बिहार : …अब आईपीएस विवेक के मामले की ईडी भी करेगा जांच

पटना : मुजफ्फरपुर के निलंबित एसएसपी विवेक कुमार की आय से अधिक संपत्ति मामले में कार्रवाई होने के बाद उनकी मुसीबतें लगातार बढ़ती दिख रही हैं. एसवीयू (स्पेशल विजिलेंस यूनिट) की विशेष टीम की कार्रवाई में उनके पास से बड़ी मात्रा में चल-अचल संपत्ति मिलने के बाद से उनके खिलाफ अन्य जांच एजेंसियों की कार्रवाई […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 24, 2018 6:37 AM
पटना : मुजफ्फरपुर के निलंबित एसएसपी विवेक कुमार की आय से अधिक संपत्ति मामले में कार्रवाई होने के बाद उनकी मुसीबतें लगातार बढ़ती दिख रही हैं.
एसवीयू (स्पेशल विजिलेंस यूनिट) की विशेष टीम की कार्रवाई में उनके पास से बड़ी मात्रा में चल-अचल संपत्ति मिलने के बाद से उनके खिलाफ अन्य जांच एजेंसियों की कार्रवाई भी होना तय माना जा रहा है. अब इस बात की भी पूरी संभावना व्यक्त की जा रही है कि यह मामला ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) को ट्रांसफर हो सकता है. इनके खिलाफ अब तक की जांच में मनी लाॅन्ड्रिंग से जुड़ी बातें सामने आने के बाद ही यह मामला ईडी को ट्रांसफर करने पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है. इस केस से जुड़ी ऐसी कई बातें हैं, जो इनके खिलाफ अवैध रुपये की बात को साबित करते हैं और इस आधार पर इनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला पूरी तरह से बनता है.
आईपीएस अधिकारी विवेक कुमार के पास आय से 350% से ज्यादा की अवैध संपत्ति मिलने और इस आधार पर टैक्स चोरी का यह मामला आयकर के पास भी ट्रांसफर होने जा रहा है.
लेकिन इसके अलावा उन्होंने पैसे कमाने के लिए सिर्फ अपने पद का दुरुपयोग करके रिश्वत ही नहीं लिया, बल्कि शराब माफिया या तस्करों से साठगांठ करके भी पैसे कमाये हैं. हालांकि इस मामले में शुरुआती स्तर पर मिले कई दस्तावेजों और डायरी में मिले तमाम फोन नंबरों के आधार पर मिली जानकारी की अभी गहराई से जांच चल रही है.
इसके बाद ही इनके खिलाफ मामला दर्ज किया जा सकता है. अब तक की जांच में यह तकरीबन स्पष्ट हो चुका है कि शराब माफियाओं से इन्हें भी काफी पैसे मिले हैं. इसका सबसे बड़ा उदाहरण है कि पूर्ण शराबबंदी लागू होने यानी अप्रैल 2016 के बाद उन्होंने करीब 20 लाख रुपये अपने अज्ञात स्रोतों से कमाये हैं.
इसके अलावा उन्होंने पैतृक घर सहारनपुर और ससुराल मुजफ्फरनगर में कई प्लॉट भी खरीदे हैं, जो इनकी अवैध कमाई से ही खरीदे गये हैं.
जमीन समेत अन्य माध्यमों के जरिये इनकी काली कमाई का बड़ा निवेश होने की वजह से पीएमएलए (प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉड्रिंग एक्ट) का मामला हर तरह से बनता है. इस वजह से इस मामले में आगे की जांच के लिए यह केस ईडी को ट्रांसफर होना तय माना जा रहा है.

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