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बिहार : आंधी-पानी से शाम को ही हो गयी रात, पूर्वी उत्तर प्रदेश व लगे क्षेत्रों में बारिश का अलर्ट

बारिश के बाद सुहाना हुआ मौसम, कई जगहों से पेड़ गिरने की खबर पटना : शहर में बुधवार को हुई बारिश के बाद मौसम सुहाना हो गया. दिन में लगभग साढ़े चार बजे तेज आंधी के साथ मौसम में बदलाव आया. लगभग 60 किमी की रफ्तार से पछुआ हवा चली. तेज हवा से साथ आसमान […]

बारिश के बाद सुहाना हुआ मौसम, कई जगहों से पेड़ गिरने की खबर
पटना : शहर में बुधवार को हुई बारिश के बाद मौसम सुहाना हो गया. दिन में लगभग साढ़े चार बजे तेज आंधी के साथ मौसम में बदलाव आया. लगभग 60 किमी की रफ्तार से पछुआ हवा चली. तेज हवा से साथ आसमान में बादलों ने अपना डेरा जमा लिया. लगभग आधे घंटे से अधिक समय तक बादल इतने गहरे थे कि दिन में ही अंधेरा छा गया. स्थिति लगभग रात जैसी हो गयी. मौसम में बदलाव के बाद सड़क पर दिन में ही लोग वाहनों की लाइटें जला कर चलने लगे.
लोगों तेज हवा के बारिश के बाद लोग सड़क के किनारे ठहर गये. आसमान में बिजली कड़कने से पूरा माहौल मानसून जैसा बन गया था. इस दौरान शहर में कई जगहों पर पड़े गिरने के साथ थोड़ी देर के लिए तेज बारिश भी हुई. गौरतलब है कि बीते एक सप्ताह में बुधवार का मौसम काफी गर्म रहा था. अधिकतम तापमान 36.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जबकि न्यूनतम तापमान 21.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
दो दिनों तक बारिश की संभावना :
मौसम केंद्र के अनुसार अगले दो दिनों तक मौसम में बदलाव जारी रहेगा. गरज के साथ तेज बारिश व धूल भरी आंधी चलने की संभावना है. मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार साईक्लोनिक सिस्टम में बदलाव के कारण पूर्वी उत्तर प्रदेश व उससे लगे क्षेत्रों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. इस दौरान तापमान 35 डिग्री से लेकर 22 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है.
पटना. बुधवार की शाम अपराह्न चार बजे के बाद अचानक काले मेघ छा गये. धूल का गुबार लिये आंधी भी आयी. इसके चलते शहर में कुछ समय के लिए अंधेरा सा छा गया. इस दरम्यान जोरदार बादल गरजे. बिजली तड़की, रिमझिम बारिश भी हुई. जिससे शहर की आबोहवा में ठंडक पसर गयी. थंडर स्टॉर्म (गरज के साथ बारिश, अांधी, ठंडी तेज नमी युक्त हवा, बिजली चमकना आदि वायुमंडलीय परिवर्तन) की यह प्रवृत्ति अभी कुछ दिन और चलती रहेगी.
एक्सपर्ट के मुताबिक इस साल समर रेन ठीक-ठाक हाे सकती है. हालांकि थंडर स्टोर्म बिहार में फसलों को चौपट कर रहे हैं. ऐसे में किसानों के माथे पर सलवटें पड़ना स्वाभाविक है.
क्या है कारण : जलवायु पर आधिकारिक जानकारों के मुताबिक मार्च माह में तापमान 38 डिग्री सेल्सियस का छू जाना, प्रति चक्रवात की लगातार बनी हुई सक्रियता बिहार के लिए सिरदर्द बन गयी है. लगातार ठंडी हवाओं के बाद भी अप्रैल में तापमान 32 डिग्री सेल्सियस से अधिक बना हुआ है.
