बिहार : मां सीता की जन्मस्थली का होगा विकास, आनंद योग में आज जानकी नवमी व्रत
वैशाख शुक्ल नवमी को राजा जनक को मिली थीं माता सीता पटना : वैशाख शुक्ल नवमी तिथि दिन मंगलवार को जानकी नवमी व्रत मनाया जायेगा. पौराणिक कथाओं के अनुसार वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की नवमी को मध्याह्न काल में जब महाराजा जनक संतान प्राप्ति की कामना से यज्ञ भूमि तैयार करने के लिए हल […]
वैशाख शुक्ल नवमी को राजा जनक को मिली थीं माता सीता
पटना : वैशाख शुक्ल नवमी तिथि दिन मंगलवार को जानकी नवमी व्रत मनाया जायेगा. पौराणिक कथाओं के अनुसार वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की नवमी को मध्याह्न काल में जब महाराजा जनक संतान प्राप्ति की कामना से यज्ञ भूमि तैयार करने के लिए हल से भूमि जोत रहे थे, उसी समय पृथ्वी से एक बालिका का प्रकट हुई.
जोती हुई भूमि तथा हल के नोक को ‘सीता’ कहा जाता है, इसलिए बालिका का नाम ‘सीता’ रखा गया. इस पर्व को ‘जानकी नवमी’ भी कहते हैं. पंडित राकेश झा ने बताया कि इस बार यह पर्व आनंद योग में मनाया जायेगा. सुहागिन महिलाएं इस दिन व्रत और पूजा कर अपने सौभाग्य की रक्षा की कामना करेंगी. इस दिन माता सीता के साथ प्रभु राम की भी पूजा की जाती है.
परमात्मा की शक्ति स्वरूपा हैं सीता : देवी सीता मां लक्ष्मी का ही अवतार हैं. पंडित राकेश झा बताते हैं कि ऋग्वेद में एक स्तुति में कहा गया है कि असुरों का नाश करने वाली सीता आप हमारा कल्याण करें. रामचरितमानस में देवी सीता को संसार की उत्पत्ति, पालन व संहार करने वाली लक्ष्मी कहा गया है. देवी सीता शक्ति, इच्छा-शक्ति व ज्ञान-शक्ति तीनों रूपों में प्रकट होती हैं. अतः वे परमात्मा की शक्ति स्वरूपा हैं.
मां सीता की जन्मस्थली का होगा विकास
माता सीता की जन्मस्थली सीतामढ़ी जिले के पुनौरा धाम का पर्यटकीय दृष्टि से विकास किया जायेगा. पुनौरा धाम में पर्यटकीय संरचनाओं के निर्माण पर राज्य सरकार 48.53 करोड़ रुपये खर्च करेगी. यह योजना कार्य रामायण सर्किट के अंतर्गत स्वदेश दर्शन योजना में शामिल किया गया है. खर्च होने वाली कुल राशि में से 37 करोड़ 85 लाख 74 हजार रुपये पर्यटन मंत्रालय जबकि 10 करोड़ 67 लाख 67 हजार रुपये की राशि राज्य सरकार अदा करेगी. योजना को राज्य कैबिनेट की भी मंजूरी मिल गयी है. विकास कार्य के लिए बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम लिमिटेड को कार्यकारी एजेंसी बनाया गया है.
24 माह में पूरा होगा काम
पुनौराधाम के विकास का काम 24 महीने में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. इसके तहत जानकी माता के मुख्य मंदिर की रोशनाई, कैंपस के लिए थीमेटिक गेट व बाउंड्री वॉल निर्माण, हाईवे गेट साइट, स्थान का विकास और लैंडस्केपिंग, अप्रोच सड़क, परिक्रमा पथ, पर्यटक पूछताछ केंद्र, ओपेन एयर थियेटर विथ स्टेज, ग्रीन रूम और पवित्र तालाब की सीढ़ियों का निर्माण आदि कार्य शामिल है. कैंपस में एलईडी और हाई मास्ट लाइट भी लगाये जायेंगे.