दलितों के मुद्दे पर बिहार में सियासत, जीतन राम मांझी ने नीतीश सरकार पर लगाया ये बड़ा आरोप

पटना : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री एवं हिंदुस्तान अवाम मोरचा के राष्ट्रीयअध्यक्ष जीतन राम मांझी ने आरोप लगाया है कि बिहार सरकार दलितों के मुद्दे पर ‘‘घड़ियाली आंसू ‘ बहा रही है और एससी-एसटी अधिनियम के तहत दर्ज हुए मामलों में दोषी ठहराये जाने की दर राज्य में बेहद कम है. अपने संक्षिप्त शासन में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 29, 2018 2:31 PM

पटना : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री एवं हिंदुस्तान अवाम मोरचा के राष्ट्रीयअध्यक्ष जीतन राम मांझी ने आरोप लगाया है कि बिहार सरकार दलितों के मुद्दे पर ‘‘घड़ियाली आंसू ‘ बहा रही है और एससी-एसटी अधिनियम के तहत दर्ज हुए मामलों में दोषी ठहराये जाने की दर राज्य में बेहद कम है. अपने संक्षिप्त शासन में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लोगों के कल्याण को ध्यान में रखकर कई कदम उठाये जाने का दावा करते हुए जीतन राम मांझी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने हालिया दलितोन्मुख रुख आगामी लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखकर ‘‘राजनीतिक फायदा’ उठाने के उद्देश्य से अपनाया है.

पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने कल यहां संवाददाताओं से कहा, बिहार में वर्ष 2017 तक एससी-एसटी अधिनियम के तहत दर्ज 25,943 मामले लंबित थे. इनमें से सिर्फ 89 मामलों में सजा हुई जो महज 0.34 फीसदी है. उन्होंने कहा, नीतीश कुमार एक दशक से ज्यादा समय से मुख्यमंत्री हैं. आंकड़े दलितों की हालत को लेकर उनकी प्रतिबद्धता को खुद बयां कर रहे हैं.

Next Article

Exit mobile version