पटना : अब आईजीआईएमएस में होगा बोन मैरो ट्रांसप्लांट
पटना : अब इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आईजीआईएमएस) में ही बोन मैरो ट्रांसप्लांट की सुविधा मिलेगी. ऐसे में अब ब्लड कैंसर, थैलेसीमिया, प्लेटलेट्स आदि की परेशानी से निजात मिलेगी. अस्पताल में मंगलवार को एफलेसेस मशीन ला दी गयी है. मशीन इंस्टॉल होने के बाद वहां के डॉक्टर व कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी जायेगी. इसके बाद […]
पटना : अब इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आईजीआईएमएस) में ही बोन मैरो ट्रांसप्लांट की सुविधा मिलेगी. ऐसे में अब ब्लड कैंसर, थैलेसीमिया, प्लेटलेट्स आदि की परेशानी से निजात मिलेगी. अस्पताल में मंगलवार को एफलेसेस मशीन ला दी गयी है. मशीन इंस्टॉल होने के बाद वहां के डॉक्टर व कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी जायेगी. इसके बाद सुविधा शुरू हो जायेगी. अस्पताल प्रशासन की मानें, तो जून महीने से कैंसर पीड़ितों को बोन मैरो ट्रांसप्लांट की सुविधा मिलने लगेगी.
तीन लाख में होगा ट्रांसप्लांट : आईजीआईएमएस बिहार का पहला ऐसा सरकारी अस्पताल होगा जहां बोनमैरो ट्रांसप्लांट से कैंसर पीड़ितों का इलाज हो सकेगा. इसके लिए पूरी तैयारी कर ली गयी है. अस्पताल प्रशासन की माने तो यहां सिर्फ तीन लाख रुपये में बोन मैरो होगा. जबकि प्रदेश के मरीज मुंबई के टाटा मेमोरियल अस्पताल में इलाज कराने जाते हैं, जहां उनको करीब 8 लाख रुपये खर्च करना पड़ता है. हालांकि इसके लिए सरकार से भी अनुदान मिलेगी.
एमसीआई की टीम ने किया निरीक्षण
पटना. आईजीआईएमएस में तीन सीटों पर डीएम न्यूरो की पढ़ाई होने की संभावना है. अगर मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया से मान्यता मिली, तो अगले सत्र से यहां पढ़ाई होगी. यह दावा है कॉलेज प्रशासन का. दरअसल आईजीआईएमएस में मंगलवार को एमसीआई की टीम ने न्यूराे विभाग का निरीक्षण किया. तिरूपति मेडिकल कॉलेज अस्पताल के न्यूरो विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ पी रोसेमा की देखरेख में निरीक्षण किया गया.
डॉ पी रोसेमा ने सबसे पहले न्यूरो विभाग का निरीक्षण किया. सबसे पहले उन्होंने न्यूरो वार्ड का निरीक्षण किया. वार्ड में भर्ती मरीजों से बात की. आईजीआईएमएस के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ मनीष मंडल ने बताया कि न्यूरो में डीएम कोर्स की पढ़ाई को लेकर कॉलेज प्रशासन ने एमसीआई को आवेदन दिया था.