बिहार : बचपन बचाओ अभियान के जरिये बच्चों के लिए तैयार हो रहा सुरक्षित सामाजिक परिवेश

पटना : प्रभात खबर अखबार का सामाजिक सरोकारों से जुड़ा ‘बचपन बचाओ अभियान’ तेजी और सफलतापूर्वक गति पकड़ रहा है. प्रभात खबर के लिए यह अभियान सामाजिक सहभागिता और प्रतिबद्धता से जुड़ा है. प्रदेश की नयी पीढ़ी को सुरक्षित सामाजिक परिवेश निर्मित करने के मकसद से शुरू इस अभियान में बच्चों की ललक और उनका […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 28, 2018 7:32 AM
पटना : प्रभात खबर अखबार का सामाजिक सरोकारों से जुड़ा ‘बचपन बचाओ अभियान’ तेजी और सफलतापूर्वक गति पकड़ रहा है. प्रभात खबर के लिए यह अभियान सामाजिक सहभागिता और प्रतिबद्धता से जुड़ा है. प्रदेश की नयी पीढ़ी को सुरक्षित सामाजिक परिवेश निर्मित करने के मकसद से शुरू इस अभियान में बच्चों की ललक और उनका उत्साह चरम पर देखने को मिला. अभियान एक कारवां में तब्दील होता दिखा रहा है. बचपन बचाओ अभियान कार्यक्रम में बच्चों और समाज के गणमान्य लोगों की उपस्थिति उत्साहवर्धक रही है.
शुरुआती दो दिनों में ही इस कार्यक्रम में पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर व गया में 2500 से अिधक बच्चे भाग ले चुके हैं. यह अभियान प्रदेश भर में एक महीने तक जारी रहेगा और हजारों बच्चे इसका िहस्सा बनेंगे.
पटना में प्रभात खबर की ओर से बचपन बचाओ अभियान कार्यक्रम की शुरुआत बीते गुरुवार को लोयला हाईस्कूल अौर दूसरे दिन कृष्णा निकेतन स्कूल में की गयी.
कार्यक्रम के दौरान पांच सौ से अधिक बच्चों ने भागीदारी की. मनोवैज्ञानिक डॉ बिंदा सिंह और बिहार के केबीसी विजेता सुशील कुमार और दूसरे दिन डॉ समिधा पांडेय और पूर्व डीजीपी डीएन गौतम ने बच्चों के सवालों के प्रभावी जवाब दिये. सोशल साइटों पर घंटों समय बिताने के बाद भी वह इतने स्ट्रेस में क्यों हैं?
इन सारे सवालाें के जवाब बच्चों से जानने की कोशिश की गयी. इस दौरान ज्यादातर बच्चे स्कूल के पढ़ाई और मिलने वाले होमवर्क के कारण तनावग्रस्त रहने की बात कही. कुछ बच्चों ने अभिभावक द्वारा डॉक्टर और इंजीनियर बनने जैसी अपेक्षाओं के तले दबे रहने की बात कही. स्कूली लड़कियों ने
अभिभावकों की उनकी सेफ्टी से जुड़ी चिंताएं भी जाहिर कीं.गया में 26 अप्रैल को इंडियन सेंट्रल स्कूल और दूसरे दिन 27 अप्रैल को सिटी पब्लिक स्कूल में बचपन बचाओ अभियान कार्यक्रम का आयोजन हुआ. पहले दिन करीब तीन सौ और दूसरे दिन चार सौ बच्चों ने भाग लिया. इन कार्यक्रमों में डॉ धनंजय धीरज, डॉ पंकज कुमार, विनोद कुमार, डॉ माधवेंद्र कुइला व डॉ एसके में विषय विशेषज्ञ मौजूद रहे. बच्चों ने प्रमुख रूप से घर और स्कूल-कॉलेजों में रहने-सहने और पढ़ने-लिखने में स्वतंत्रता से संबंधित सवाल उठाये.
मुजफ्फरपुर में बचपन बचाओ अभियान की शुरुआत गुरुवार को डीएवी पब्लिक स्कूल, बखरी से हुई. अतिथि के तौर पर डीआईजी अनिल कुमार सिंह और मोटिवेटर मनोज कुमार वर्मा ने बच्चों से संवाद किया. अनिल कुमार सिंह ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स को लेकर भी बच्चों की सीख दी और कहा कि सप्ताह में एक दिन बच्चे डिजिटल उपवास करें.
26 अप्रैल को भागलपुर के एसकेपी विद्या विहार (सीबीएसई से मान्यताप्राप्त) में बचपन बचाओ अभियान की शुरुआत हुई. इसमें 700 से अधिक बच्चों ने भाग लिया. 27 अप्रैल को आनंदराम ढांढनियां सरस्वती विद्या मंदिर में कार्यक्रम का आयोजन हुआ. इसमें महादेव सिंह कॉलेज के प्राचार्य डॉ केडी प्रभातकी मौजूदगी में 1000 से अधिक बच्चों ने भागीदारी की. बच्चों ने सवाल किया कि वे जो चाहते हैं वहइसलिए नहीं पढ़ पाते कि अभिभावक नहीं चाहते.

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