पटना : बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू है और इसके लिए सरकार ने कड़े कानून बनाये हैं, इसके बाद भी गाहे-बगाहे शराब के नशे में लोग गिरफ्तार होते रहते हैं. इसी क्रम में भाजपा सांसद हरि मांझी के बेटे राहुल कुमार को शराब के नशे में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तारी के बाद अब बिहार में सियासी बयानबाजी शुरू हो गयी. बिहार में शराबबंदी पर सवाल उठाते हुए विपक्ष के नेताओं ने निशाना साधा, वहीं सत्तापक्ष ने उस पर पलटवार करते हुए विपक्ष को कड़ा जवाब दिया. मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि कि बिहार में यह कैसी शराबबंदी है.
भाई वीरेंद्र ने बिहार सरकार पर हमला करते हुए कहा कि पहले शराब की होम डिलीवरी होती थी और अब बेडरूम डिलीवरी होने लगी है. जो मांगता है उसे शराब जगह पर पहुंचा दी जाती है. भाई वीरेंद्र ने कटाक्ष करते हुए कहा कि एनडीए के नेताओं की जांच करायी जाए, तो उनके पास से शराब की बरामदगी होगी. वीरेंद्र ने यह भी कहा कि बिहार में सरकार शराबबंदी का कानून लागू करने में विफल है. वहीं इस मामले में भाजपा नेता और विधान पार्षद विनोद नारायण झा ने कहा कि बिहार में पूरी तरह कानून का राज है वह चाहे कोई भी व्यक्ति होगा, कानून का उल्लंघन करने पर उसे बख्शा नहीं जायेगा.
उधर, राजद के आरोपों पर पलटवार पर जवाब देते हुए विधान पार्षद और जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बिहार में शराबबंदी का कानून लागू है. शराबबंदी का ही असर है कि बिहार में सांसद के बेटे भी शराब के नशे में पकड़े जाते हैं, तो उन्हें गिरफ्तार किया जाता है. नीरज कुमार ने कहा कि हम राजद की तरह अपराधियों को बचाने का प्रयास नहीं करते हैं. नीरज कुमार ने कहा कि राजद लोगों को गुमराह करने का काम करती है. राजद नेता कि तेजस्वी यादव के पास शराब उन्मूलन का कोई मंत्र है तो हमें दे दें.
इससे पूर्व, बोधगया से भाजपा सांसद हरि मांझी के 18 वर्षीय पुत्र राहुल कुमार को उसके दो साथियों के साथ बोधगया थाना क्षेत्र के नामा पश्चिमी गांव से नशे की हालत में पुलिस ने गिरफ्तार किया है. एसएसपी गरिमा मलिक ने बताया कि सांसद पुत्र अपने दो साथियों के साथ नामा पश्चिमी गांव में शराब के नशे की हालत में पकड़े गये हैं. बिहार में शराबबंदी के बाद संभवत: यह पहला ऐसा मामला है, जिसमें किसी सांसद के पुत्र को शराब मामले में गिरफ्तार किया गया है.
इस मामले में बोधगया थानाध्यक्ष शिवकुमार महतो ने बताया कि नामा पश्चिमी गांव में पुलिस शराब बेचने के आरोपित बिगन मांझी व मुनारिक चौधरी को गिरफ्ता र करने गयी थी. इसी दौरान वहां से सांसद पुत्र भी नशे की हालत में पकड़े गये. थानाध्यक्ष ने बताया कि तीनों का मेडिकल जांच करा कर कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है. वहीं, सांसद ने कहा है कि उनके बेटे को साजिश के तहत फंसाया गया है. मालूम हो कि इससे पहले भी मेडिकल कॉलेज के द्वार पर नशे की हालत में राहुल वर्ष 2016 में हंगामा कर चुका है. उससमय भी पुलिस ने गिरफ्तार कर मामला दर्ज किया था.
यह भी पढ़ें-
गया : गांजा तस्करी में दिल्ली की महिला सहित छह लोगों को 12-12 साल कैद की सजा