बिहार : आय से अधिक संपत्ति मामले में छापे के बाद हुई कार्रवाई, मुजफ्फरपुर SSP विवेक हुए सस्पेंड, आर्म्स भी बरामद

पटना/मुजफ्फरपुर : आय से अधिक संपत्ति मामले में छापेमारी के बाद मुजफ्फरपुर के एसएसपी विवेक कुमार को निलंबित कर दिया गया था. राज्य सरकार ने उन्हें निलंबन अ‌वधि के दौरान पटना स्थित गृहरक्षा वाहिनी एवं अग्निशाम सेवाएं के महानिदेशक सह महासमादेष्टा के मुख्यालय में हाजिरी बनाने का आदेश दिया है. उनकी जगह मुजफ्फरपुर के सिटी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 18, 2018 7:33 AM
पटना/मुजफ्फरपुर : आय से अधिक संपत्ति मामले में छापेमारी के बाद मुजफ्फरपुर के एसएसपी विवेक कुमार को निलंबित कर दिया गया था. राज्य सरकार ने उन्हें निलंबन अ‌वधि के दौरान पटना स्थित गृहरक्षा वाहिनी एवं अग्निशाम सेवाएं के महानिदेशक सह महासमादेष्टा के मुख्यालय में हाजिरी बनाने का आदेश दिया है. उनकी जगह मुजफ्फरपुर के सिटी एसपी उपेंद्र वर्मा को वहां के एसएसपी का प्रभार दिया गया.
वहीं, छापेमारी के दौरान मुजफ्फरपुर में एसएसपी के सरकारी अावास से 7.25 लाख कैश, 54 हजार मूल्य के पुराने नोट और एक आर्म्स गोपनीय शाखा की अलमारी से जब्त किया गया है. जब्त आर्म्स की तहकीकात की जा रही है. दूसरी ओर एसएसपी विवेक कुमार की यूपी के मुजफ्फरनगर स्थित ससुराल और सहारनपुर में पैतृक घर पर करीब 12 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद एसयूवी की टीम छापेमारी शुरू कर सकी.
सबसे ज्यादा फजीहत ससुराल में घुसने के लिए करनी पड़ी. इस वजह से सोमवार की रात के बजाय मंगलवार की सुबह छापेमारी शुरू हो सकी. शुरुआती सर्च में उनके घर और ससुराल से बहुत ज्यादा गहने या कैश की बरामदगी नहीं हुई है, लेकिन कई स्थानों पर निवेश के कागजात मिले हैं.
निवेश किस-किस रूप में किया गया है, इन तमाम बातों की भी जांच चल रही है. ससुराल से दर्जनों बैंक खाते मिले हैं, जो उनके ससुर, सास, साला, साले की पत्नी और साली के नाम पर हैं. इन खातों से विवेक कुमार के कई खातों में सैकड़ों बार रुपये का आदान-प्रदान हुआ है.
पहले इनके खातों में पैसे जमा हुए, फिर इन्हें विवेक कुमार या उनके घर वालों के खातों में ट्रांसफर किया गया. कई बार विवेक कुमार के खातों से पैसे इनके खातों में ट्रांसफर हुए हैं. कुछ एक बार खातों में इधर-उधर से भी पैसे आये-गये हैं. इन सभी संदिग्ध ट्रांजेक्शन की जांच चल रही है. विवेक कुमार के ससुर यूपी सरकार से रिटायर्ड कर्मचारी और सास गृहिणी हैं. ससुर की मासिक पेंशन 25 से 27 हजार रुपये है.
फिर भी इनके दर्जनों बैंक खातों से करोड़ों रुपये के लेन-देन हुए हैं. करीब सभी लेन-देन दामाद विवेक के ही खातों से हुए हैं. इसी तरह इनके पिता भी रिटायर्ड सरकारी कर्मचारी और माता गृहिणी हैं. फिलहाल इनके पास से बरामद हुए तमाम दस्तावेजों की भी जांच चल रही है, ताकि अवैध लेन-देन से जुड़ी हकीकत सामने आ सके.
ट्रांसफर-पोस्टिंग में पैसे लेने के लगे हैं आरोप
एसएसपी विवेक पर दारोगा समेत अन्य स्तर के पुलिस कर्मियों से ट्रांसफर-पोस्टिंग में जमकर पैसे की वसूली करने का आरोप पहले से लगते रहे हैं. जुलाई, 2017 में मुजफ्फरपुर जिले के पानापुर करियट ओपी प्रभारी संजय कुमार गौर ने अपनी सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मार ली थी.
वह सीवान जिले केदरौल के रहने वाले थे. उनकी पत्नी कल्याणी देवी ने इस मामले में संबंधित थाने में एसएसपी विवेक कुमार पर मामला दर्ज करवाया था.
इसमें कहा गया था कि पोस्टिंग के लिए पैसे देने का लगातार दबाव बनाने की मानसिक पीड़ा का सहन नहीं कर पाने के कारण उनके पति ने आत्महत्या कर ली. हालांकि, बाद में मामले को किसी तरह से दबा दिया गया और पीड़िता ने अपनी शिकायत भी वापस ले ली. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इस मामले में मृत दारोगा से एसएसपी ने 10 लाख रुपये लेकर उनकी पोस्टिंग पानापुर ओपी में की थी, लेकिन कुछ दिनों बाद ही उसे किसी कारण से हटा दिया गया.
सूत्र बताते हैं कि दारोगा ने दो से तीन प्रतिशत महीने के ब्याज पर बाजार से 10 लाख रुपये कर्ज के तौर पर लेकर एसएसपी को दिया था, लेकिन कुछ दिनों बाद ही हटा देने से उसके समक्ष रुपये लौटाने का संकट दिखने लगा. इसी मानसिक तनाव के कारण उसने आत्महत्या कर ली थी.
इसके अलावा एक अन्य एसआई ने तो खुलकर आरोप लगाते हुए कहा कि पैसे नहीं देने के कारण उनकी पोस्टिंग नहीं हो पा रही है. मुजफ्फरपुर की पुलिस लाइन में जुलाई, 2017 में ही एक महिला कांस्टेबल चंदा रानी ने अपने बैरक में ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. हालांकि इसके स्पष्ट कारण का अब तक कोई पता नहीं चल सका है.

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