यूपीएससी में सफल होने के लिए समर्पित रहें, सकारात्मक रहें

पटना : देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा यूपीएससी की परीक्षा में सफल होना हर किसी का सपना होता है, लेकिन भटकाव के कारण लाखों छात्र-छात्राएं इसमें असफल हो जाते हैं. ऐसे में यदि आप क्वालिटी पढ़ें, हिम्मत नहीं हारें, सकारात्मक होकर लगे रहें और सोशल मीडिया से दूर रहें तो आपको सफलता अवश्य मिलेगी. यूपीएससी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 6, 2018 9:08 AM
पटना : देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा यूपीएससी की परीक्षा में सफल होना हर किसी का सपना होता है, लेकिन भटकाव के कारण लाखों छात्र-छात्राएं इसमें असफल हो जाते हैं. ऐसे में यदि आप क्वालिटी पढ़ें, हिम्मत नहीं हारें, सकारात्मक होकर लगे रहें और सोशल मीडिया से दूर रहें तो आपको सफलता अवश्य मिलेगी. यूपीएससी की परीक्षा में 334 वीं रैंक लाने वाले बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के रामगढ़वा प्रखंड स्थित ऊंचीभठिया गांव के रहनेवाले रविकेश त्रिपाठी ने पाठकों को सफलता के लिए खास टिप्स दिये.
संत माइकल स्कूल से 12 वीं के बाद की मेकैनिकल इंजीनियरिंग
रविकेश की स्कूली शिक्षा पटना के ही संत माइकल स्कूल से हुई. 2006 में मैट्रिक और 2008 में इंटरमीडिएट करने के बाद जेपी यूनिवर्सिटी ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी गुना से मेकैनिकल इंजीनियरिंग की. इसके बाद दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में रहकर यूपीएससी की तैयारी की. लगातार कड़ी मेहनत और दृढ़ इच्छा शक्ति से उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल कर ली. उन्होंने बताया कि दादा जी स्वर्गीय चंद्रभूषण त्रिपाठी की इच्छा थी कि मैं यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन परीक्षा क्लियर करूं. अभी तो वे नहीं है लेकिन उनकी प्रेरणा हमेशा याद आती है. मां निर्मला त्रिपाठी और पटना जंक्शन पर सीआरएस पिता अजय त्रिपाठी ने लगातार हौसला अफजायी की. भाई रविरंजन के साथ ही बहन रिचा और रश्मि का भी सहयोग लगातार मिला. पश्चिम चंपारण जिले के अमवा मझार में इनका ननिहाल है, वहां के दोस्तों रिश्तेदारों को भी वे अपनी सफलता में सहयोगी मानते हैं.
सफल होने की जिद होना ही सफलता की गारंटी है
रविकेश कहते हैं कि सफल होने की जिद होना ही सफलता की गारंटी है. इसी फार्मूले से उन्हें सफलता मिली है. हिम्मत नहीं हारें क्योंकि कभी कभार सफल होने में देर होती है लेकिन इस बीच आपको सकारात्मक रहना है.
घंटों के हिसाब से नहीं क्वालिटी के हिसाब से करें पढ़ाई
रविकेश ने बताया कि कभी भी घंटों के हिसाब से अध्ययन सफलता नहीं देती है. पढ़ाई में निरंतरता और क्वालिटी महत्वपूर्ण है. छोटे छोटे हिस्से बनाकर अध्ययन करें. क्वालिटी सामग्री और क्वालिटी अध्ययन जरूरी है. उन्होंने कहा कि बिहार के लड़के तैयारी के दौरान भटकते बहुत हैं. इसे दूर करने की आवश्यकता है.

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