 96 […]
महिलाओं की डबल ट्रैप स्पर्धा में दिलाया 12वां स्वर्ण पदक
ब्रिस्बेन : जमुई जिले (बिहार)की निवासी श्रेयसी सिंह ने 21वें राष्ट्रमंडल खेलों में महिलाओं की डबल ट्रैप स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतकर निशानेबाजी रेंज पर भारत का शानदार प्रदर्शन बरकरार रखा. यह इस टूर्नामेंट में भारत का 12वां गोल्ड है.
श्रेयसी ने फाइनल में 96 स्कोर हासिल कर ऑस्ट्रेलिया की एम्मा काक्स को हराया. शूटऑफ में श्रेयसी ने दो और एम्मा ने एक निशाना लगाया. भारत की वर्षा वर्मन 86 के स्कोर के साथ चौथे स्थान पर रहीं. कांस्य पदक स्काटलैंड की लिंडा पीयरसन ने 87 अंकों के साथ जीता. श्रेयसी इसके पहले 2014 कॉमनवेल्थ गेम में रजत पदक जीता था. श्रेयसी के पिता दिवंगत दिग्विजय सिंह भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ के अध्यक्ष रह चुके है, जिसके कारण वह इस खेल से जुड़ीं थी. वहीं दादा भी संघ के अध्यक्ष रह चुके हैं.
यह पदक मेरे कैरियर के लिए ‘मील का पत्थर’
गोल्ड कोस्ट . निशानेबाज श्रेयसी सिंह ने राष्ट्रमंडल खेलों के 21 वें चरण में डबल ट्रैप स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीतने के बाद इसे अपने करियर के लिए‘ मील का पत्थर ‘ करार दिया. यह स्वर्ण उनके लिए इसलिए भी विशेष है क्योंकि अगले निशानेबाजी की स्पर्धा राष्ट्रमंडल खेलों का हिस्सा नहीं होगी, लेकिन 2010 राष्ट्रमंडल खेलों में जब वह खेलने गयी थी , उससे पहले उनके पिता का निधन हो गया था तो वह पूरी तरह से टूटी हुई थीं. उन्होंने देश को 12वां स्वर्ण पदक दिलाने के बाद कहा, यह पदक मेरे लिए मील के पत्थर होगा.
उन्होंने कहा, ‘‘यह मेरे करियर का सबसे बड़ा पदक है, सबसे ऊपर. यह काफी विशेष भी है क्योंकि निशानेबाजी 2022 राष्ट्रमंडल खेलों का हिस्सा नहीं होगी. 26 वर्षीय निशानेबाज ने कहा, ‘‘यह पदक लंबे समय तक प्रेरित करता रहेगा . उन्होंने कहा, ‘‘मैं निश्चित रूप से नर्वस थी लेकिन साथ ही आत्मविश्वास से भी भरी थी. सच कहूं तो मैं चुनौती के लिए तैयारी थी, मैं किसी भी हालत में पीछे हटने को तैयार नहीं थी. अगर आप पूछोगे कि अभी मैं कैसा महसूस कर रही हूं तो यह सिर्फ खुशी ही है.
विधानसभा अध्यक्ष ने दी शुभकामना
श्रेयसी सिंह को विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने शुभकामना दी है. उन्होंने कहा है कि बिहार की बेटी ने न सिर्फ बिहार का बल्कि देश का नाम रोशन किया है. इससे बिहार सहित पूरे देशवासी गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने श्रेयसी को दीं शुभकामनाएं
सीएम नीतीश कुमार ने कॉमनवेल्थ खेल में निशानेबाजी की डबल ट्रैप प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय महिला निशानेबाज श्रेयसी को शुभकामनाएं दी हैं. वह बिहार की निवासी हैं. मुख्यमंत्री ने उनको शुभकामना दी है और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है. मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रेयसी सिंह ने कॉमनवेल्थ खेलों में स्वर्ण पदक जीतकर राज्य एवं देश को मान बढ़ाया है. श्रेयसी सिंह प्रगति की ऊंचाई के शीर्ष पर पहुंचे और प्रदेश एवं देश का नाम रोशन करती रहें, ऐसी कामना है.
मां और बहन को अपनी सफलता का दिया श्रेय
श्रेयसी ने सफलता का श्रेय कोच, मां और बहन को दिया है. उन्होंने कहा कि मेरी मां ने तमाम परेशानियों के बाद भी पूरे जीवन मुझे सपोर्ट किया, जिसके चलते मैं आज कामयाब हो पायी हूं. मुझे बहुत अच्छा लग रहा है. 2014 में मैंने रजत जीता था और मैं बहुत दुखी थी. मैंने शूटआॅफ में संयम बनाये रखा और खुशी है कि शत प्रतिशत दे सकी.
राज्य सरकार देगी 50 लाख रुपये
राज्यपाल ने दी बधाई
राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने श्रेयसी सिंह को बधाई दी है. उन्होंने कहा है कि श्रेयसी ने स्वर्ण पदक प्राप्त कर अपने राज्य बिहार तथा भारत का नाम पूरी दुनिया में रोशन किया है.
राष्ट्रमंडल में गोल्ड मेडल जीतने वाली श्रेयसी को बिहार सरकार 50 लाख रुपये देगी. 29 अगस्त को ध्यानचंद के जन्मदिवस में पर होनेवाले खेल सम्मान समारोह में सम्मानित किया जायेगा. इसके पहले 2014 में भी राज्य सरकार ने श्रेयसी को 10 लाख रुपये देकर विशेष सम्मान से नवाजा था.
महिला गोल्ड मेडलिस्ट
खिलाड़ी इवेंट
श्रेयसी सिंह डबल ट्रैप
हीना सिद्धू 25 मीटर पिस्टल
भारतीय महिला टेटे टीम
मनु भाकर 10 मी. एयर पिस्टल
पुनम यादव वेटलिफ्टिंग
संजिता चानू वेटलिफ्टिंग
मीरा बाई चानू वेटलिफ्टिंग
इनसे उम्मीदें
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