लालू-राबड़ी आवास की सुरक्षा फिर से बहाल करने के निर्देश पर भड़के तेजस्वी

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गत दो दिनों से जारी लालू-राबड़ी आवास के सुरक्षा कटौती के मसले को एक झटके में सुलझा दिया है. मुख्यमंत्री ने पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के पत्र को गंभीरता से लेते हुए यह निर्देश दिया है कि 10 सर्कुलर रोड की सुरक्षा को फिर से बहाल किया जाये. उन्होंने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 12, 2018 3:24 PM

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गत दो दिनों से जारी लालू-राबड़ी आवास के सुरक्षा कटौती के मसले को एक झटके में सुलझा दिया है. मुख्यमंत्री ने पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के पत्र को गंभीरता से लेते हुए यह निर्देश दिया है कि 10 सर्कुलर रोड की सुरक्षा को फिर से बहाल किया जाये. उन्होंने गृह विभाग से पूछा है कि सुरक्षा में परिवर्तन कब, क्यों और किस स्तर पर लिया गया. राबड़ी देवी ने कहा कि हमको जानकारी नहीं है. मौजूदा तीन आदमी राजनीति में हैं. हमलोगों को अलग-अलग सुरक्षा रहना चाहिए. हमें बाहर-भीतर के लिए अलग मिलना चाहिए. नियम के हिसाब से यह लोग काम करें. जदयू के लोगों से मीडिया जाकर पूछे, ऐसा इनलोगों ने क्यों किया. जो कानून कहेगा, हम वहीं कहेंगे. सिंघल से पूछे नीतीश कुमार कि उन्होंने क्यों ऐसा कहा कि राबड़ी देवी के आवास की सुरक्षा मुख्यमंत्री के आवास से ज्यादा है. ऐसा आखिर उन्होंने क्यों कहा पूछे मुख्यमंत्री.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नीतीश कुमार की ओर से सुरक्षा बहाल करने का आदेश जारी होने के बाद तेजस्वी यादव ने सवाल करते हुए कहा कि नीतीश कुमार को इसलिए पलटू राम के नाम से जाना जाता है. फिर से वह अपने निर्णय पर वापस चले गये हैं. तेजस्वी ने कहा कि उन्हें स्पष्ट करना चाहिए कि सुरक्षा को वापस लेने के पहले आदेश को किसने जारी किया, क्योंकि गृह विभाग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास है और उन्हें इस पूरे मामले का जवाब देना चाहिए. तेजस्वी ने कहा कि कोई चिट्ठी नहीं मिली है कि क्यों सुरक्षा हटायी गयी.

सरकार गाड़ी नहीं देती है. पेट्रोल नहीं देती है. स्पेशल ब्रांच के लोग और बाकी कर्मचारी मेरे पेट्रोल और मेरी गाड़ी से चलते हैं. आखिर, किसके आदेश पर यह कार्रवाई की गयी. पहले मुख्यमंत्री यह स्पष्ट करें और वह चिट्ठी दिखाएं कि किसके आदेश पर यह सुरक्षा हटाई गयी थी.

वहीं राबड़ी देवी ने मीडिया से बातचीत में बताया कि उनके पास ऐसा कोई पत्र नहीं पहुंचा है. वे लोग कानून जैसा कहेगा, वैसा ही करेंगे. राबड़ी देवी ने कहा कि पत्र पर उन्होंने एक्शन लिया है. हमलोग जैसा कानून सम्मत होगा वहीं करेंगे. राजद नेताओं ने इस फैसले के बाद सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर नीतीश कुमार बताएं और तय करें कि बिहार में सरकार कौन चला रहा है. राजद के प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद ने पूछा कि आखिर यह आदेश किसकी ओर से आया है. बताया जा रहा है कि इस मामले में नीतीश कुमार ने नाराजगी जाहिर करते हुए पूरी रिपोर्ट तलब की है.

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