राहत कोष की बैठक में शामिल हुए नीतीश, जेलों में उपलब्ध करायी जाने वाली सुविधाओं का प्रजेंटेशन भी देखा
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में एक अणे मार्ग संकल्प में मुख्यमंत्री राहत कोष न्यासी परिषद की 18वीं बैठक संपन्न हुई. मुख्यमंत्री राहत कोष न्यासी परिषद की बैठक में निर्णय लिया गया कि बाढ़ से प्रभावित परिवारों के लिये की जा रही आश्रय स्थल निर्माण के लिए राशि उस कार्य की प्रगति के […]
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में एक अणे मार्ग संकल्प में मुख्यमंत्री राहत कोष न्यासी परिषद की 18वीं बैठक संपन्न हुई. मुख्यमंत्री राहत कोष न्यासी परिषद की बैठक में निर्णय लिया गया कि बाढ़ से प्रभावित परिवारों के लिये की जा रही आश्रय स्थल निर्माण के लिए राशि उस कार्य की प्रगति के अनुरूप आपदा प्रबंधन विभाग को उपलब्ध करायी जायेगी. बैठक में 17 वीं न्यासी परिषद की बैठक की कार्यवाही के अनुपालन की भी समीक्षा की गयी. साथ ही बाढ़ राहत मद में दरभंगा, मधुबनी एवं समस्तीपुर जिला को उपलब्ध करायी गयी राशि की संपुष्टि की गयी.
मुख्यमंत्री राहत कोष न्यासी पर्षद की बैठक में मुख्यमंत्री राहत कोष से संबंधित विभिन्न बिन्दुओं पर विस्तार से चर्चा की. चर्चा के क्रम में मुख्यमंत्री द्वारा संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये. बैठक में आपदा प्रबंधन मंत्री दिनेश चन्द्र यादव, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, पुलिस महानिदेशक केएस द्विवेदी सहित अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे. वहीं एक दूसरी बैठक मेंउन्होंनेजेलों में कैदियों और महिला कक्षपालों के लिए दी जाने वाली सुविधाओंका प्रेजेंटेशनभीदेखा.
राज्य के केंद्रीय, मंडल व उप काराओं में महिला कक्षपालों के लिए शौचालय सह स्नानागार के निर्माण किया जायेगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समक्ष शुक्रवार को महिला कक्षपालों के लिए निर्मित होनेवाले शौचालयों के डिजाइन की प्रस्तुतीकरण दी गयी. केंद्रीय,मंडल व उप काराओं में महिला कक्षपालों के लिए शौचालय सह स्नानागार के निर्माण से संबंधित प्रस्तुतीकरण महानिरीक्षक, कारा एवं सुधार सेवाएं आनंद किशोर द्वारा किया गया. शौचालय-सह-स्नानागार निर्माण हेतु चार मॉडल पर चर्चा की गयी. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि महिलाओं की संख्या को देखते हुये शौचालय-सह-स्नानागार की संख्या का सही आकलन किया जाये. उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि शौचालय-सह-स्नानागार का निर्माण गुणवत्तापूर्ण हो.
उन्होंने कहा कि शौचालय बनाने के क्रम में यह ध्यान देने की जरूरत है कि शौचालय देसी एवं विदेशी दोनों शैली की बननी चाहिए. जिससे लोग अपनी सुविधानुसार उसका उपयोग कर सकें. इस मौके पर गृह विभाग के प्रधान सचिव आमिर सुबहानी, पुलिस महानिदेशक-सह-अध्यक्ष बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम सुनील कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अतीश चंद्रा, महानिरीक्षक, कारा एवं सुधार सेवाएं आनंद किशोर, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे.