पटना :फाल्स सीलिंग जगह-जगह से गिरी, बचे कर्मी व मरीज, कामकाज तीन घंटे तक रहा बाधित
पटना सिटी : नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल की नवनिर्मित सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के छत की फाल्स सीलिंग शुक्रवार की सुबह जगह-जगह से गिर गयी. इतना ही नहीं जलजमाव की स्थिति भी बन गयी. हालांकि, सीलिंग गिरने से केंद्र के अंदर अफरा-तफरी मच गयी. वहीं, जलजमाव व सीलिंग गिरने की स्थिति में लगभग तीन घंटे तक […]
पटना सिटी : नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल की नवनिर्मित सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के छत की फाल्स सीलिंग शुक्रवार की सुबह जगह-जगह से गिर गयी. इतना ही नहीं जलजमाव की स्थिति भी बन गयी. हालांकि, सीलिंग गिरने से केंद्र के अंदर अफरा-तफरी मच गयी.
वहीं, जलजमाव व सीलिंग गिरने की स्थिति में लगभग तीन घंटे तक जांच का कार्य बाधित हुआ. जानकारी मिलने के बाद भवन में अस्पताल के अधीक्षक डॉ आनंद प्रसाद सिंह व उपाधीक्षक डॉ गोपाल कृष्ण भी पहुंचे. इन लोगों ने स्थल का निरीक्षण किया. अधीक्षक ने बताया कि बिहार मेडिकल सर्विसेज एंड इंफास्ट्रक्चर काॅरपोरेशन लिमिटेड( बीएमपसीएल) को मरम्मत के लिए लिखा जायेगा. कामकाज आरंभ करा दिया गया है.
कर्मी ने पानी टंकी का खोला था चाबी : कर्मियों ने बताया कि शुक्रवार की सुबह लगभग नौ बजे भवन के तीसरे तल्ले की छत पर स्थित पानी टंकी से जुड़े फायर पैनल के हॉज पाइप में पानी जाता है या नहीं इसकी जांच के लिए चाबी को खोला गया था. चाबी खोलने के उपरांत पानी फायर पैनल के हॉज पाइप में नहीं जाकर छत पर फैलते हुए तेज रफ्तार से नीचे की ओर गिरने लगा.
पानी के तेज बहाव की स्थिति में छत पर लगे फॉल्स सीलिंग चार जगहों पर टूट कर गिर गये, वहीं पानी भी फैलने से जलजमाव की स्थिति बन गयी. कर्मियों ने बताया कि निचले तल पर अल्ट्रासांउड रूम व ब्लड क्लेकशन सेंटर के पास तीन- चार पीस फॉल्स सीलिंग टूट कर गिरी, वहीं पानी भी जमा हो गया.
इसी प्रकार द्वितीय तल्ला पर ब्लड बैंक के बगल के रूम का फॉल्स सिलिंग टूट कर गिरा, साथ ही पंखा भी टूट कर लटक गया. कुछ ऐसी ही स्थिति माइक्रो बॉयोलोजी विभाग के विभागाध्यक्ष के सटे कमरे की थी, यहां भी सिलिंग टूटा व पंखा लटका.
यही स्थिति सरबर रूम की थी, यहां पर भी सिलिंग टूटने के साथ बिजली का तार टूट गया था. इसके अलावा भी सिलिंग टूटने की दो जगहों पर और हुई. जिससे अफरा-तफरी मच गयी थी. दरअसल पूरे भवन में फायर पैनल का हौज पाइप लगा है, ताकि आग लगने की स्थिति में हौज पाइप के पानी का इस्तेमला कर आग को बुझाया जा सके. कर्मियों ने बताया कि शुक्रवार को यहां फायर बिग्रेड की ओर से मॉड ड्रिल की योजना थी, इसी के तहत टंकी को जांच करने के लिए चाबी खोला गया था, जिससे यह घटना हुई.
मची अफरा-तफरी, मरीज गिरे
सुबह नौ बजे जिस समय यह घटना घटी, उस समय दर्जनों की संख्या में मरीज भवन में एक्सरे कराने, पैथोलॉजी जांच कराने समेत अन्य कार्य के लिए एकत्रित थे. अचानक घटी घटना के बाद अफरा-तफरी मच गयी. स्थिति यह थी जलजमाव होने से टाइल्स पर पांव फिसलने से कुछ मरीज भी गिर भी गये.
हालांकि अस्पताल प्रशासन ऐसी बातों से इनकार करता है. दूसरी ओर इस घटना के बाद अल्ट्रासांउड, एक्सरे व पैथोलॉजी के साथ ब्लड जांच का कार्य बाधित हो गया. हालांकि बाद में अस्पताल प्रशासन की ओर से परिसर की सफाई करायी गयी, इसके बाद फिर लगभग 12 बजे के बाद कार्य आरंभ हो पाया.