बिहार : बड़ी सर्जरी के लिए नहीं जाना होगा प्राइवेट अस्पताल, अब रेलवे मरीजों को मिलेगी ओपन हार्ट सर्जरी की सुविधा

रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार पटना पहुंचे अश्विनी लोहानी पटना : रेलवे में काम करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए राहत भरी खबर है, अब मरीजों को बड़े ऑपरेशन और इलाज के लिए प्राइवेट अस्पतालों का सहारा नहीं लेना पड़ेगा. पटना जंक्शन करबिगहिया स्थित रेलवे सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में ही […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 14, 2018 8:26 AM
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार पटना पहुंचे अश्विनी लोहानी
पटना : रेलवे में काम करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए राहत भरी खबर है, अब मरीजों को बड़े ऑपरेशन और इलाज के लिए प्राइवेट अस्पतालों का सहारा नहीं लेना पड़ेगा. पटना जंक्शन करबिगहिया स्थित रेलवे सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में ही उनको सभी तरह की सुविधाएं दी जायेंगी. यह कहना है रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अश्विनी लोहानी का. वे रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार पटना पहुंचे थे.
उन्होंने कहा कि अस्पताल के सबसे ऊपरी तल्ले पर ओपन हार्ट सर्जरी, क्लोज सर्जरी, बाईपास सर्जरी, दिल में छेद बंद करने की सर्जरी सहित सभी तरह की सुविधाएं मिलेंगी. लोहानी ने करबिगहिया स्थित रेलवे अस्पताल का निरीक्षण किया. इसके बाद स्पेशल टावर बैगन से राजेंद्र टर्मिनल स्टेशन पहुंचे. वहां नये सीसीटीवी रूम में गये. क्लोज कैमरे से प्लेटफॉर्म व सफाई देखा. इसके बाद बुकिंग काउंटर पहुंच वहां का जायजा लिया.
निरीक्षण के बाद अश्विनी लोहानी ने करबिगहिया स्थित जनरल टिकट बुकिंग काउंटर का जायजा लिया. काउंटर के पास बनाये जा रहे मधुबनी और मिथिला पेटिंग की सराहना की. निरीक्षण के दौरान पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक ललित चंद्र त्रिवेदी, दानापुर मंडल के डीआरएम रंजन प्रकाश ठाकुर, सीनियर डीसीएम विनीत कुमार सहित कई रेलवे के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे.
रेलवे यूनियन ने की मांग : रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अश्विनी लोहानी के पटना पहुंचने की सूचना पर रेलवे यूनियन के कई सदस्य भी पटना जंक्शन पहुंचे. पूर्व मध्य रेलवे मजदूर कांग्रेस के मंडल अध्यक्ष जफर हसन सहित यूनियन के कई सदस्य लोहानी से मिलने पहुंचे. जफर ने बताया कि रेलवे बोर्ड अध्यक्ष से रेलवे कॉलोनी को दुरुस्त कराने, कर्मचारियों की लग रही एक्स्ट्रा ड्यूटी, बच्चों के लिए स्कूली व्यवस्था ठीक करने आदि की मांग की गयी है.
बस पांच साल और, देश में दौड़ेंगी हाई स्पीड ट्रेनें
पूर्व मध्य रेलवे जोन में सभी यात्री ट्रेनें अब 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी. यह फैसला ट्रेन की कम स्पीड से लोगों को होने वाली समस्या से बचाने के लिए लिया गया है. यह जानकारी रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अश्वनी लोहानी ने दी. उन्होंने कहा कि बस पांच साल बाद 2023 तक हाईस्पीड ट्रेनें चलने लगेंगी.
रेलवे बोर्ड अध्यक्ष ने कहा कि पूर्व मध्य रेलवे जोन में अभी ट्रेनें 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलती हैं. वहीं मुगलसराय और झाझा रेलखंड में एलएचबी कोच वाली ट्रेनें 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने लगेंगी. मुगलसराय-झाझा के बीच तीसरी रेल लाइन बिछाने को लेकर सर्वे का काम चल रहा है.

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