बिहार : स्वास्थ्य सेवा बेहतर होने से घटी रोगियों की संख्या, देखें आंकड़े

2014-15 में राज्य में रोगियों की संख्या थी 52.4 लाख, 16-17 में घटकर हुई 20.4 लाख पटना : सूबे में स्वास्थ्य सुविधाओं के बेहतर होने तथा समय पर चिकित्सा व्यवस्था की उपलब्धता होने की वजह से राज्य में मुख्य रोगों के रोगियों की संख्या में कमी आयी है. आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार राज्य में 2014- […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 28, 2018 7:43 AM
2014-15 में राज्य में रोगियों की संख्या थी 52.4 लाख, 16-17 में घटकर हुई 20.4 लाख
पटना : सूबे में स्वास्थ्य सुविधाओं के बेहतर होने तथा समय पर चिकित्सा व्यवस्था की उपलब्धता होने की वजह से राज्य में मुख्य रोगों के रोगियों की संख्या में कमी आयी है. आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार राज्य में 2014- 15 में राज्य में मुख्य रोगियों की संख्या थी 52.4 लाख, 16-17 में घटकर 20.4 लाख हो गयी. राज्य में सबसे अधिक रोगी श्वसन तंत्र में संक्रमण के हैं. इसके बाद बुखार और डायरिया के रोगी हैं. साल 2015-16 में राज्य में रोगियों की संख्या 38.8 लाख थी.
बिहार तेज सामाजिक और आर्थिक विकास के साथ- साथ महामारी की समस्या से भी जूझ रहा है. हालांकि, इसमें सुखद बात यह है कि रोगों के प्रति लोग जागरूक हुए हैं. समय पर लोगों को चिकित्सा सुविधा मिल जा रही है.
इन कारणों से राज्य में मुख्य रोगों के रोगियों की संख्या में कमी आयी है. आर्थिक सर्वेक्षण 2017-18 के अनुसार 2016-17 में राज्य में सबसे अधिक रोगियों की संख्या श्वसन तंत्र में तीव्र संक्रमण ( एआरआइ) के थे. इनकी संख्या 6.9 लाख थी. इसके बाद अज्ञात कारणों से बुखार ( एफयूओ) की थी. इनकी संख्या 5.1 लाख थी. इसी साल डायरिया के रोगियों की संख्या 2.7 लाख तो पेचिस की 1.4 लाख.
राज्य में कुत्ता काटने वालों की संख्या में भी कमी आयी है. साल 2016-17 में यह संख्या 1.9 लाख थी. साल 2015-16 में 2.7 लाख और साल 2014-15 में 6.3 लाख, बताया जा रहा है कि लोक स्वास्थ्य सुविधाओं में उचित देखरेख के कारण राज्य में रोगियों की संख्या घटी है.
रोगियों की संख्या घटने में पहले एनआरएचएम और अब एनएचएम की बड़ी भूमिका रही है. पिछले छह साल में इस मिशन के तहत सात घटकों पर विशेष ध्यान दिया गया. इस पर 6262 करोड़ खर्च किये गये.
राज्य में मुख्य रोगों के रोगियों की संख्या ( आंकड़े लाख में)
रोग का नाम 2014-15 2015-16 2016-17
डायरिया 6.9 5.1 2.7
खूनी पेचिश 3.6 2.8 1.4
वायरल हेपेटाइटिस 0.3 0.3 0.2
आंत्र ज्वर 3.1 2.6 1.4
मलेरिया 0.3 0.3 0.2
अज्ञात मूल का बुखार 13.2 10.3 5.1
तीव्र श्वांस संक्रमण 17.3 13.5 6.9
निमोनिया 0.5 0.4 0.2

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