बुधवार को भी तापमान 36 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा. इन्हीं परिस्थितियों में धरती का तापमान बढ़ गया. इसके चलते नमी वायुमंडल में जा पहुंची. जहां गर्म हवाओं के प्रभाव से वह नमी थंडर स्टॉर्म के रूप में बुधवार को सामने आयी.
अगले कुछ दिनों तक थंडर स्टॉर्म की स्थित बनी रहेगी : विशेषज्ञों के मुताबिक साइक्लोनिक दशाएं, गर्म हवाएं या धरती की लगातार बढ़ रहा तापमान थंडर स्टॉर्म जैसी मौसमी दशाओं को जन्म देता है. ये सभी दशाएं इन दिनों बिहार में मौजूद हैं.
एक्सपर्ट के मुताबिक सतह का तापमान जैसे ही अधिक होता है, वायु में मौजूद नमी वायुमंडल में पहुंच कर हवाओं में प्रभावित हो जाती है. इस दौरान ओलावृष्टि की आशंका भी बढ़ जाती है. बात साफ है कि बिहार की मौसमी दशाएं अभी और कठिन दौर में प्रवेश करेंगी. इस संदर्भ में बता दें कि क्लाइमेट चेंज की वजह से बिहार की भौगाेलिक पृष्ठभूमि में स्पष्ट विभाजन रेखा देखी जा रही है. विभाजन रेखा यह है कि उत्तरी बिहार तेजी से बाढ़ प्रभावित जोन में और दक्षिण बिहार सूखा प्रभावित होता जा रहा है.
आंधी का कहर
तेजी आंधी -पानी से युवक की मौत
मसौढ़ी. मसौढ़ी थाना के बैरीचक गांव के 35 वर्षीय दिनेश कुमार की मौत बुधवार को तेज हवा चलने के कारण तार के पेड़ पर से गिर जाने से हो गयी. बाद में मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को बरामद कर थाने ले आयी.
गेहूं की फसल को हुआ नुकसान, बिजली बाधित
बिहटा. तेज आंधी पानी से आम और गेहूं की फसल को भी भारी नुकसान हुआ है. बिजली के तारों पर पेड़ गिरने से बिजली आपूर्ति पूरी तरह चरमरा गयी. बिहटा मनेर मुख्य मार्ग में पीताम्बर नगर, बिहटा पाली मुख्य मार्ग में राघोपुर, तिनमुहानी सहित आधा दर्जन जगहों पर विशाल पेड़ गिरने से यातायात पूरी तरफ ठप हो गया.
तेज हवा से उखड़ा घर का करकट, बचे लोग
दुल्हिनबाजार. बुधवार की शाम इलाके में आयी तेज आंधी ने प्रखंड क्षेत्र के सोरमपुर गांव में एक घर के ऊपर रखे करकट उखाड़ दी, जिससे घर में मौजूद लोग बाल-बाल बच गये.
आंधी से आम व लीची को हुआ नुकसान
बिक्रम. तेज आंधी और तूफान से आम और लीची को भारी नुकसान होने की जानकारी किसानों द्वारा दी गयी है.
थंडर स्टॉर्म का असर
थंडर स्टॉर्म के चलते तापमान में तेजी से गिरावट और उसकी अधिकता से शारीरिक व्याधियां पनपेंगी. पिछले कुछ दिनों से थंडर स्टॉर्म से खासतौर पर फलोत्पादन पर असर पड़ेगा. प्रभावित होनेवाले फलों में आम और लीची हैं. इनके फूल न केवल झड़ जायेंगे, बल्कि फल भी समय पर नहीं पकेगा. जानकारों के मुताबिक पूरे बिहार में आम की 50 फीसदी उत्पादन गिर सकता है.
एक्सपर्ट व्यू
तमाम भौगोलिक दशाओं मसलन प्रतिचक्रवात, गर्म, धरातल का तेजी से गर्म होने से थंडर स्टॉर्म की दशाएं पैदा हो रही हैं. ऐसे हालात अभी कुछ दिन और चलेंगे. बिहार में जुलाई अगस्त की अपेक्षा अप्रैल-मई में अच्छी खासी बारिश हो रही है. फलोत्पादन और गेहूं बुरी तरह प्रभावित हुए हैं.
डाॅ ए सत्तार, वरिष्ठ मौसम विज्ञानी व पर्यावरणविद, डाॅ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा

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