पटना : मतगणना में बाधा डालने वालों पर दर्ज होगी प्राथमिकी

रद्द भी हो सकता है दोषी वकीलों का लाइसेंस पटना : बिहार राज्य बारकाउंसिल चुनाव की मतगणना के दौरान दो मई व उसके बाद उपद्रव कर मतगणना में बाधा डालने वाले वकीलों व उनके समर्थकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश बार कौंसिल ऑफ इंडिया के इलेक्शन ट्रिब्यूनल ने दिया है. ट्रिब्यूनल ने इस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 4, 2018 8:18 AM
रद्द भी हो सकता है दोषी वकीलों का लाइसेंस
पटना : बिहार राज्य बारकाउंसिल चुनाव की मतगणना के दौरान दो मई व उसके बाद उपद्रव कर मतगणना में बाधा डालने वाले वकीलों व उनके समर्थकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश बार कौंसिल ऑफ इंडिया के इलेक्शन ट्रिब्यूनल ने दिया है. ट्रिब्यूनल ने इस संबंध में बिहार बार कौंसिल की स्पेशल कमिटी को निर्देश दिया है.
इसके साथ ही ट्रिब्यूनल ने कहा है कि मतगणना के दौरान ऑब्जर्वर, को-ऑब्ज़र्वर, आरओ व एआरओ समेत मतगणना कार्य मे शामिल लोगों को भद्दी भद्दी गालियां देने के मामले को बार काउंसिल ऑफ इंडिया के निर्वाचन ट्रिब्यूनल ने गंभीरता से लिया है.
ट्रिब्यूनल ने कहा है कि इस घटना से संबंधित वीडियो फुटेज के आधार पर गलत आचरण करने वाले वकीलों की पहचान कर उम्मीदवारी रद्द करने के साथ ही उनके लाइसेंस को रद्द करने की कर्रवाई प्रारंभ की जाये.
साथ ही निर्वाचन ट्रिब्यूनल ने पूरे घटनाक्रम की वीडियो फुटेज का परीक्षण कर उम्मीदवारों की शिकायत पर सुनवाई के लिए सा जुलाई की तिथि निर्धारित की है. ट्रिब्यूनल ने चुनाव से संबंधित शिकायत करने वाले लोगों से कहा है कि वे अपने साक्ष्य के साथ सात जुलाई को इलेक्शन ट्रिब्यूनल नयी दिल्ली में उपस्थित होकर अपनी बातों को सामने रखें.
मालूम हो कि मंगलवार को बक्सर के चुनाव के मतपत्रों की गिनती के दौरान मतपेटी से निकले मतपत्र पर बक्सर के एक उम्मीदवार ने विवाद खड़ा कर दिया. इस विवाद के बाद स्थिति ऐसी उत्पन्न हो गयी कि मतगणना कार्य को बंद करना पड़ा. उम्मीदवारों ने बुधवार को भी मतगणना में व्यवधान डाला. इतना ही नहीं इन लोगों द्वारा आरओ, एआरओ, ऑब्जर्वर ,को ऑब्जर्वर और मतगणना कार्य मे लगे लोगों को भद्दी भद्दी गालियां दी.
बिहार राज्य बार काउंसिल के निर्वाचित सदस्यों का टर्म खत्म होन के उपरांत महाधिवक्ता की अध्यक्षता में विशेष समिति का गठन किया गया है. यह कमेटी ही बार काउंसिल के रोज का काम काज देखती है और वकीलों के हित मे उचित निर्णय लेती है .

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