पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सुधा डेयरी ब्रांड की विश्वसनीयता का हवाला देते हुए आज कहा कि इसके उत्पादों की गुणवत्ता के साथ कोई समझौता नहीं किया जाना चाहिए. उन्होंने बिहार राज्य दूध को-ओपरेटिव फेडरेशन लिमिटेड (कॉम्फेड) के 35वें स्थापना दिवस के मौके पर यहां अशोक कन्वेंशन केंद्र के बापू सभागार में कहा कि सुधा की विश्वसनीयता एवं प्रतिष्ठा काफी बढ़ चुकी है और यह अब एक बड़ा ब्रांड है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि सुधा के उत्पाद अब बिहार के अलावा झारखंड, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश एवं उत्तर पूर्वी राज्यों के 160 शहरों में उपलब्ध हैं. उन्होंने कहा, मुझे विश्वास है कि कॉम्फेड की बिक्री और बढ़ेगी. नीतीश कुमार ने कहा, सुधा की विश्वसनीयता काफी बढ़ी है. बिहार के अलावा बाहरी राज्यों में इसकी मांग बढ़ी है. इसकी विश्वसनीयता बनाये रखना चाहिए तथा इसकी गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होना चाहिए. कॉम्फेड की जिम्मेदारी है कि वह हासिल प्रतिष्ठा को बरकरार रखे.
इस मौके पर कॉम्फेड की छह परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया. जिनमें 42.52 करेाड़ रुपये का समस्तीपुर संयंत्र और 35 करोड़ रुपये का हाजीपुर संयंत्र शामिल है. इनके अलावा सुपौल में 26.75 करोड़ रुपये की लागत से तैयार डेयरी संयंत्र, क्रमश: 13.40 करोड़ रुपये और 17 करोड़ रुपये की लागत बिहारशरीफ एवं पटना आईसक्रीम संयंत्र, 10 करोड़ रुपये के निवेश से बना पटना पशु आहार कारखाना शामिल हैं.
मुख्यमंत्री ने सुधा के नये ‘फ्लेवर्ड मिल्क’ उत्पाद को भी पेश किया. कॉम्फेड ने इस मौके पर राज्य सरकार को लाभांश के रूप में 2.33 करोड़ रुपये का चेक भी सौंपा. दुग्ध संघों को लाभांश एवं मूल्यांतर के तौर पर 8.93 करोड़ की राशि वितरित की गयी.