बिहार : टुकड़ों में टूटी थीं हड्डियां, पांच डॉक्टरों ने 6 घंटे सर्जरी से जोड़ दी

पटना : राजधानी में ऑथोपेडिक्स डॉक्टरों ने दो मरीजों के दर्जनों टूट चुकी हड्डियों को एक खास तकनीक का इस्तेमाल कर जोड़ा है. इस तकनीक का नाम जोशी एक्सर्टनल स्टेबलाइजेशन सिस्टम (जेईएसएस) है. इसके अलावा डेढ़ साल के एक बच्चे के टेढ़े हो चुके पैर को जेईएसएस तकनीक से सर्जरी कर सीधा किया है. ग्लोबल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 30, 2018 6:22 AM
पटना : राजधानी में ऑथोपेडिक्स डॉक्टरों ने दो मरीजों के दर्जनों टूट चुकी हड्डियों को एक खास तकनीक का इस्तेमाल कर जोड़ा है. इस तकनीक का नाम जोशी एक्सर्टनल स्टेबलाइजेशन सिस्टम (जेईएसएस) है. इसके अलावा डेढ़ साल के एक बच्चे के टेढ़े हो चुके पैर को जेईएसएस तकनीक से सर्जरी कर सीधा किया है.
ग्लोबल ऑर्थोपेडिक्स फोरम व बिहार आर्थोपेडिक्स एसोसिएशन की ओर से शहर में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार में इन तीनों मरीजों की लाइव सर्जरी कर हड्डियां जोड़ी गयी है. वहीं, एसोसिएशन के सचिव व पीएमसीएच के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ राजीव आनंद व आयोजन सचिव डॉ अमूल्या सिंह ने कहा कि इन तीनों ऑपरेशन को स्क्रीन पर लाइव दिखाया गया और जूनियर डॉक्टरों ने इस दौरान सर्जन डॉक्टरों से कई सवाल भी पूछे.
महिला की सात, तो बीएमपी जवान की पांच जगह टूट चुकी थी हड्डियां: वैशाली हाजीपुर की रहनेवाली नीलम झा सड़क दुर्घटना में बाइक से गिर गयी. इस दौरान उनके दाहिने कोहनी (एल्बो) में जबर्दस्त चोट लगी.
कोहनी के बल पर गिरने से उनकी एल्बो की सात जगह हड्डियां टूट चुकी थी. ऐसे में वह अपने एक हाथ से ही पूरा काम कर रही थी. लाइव सर्जरी के दौरान डॉक्टरों ने जेईएसएस तकनीक से उनके कोहनी का ऑपरेशन कर सातों टूटी हड्डियों को जोड़ा. इसी प्रकार सोनपुर छपरा के रहनेवाले एक बुजुर्ग बीएमपी जवान सड़क दुर्घटना में पूरी तरह से घायल हो गये और उनके एक पैर का घुटना टूट गया.
दुर्घटना इतनी भयावह थी की घुटने की पांच हड्डियां टूट चुकी थी. इसके अलावा वैशाली जिले के महुआ क्षेत्र के रहनेवाले डेढ़ साल के एक जन्मजात बच्चे का पाव पूरी तरह से टेढ़ा था, पैर के जिस जगह की हड्डी टेढ़ी हुई थी उसे काट कर डॉक्टरों ने सीधा किया. तीनों ही सर्जरी जेईएसएस तकनीक से हुई.
5 डॉक्टरों ने छह घंटे में किया ऑपरेशन
तीनों ही मरीजों की सर्जरी के लिए बाहर से पांच डॉक्टरों की टीम बुलायी गयी थी. इसमें सुबह आठ से दोपहर दो बजे कुल छह घंटे में पांचों डॉक्टर ने तीनों मरीज की सर्जरी की. सर्जरी में खास तौर पर मुंबई से आये डॉ राम प्रभु, डॉ संजय श्रीवास्तव, मेरठ के डॉ लोकेश मराठा, डॉ संध्या कौशिक और पटना से डॉक्टर अमूल्या सिंह शामिल थे.

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