बिहार : शराब तस्करों की संपत्ति जब्ती की प्रक्रिया जल्द, गिरफ्त में ये बड़े तस्कर, पहले इनकी संपत्ति होगी जब्त

पटना : राज्य सरकार पूर्ण शराबबंदी कानून को पूरी सख्ती से लागू करने में किसी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त करने के मूड में नहीं है. शराब की तस्करी में शामिल राज्य या राज्य के बाहर के तमाम सरगना या माफियाओं को गिरफ्तार करने और उनकी अवैध संपत्ति को जब्त करने की कवायद शुरू कर दी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 13, 2018 7:28 AM
पटना : राज्य सरकार पूर्ण शराबबंदी कानून को पूरी सख्ती से लागू करने में किसी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त करने के मूड में नहीं है. शराब की तस्करी में शामिल राज्य या राज्य के बाहर के तमाम सरगना या माफियाओं को गिरफ्तार करने और उनकी अवैध संपत्ति को जब्त करने की कवायद शुरू कर दी गयी है.
इस मामले में राज्य की आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) ने अब तक तीन प्रमुख शराब तस्करों संजय यादव, मनोज यादव और संदीप भदानी की अवैध संपत्ति जब्त करने का प्रस्ताव ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) को दिया है. ये तीनों झारखंड के रहने वाले हैं.
ईडी के स्तर पर इसकी जांच प्रक्रिया अंतिम स्तर पर चल रही है और जल्द ही इनकी अवैध संपत्ति को जब्त कर लिया जायेगा. इओयू की शुरुआती जांच में इनकी दो करोड़ 78 लाख से ज्यादा के मूल्य की संपत्ति का आकलन किया गया है.
ईडी की जांच के बाद इसमें बढ़ोतरी की पूरी संभावना है. यह पहला मौका है, जब राज्य में पूर्ण शराबबंदी लागू होने के बाद शराब तस्करों की अवैध संपत्ति जब्त होने जा रही है. इन तीन सरगनाओं के बाद अन्य करीब एक दर्जन सरगनाओं की अवैध संपत्ति भी रडार है. इनका प्रस्ताव ईओयू के स्तर पर तैयार किया जा रहा है, जल्द ही इन्हें भी ईडी को सुपुर्द कर दिया जायेगा.
अब तक आठ मामलों में पकड़े 13 बड़े शराब तस्कर
पूर्ण शराबबंदी के बाद ईओयू ने अब तक आठ मामलों में 13 बड़े शराब तस्करों को पकड़ चुकी है. इनमें 12 राज्य के बाहर के ही रहने वाले हैं और बिहार में लगातार अवैध तरीके से शराब सप्लाई करवा रहे थे. उन्होंने इसके लिए अपना पूरा अवैध नेटवर्क तैयार कर रखा था. इन तस्करों के बिहार में मौजूद सभी मुख्य एजेंट और डिस्ट्रीब्यूटर को स्थानीय थाने के स्तर पर गिरफ्तार किया जा चुका है.
राज्य में सप्लाई के मुख्य नेटवर्क को तोड़ने के लिए बाहर बैठे तस्करों को पकड़ना और इनकी अवैध संपत्ति को जब्त करना बेहद जरूरी था, जिसके तहत यह कार्रवाई शुरू की गयी है. राज्य के बाहर के इन मुख्य सरगनाओं तक पुलिस बिहार में गिरफ्तार हुए इनके एजेंटों के जरिये पहुंची.
इनके गुर्गों से यह भी पता चला कि ये अवैध तस्करी कैसे करते हैं. जिस इलाके में ये अपने एजेंट के जरिये शराब तस्करी करते थे, उन्हीं संबंधित थानों में इनके खिलाफ मामले दर्ज किये गये हैं. अब इनकी राज्य में मौजूदा और बाहर की सभी अवैध संपत्ति को जब्त करने से संबंधित प्रस्ताव ईओयू तैयार कर रहा है.
गिरफ्त में ये बड़े तस्कर
1. रमेश शिवहर व कृष्ण कुमार शर्मा (ग्वालियर), 58.66 लाख जब्त. सरैया थाने में मामला दर्ज
2. मयंक बजाज और सुमित बजाज (हरियाणा), वैशाली के जुड़ावनपुर थाने में मामला दर्ज
3. निशान सिंह उर्फ सोनू (पंजाब) और तजिंदर सिंह (हरियाणा), इओयू थाने में मामला दर्ज
4. संजय यादव, मनोज यादव और संदीप भदानी (कोडरमा), पटना के दीदारगंज थाने में मामला दर्ज
5. अजयंत (हरियाणा), पटना के खुशरूपुर थाने में मामला दर्ज. ‍‍Rs 8,12 ,700 के साथ पकड़ाया
6. रवींद्र उर्फ विंदर झज्जर (हरियाणा ), सारण जिले के सोनपुर में मामला दर्ज
7. अरुण सिंह (सीवान के भगवानपुर का), 28 लाख से ज्यादा रुपये बरामद, मांझी थाने में दर्ज
—03 शराब तस्करों की संपत्ति जब्ती का प्रस्ताव ईओयू ने अब तक ईडी को भेजा
—13 बड़े तस्करों या माफियाओं को अब तक ईओयू ने पकड़ा
पहले इनकी संपत्ति होगी जब्त
संजय यादव
मनोज यादव
संदीप भदानी
(तीनों झारखंड के कोडरमा के निवासी)
l 2.76 करोड़ से
ज्यादा की संपत्ति दांव पर लगी है इनकी

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