बिहार : रेलवे में नौकरी के नाम पर ठगी, तीन युवक बने शिकार, छापेमारी जारी

पटना : रेलवे में बड़ी संख्या में नियुक्तियां होनेवाली हैं. इसको देखते हुए राजधानी के साथ-साथ आसपास के राज्यों में नौकरी दिलानेवाले गिरोह सक्रिय हो गये हैं. इसका खुलासा तब हुआ, जब सोमवार की सुबह तीन युवक बिना ज्वाइनिंग लेटर के सचिवालय हॉल्ट स्थित केबिन में ट्रेनिंग के लिए पहुंचे. इन युवकों ने कहा कि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 17, 2018 5:52 AM
पटना : रेलवे में बड़ी संख्या में नियुक्तियां होनेवाली हैं. इसको देखते हुए राजधानी के साथ-साथ आसपास के राज्यों में नौकरी दिलानेवाले गिरोह सक्रिय हो गये हैं. इसका खुलासा तब हुआ, जब सोमवार की सुबह तीन युवक बिना ज्वाइनिंग लेटर के सचिवालय हॉल्ट स्थित केबिन में ट्रेनिंग के लिए पहुंचे. इन युवकों ने कहा कि हमें ट्रेनिंग के लिए रेलवे अधिकारी ने भेजा है और 45 दिनों की ट्रेनिंग है. इसके बाद ग्रुप डी में नियुक्ति की जायेगी.
हालांकि, युवकों के पास प्रमाणपत्र नहीं देख रेलवे कर्मियों ने जंक्शन आरपीएफ पोस्ट को सूचना दी. इसके बाद आरपीएफ ने तीनों युवक को हिरासत में लेते हुए पूछताछ की, तो दिनेश कुमार नामक जालसाज की जानकारी मिली. शिकार बने युवकों के बयान पर जीआरपी में प्राथमिकी दर्ज की गयी और सरगना की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी भी शुरू कर दी गयी है.
जालसाज प्रवीण ने खुद को बताया डीआरएम ऑफिस का लेखपाल
जालसाज के शिकार बने युवक उत्तर प्रदेश के कुशीनगर के रहनेवाले प्रवीण कुमार, धनबाद के रहने वाले विवेक कुमार और आसनसोल के रहने वाले कपिल नोनिया हैं.
प्रवीण कुमार ने बताया कि वह अपने एक रिश्तेदार के माध्यम से दिनेश के पास पहुंचा, जिसने अपने आप को डीआरएम कार्यालय का लेखापाल बताया. उसने अब तक दिनेश को 60 हजार रुपया दे दिया है. वहीं, विवेक व कपिल ने बताया कि एक दोस्त के माध्यम से वे दिनेश के पास पहुंचे और 40 हजार रुपया दे दिया है.
रविवार को दिनेश का कॉल आया और कहा कि सोमवार से पटना जंक्शन पर ड्यूटी ज्वाइन करना है. दिनेश के आश्वासन पर ही वे पटना जंक्शन पहुंचे. आरपीएफ पोस्ट के अधिकारी ने बताया कि तीनों युवकों के बयान पर प्राथमिकी दर्ज करते हुए आगे की कार्रवाई के लिए जीआरपी को भेज दिया है. अब जालसाज दिनेश की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी शुरू कर दी गयी है.

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