बिहार : प्रदेश के किसान अब दूसरे देशों में भेज सकेंगे अपनी सब्जी

पटना : राज्य के किसान अब अपनी सब्जियों को विदेश भी भेज सकेंगे. इसके लिए पटना एयरपोर्ट से एक से दो महीने में संबंधित सेवा शुरू होगी. इस सेवा के लिए सभी जरूरी निर्देश और क्लीयरेंस से जुड़े आदेश केंद्रीय कस्टम विभाग ने दे दिये हैं. यह जानकारी कस्टम विभाग के प्रधान आयुक्त कैलाश चंद्र […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 20, 2018 8:34 AM

पटना : राज्य के किसान अब अपनी सब्जियों को विदेश भी भेज सकेंगे. इसके लिए पटना एयरपोर्ट से एक से दो महीने में संबंधित सेवा शुरू होगी. इस सेवा के लिए सभी जरूरी निर्देश और क्लीयरेंस से जुड़े आदेश केंद्रीय कस्टम विभाग ने दे दिये हैं. यह जानकारी कस्टम विभाग के प्रधान आयुक्त कैलाश चंद्र गुप्ता और आयुक्त वीसी गुप्ता ने दी. उन्होंने कहा कि पटना एयरपोर्ट से सब्जियों को खाड़ी समेत अन्य यूरोपियन देशों में भेजने की तैयारी की गयी है. इस व्यवस्था को सुचारु रूप से संचालित करने के लिए ‘एएआइ कारगो लॉजिस्टिक एंड एलाइड सर्विस कंपनी लिमिटेड’ नामक एक निजी कंपनी के साथ समझौता भी किया गया है.

कस्टम विभाग के प्रधान आयुक्त ने दी जानकारी, पटना एयरपोर्ट से शुरू होगी कारगो सेवा

कस्टम विभाग ने क्लीयरेंस कर दी जारी, निजी एयरलाइंस के साथ हो चुकी सहमति
यहां आने वाले सभी घरेलू विमानों के कारगो हो जाते हैं खाली, इनके स्थान पर भेजी जायेगी सब्जी
इस तरह विदेश जायेगी सब्जी
आयुक्त ने कहा कि ये सब्जियां यहां से सीधे विदेश नहीं जायेगी. यह देखा जाता है कि पटना आने वाली सभी विमानों के कारगो कैबिन यात्रियों के यहां उतरने के बाद खाली हो जाते हैं. इन्हीं खाली स्थानों में सब्जियों को भरकर पहले नयी दिल्ली, मुंबई या कोलकाता भेजा जायेगा. इसके बाद इन्हें वहां से संबंधित अंतरराष्ट्रीय विमानों के जरिये विदेश तक पहुंचाया जायेगा.
पिछले साल की तुलना में 56% बढ़ी जब्ती
कस्टम विभाग का राजस्व संग्रह पिछले साल की तुलना में 56 प्रतिशत अधिक रहा है. इस वर्ष दो हजार 103 छापेमारी या जब्ती की कार्रवाई में 37 करोड़ 32 लाख रुपये के तस्करी के सामान बरामद किये गये हैं.
अब निर्यात होने वाले सभी सामानों में लगेंगे आरएफआईडी
कस्टम के प्रधान आयुक्त ने कहा कि 18 अप्रैल से निर्यात होने या कारगो से भेजे जाने वाले वाले सभी सामानों में आरएफआईडी (रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन डिवाइस) नामक उपकरण लगाये जायेंगे. इनकी मदद से सामान की समुचित ट्रैकिंग हो सकेगी. अगर रास्ते में कोई छेड़छाड़ होता है या इनका रूट बदल गया, तो इसका पता चल जायेगा.

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