पटना : टीका मॉडल केंद्र बढ़ाने की जरूरत, सितंबर से रोटा वायरस का टीका

पटना : शहर के सरकारी अस्पतालों में पर्याप्त टीके उपलब्ध हैं. सरकारी अस्पतालों में कई ऐसे भी टीके हैं, जो प्राइवेट अस्पतालों में नहीं हैं. हालांकि प्रदेश में मॉडल टीकाकरण के नाम पर सिर्फ गार्डिनर रोड अस्पताल में ही सुविधा है, जिसे बढ़ाने की जरूरत है. यह कहना है इंडियन एकेडमी ऑफ पेडियाट्रिक्स (आईएपी) एसोसिएशन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 28, 2018 8:40 AM
पटना : शहर के सरकारी अस्पतालों में पर्याप्त टीके उपलब्ध हैं. सरकारी अस्पतालों में कई ऐसे भी टीके हैं, जो प्राइवेट अस्पतालों में नहीं हैं. हालांकि प्रदेश में मॉडल टीकाकरण के नाम पर सिर्फ गार्डिनर रोड अस्पताल में ही सुविधा है, जिसे बढ़ाने की जरूरत है.
यह कहना है इंडियन एकेडमी ऑफ पेडियाट्रिक्स (आईएपी) एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ बीरेंद्र कुमार सिंह का. डॉ बीरेंद्र ने कहा कि आईएपी स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिख कर मॉडल टीका करण केंद्र बढ़ाने की मांग करेगा. विश्व इम्युनाइजेशन सप्ताह के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में टीके की महत्ता के बारे में बताते हुए डॉ बीरेंद्र सिंह ने कहा कि विश्व इम्युनाइजेशन सप्ताह 24 से 30 अप्रैल तक मनाया जाता है. उन्होंने कहा कि इंद्रधनुष कार्यक्रम का नतीजा है कि बिहार में टीके के प्रति लोगों में जागरूकता आयी है. हालांकि अभी भी बहुत सारे ऐसे लोग हैं, जो बच्चे को टीके लगवाने से घबराते हैं.
रोटा वायरस का टीका : निमोनिया, डायरिया से पीड़ित बच्चों के लिए राहत भरी खबर है.आईएपी के सचिव डॉ अखिलेश कुमार सिंह ने कहा कि सितंबर महीने से बिहार में रोटा वायरस का टीका सभी सरकारी अस्पतालों में मिलना शुरू हो जायेगा. डॉ अखिलेश ने कहा कि यह टीका नि:शुल्क रहेगा. ऐसे में अब मस्तिष्क ज्वर, वायरल इंफेक्शन, डायरिया और निमोनिया से ग्रसित बच्चों को काफी राहत मिलेगी.

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