पटना /नयी दिल्ली: नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत के बिहार और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों के कारण देश में विकास की रफ्तार धीमीहोने संबंधी बयान पर बिहार में सियासी पाराचढ़नेलगा है.नीतिअायोग केइसबयान पर राजद सहित कई दलों को आपत्ति दर्ज कराते हुए सरकार पर जमकर निशाना साधा है. राजदसुपीमो लालू यादव के बेटे और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने नीति आयोग के इस बयान परएकओर जहां प्रतिक्रियादेते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भाजपा पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश कुमार का बिहार मॉडल धोखाधड़ी और फर्जी है. वहीं, नीति आयोग के बयान पर बिहार में सत्तारूढ़ दल के नेता भी नाराज दिख रहे है. नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत के बयान पर जदयू नेता नीरज कुमार नेआपत्ति दर्ज कराते हुए कहा कि सभी क्षेत्रों के समान विकास से ही देश का पूरा विकास हो सकता है.
अच्छा होता कि अमिताभ कांत पिछड़े राज्यों के विकास का ब्लूप्रिंट पेश करते : कांग्रेस
कांग्रेस ने भारत के पिछड़ेपन के लिए बिहार, उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश को जिम्मेदार ठहराने संबंधी बयान देने के लिए नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत को आड़े हाथ लेते हुए आज कहा कि बेहतर होता, यदि वह इन पिछड़े राज्यों के विकास का ब्लूप्रिंट सामने रखते. कांग्रेस प्रवक्ता पीएल पूनिया ने कहा, नीति आयोग के सीईओ बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों को पिछड़ा हुआ बता रहे है. यह सच है कि ये राज्य कई मानकों पर पिछड़े हैं, लेकिन अच्छा होता कि वह इस तरह के बयान देने की बजाय इन राज्यों के विकास के लिए किसी ब्लूप्रिंट के साथ सामने आते.
इन राज्यों के पिछड़ेपन के लिए भाजपा को भी देना चाहिए जवाब : पीएल पूनिया
कांग्रेस नेता ने कहा, इन राज्यों को पहले ‘बीमारू’ कहा जाता था. यह भी सच है कि इनमें कई राज्यों में पिछले कई वर्षों से भाजपा या उसके सहयोगी दलों की सरकारें हैं. इन राज्यों के पिछड़ेपन के लिए भाजपा को भी जवाब देना चाहिए. मीडिया में आयी खबरों के मुताबिक कल जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में अब्दुल गफ्फार खान स्मारक व्याख्यान के दौरान अमिताभ कांत ने कहा कि बिहार, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान जैसे राज्यों के कारण भारत पिछड़ा बना हुआ है और खासकर सामाजिक सूचकांकों पर.पीएल पूनिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंचायती राज संस्थाओं को मजबूत बनाने की बात कही है, लेकिन यह नहीं बताया कि वो इसके लिए क्या करने वाले हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार के शासनकाल में पंचायती राज संस्थाओं के पास पर्याप्त धन नहीं है.
सीएमनीतीश बिहार की जनता को बताएं, झूठ बोल रहा है नीति आयोग : तेजस्वी
भारत के पिछड़ेपन के लिए बिहार, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान को कथित रूप से जिम्मेदार ठहराने के नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत के बयान परबिहारमें मुख्य विपक्षीदल राजद ने कहा कि मुख्यमंत्री को राज्य की जनता को बताना चाहिए कि नीति आयोग झूठ बोल रहा है. राजद नेता तेजस्वी यादव ने आज एक विज्ञप्ति जारी कर कहा कि नीति आयोग के सीईओ ने अज्ञानतावश बड़े ही दुर्भाग्यपूर्ण रूप से एक गैरजिम्मेदाराना बयान दिया है कि बिहार, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान जैसे राज्यों ने ही देश में प्रगति की रफ्तार को कम कर दिया है. उन्होंने कहा कि नीति आयोग ने एक तरह से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बिहार मॉडल की धज्जियां उड़ा दी हैं. मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में तो 15 साल से भाजपा की सरकारें हैं.
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी ने कहा कि कांत कहते हैं कि बिहार पिछड़ा हुआ है, जबकि इस राज्य में तेरह साल से भाजपा और जदयू की तथाकथित ब्रांड बिहार वाली सुशासन सरकार है. उन्होंने कहा कि नीति आयोग के इस बयान पर नीतीश कुमार सामने आएं और बिहार की जनता को बताएं कि नीति आयोग झूठ बोल रहा है. नीति आयोग की कड़े शब्दों में आलोचना करें. तेजस्वी ने कहा कि जिस बिहार के लोग अपने खून-पसीने से राष्ट्र की समृद्धि और सामरिक शक्ति में वृद्धि करते हैं, उनके योगदान को कमतर आंक कर नीति आयोग ने बिहारी अस्मिता और कर्मठता को अपशब्द कहा है.
राज्य नहीं बल्कि ऐतिहासिक कारण जिम्मेदार : जदयू
अमिताभ कांत के बयान पर जदयू ने ऐतिहासिक कारण को जिम्मेदार ठहराया है. जदयू के प्रवक्ता और विधान पार्षद नीरज कुमार ने अमिताभ कांत के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इसके लिए राज्य नहीं बल्कि ऐतिहासिक कारण जिम्मेदार हैं. सभी क्षेत्रों के समान विकास से ही देश का संपूर्ण विकास हो सकता है. नीरज ने कहा कि आज देश में आर्थिक और सामाजिक असमानता उभरने का एक बड़ा कारण असमान विकास है. आज देश में जितने भी विकसित राज्य हैं, उनके विकास में प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से बिहारियों का योगदान रहा है. बिहार के लोग जब अगर अन्य राज्यों के विकास में योगदान कर सकते हैं तब बिहार को क्यों नहीं विकसित किया जा सकता. उन्होंने कहा, पिछड़े राज्य की सूची में शामिल होने के बावजूद बिहार लगातार पिछले 12 सालों से विनिर्माण क्षेत्र की विकास दर में राष्ट्रीय औसत से आगे रहा है.
गौरतलब है कि नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने बयान दिया था कि बिहार और यूपी जैसे राज्यों की वजह से देश पिछड़ा हुआ है. उन्होंने कहा कि व्यापार में सुविधा लाने के लिए हमने तेजी से सुधार किया है, लेकिन मानव विकास सूचकांक में हम अभी भी पिछड़े हुए हैं.
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