पटना : बिहार के सबसे बड़े सियासी परिवार के मुखिया और राजद सुप्रीमो लालू यादव इन दिनों चारा घोटाला मामले में सजा काट रहे हैं. स्वास्थ्य ठीक नहीं होने की वजह से उन्हें रांची स्थित रिम्स रखा गया है, जहां उनका इलाज जारी है. हाल में दिल्ली एम्स से इलाज करा कर लौटे लालू यादव की रोज मेडिकल बुलेटिन जारी की जाती है. डॉक्टरों की एक टीम उनकी देख रेख कर रही है. ताजा जानकारी की मानें, तो रिम्स में भर्ती लालू प्रसाद के शुगर लेवेल को कम करने के लिए डॉक्टरों ने इंसुलिन का डोज बढ़ा दिया है. इंसुलिन का डोज बढ़ा कर 50 यूनिट कर दिया गया है, जिसे सोमवार से दिया जाने लगा है. सुबह में इंसुलिन का डोज 26 यूनिट व शाम का डोज 24 यूनिट किया गया है. इससे पहले रविवार तक इंसुलिन का डोज सुबह व शाम को 24-24 यूनिट चल रहा था. मालूम हो कि लालू का शुगर लेवेल खाने के बाद (पीपी) सबसे ज्यादा अनियंत्रित रह रहा है. यह लेवेल 400 से ज्यादा तक पहुंच जा रहा है.
लालू के मेडिकल रिपोर्ट और बुलेटिन को लेकर अब एक नया विवाद सामने आ गया है. राजद विधायक और लालू के सबसे खास करीबियों में से एक भोला यादव ने उनकी मेडिकल बुलेटिन को लेकर एक बड़ा आरोप लगाया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भोला का कहना है कि लालू प्रसाद के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. उनकी मेडिकल रिपोर्ट में छेड़छाड़ की जा रही है. भोला यादव ने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा है कि लालू प्रसाद की सेहत में कोई सुधार नहीं हो रहा है, बल्कि मेडॉल (प्राइवेट जांच लैब) की गलत रिपोर्ट के आधार पर निदेशक मेडिकल बुलेटिन जारी कर रहे हैं. भोला यादव ने यहां तक आरोप लगाया कि यह सब सरकार में बैठे लोगों के इशारे पर हो रहा है.
भोला यादव ने साफ कहा है कि अगर लालू यादव के जीवन पर कोई खतरा होता है, तो उसके लिए रिम्स और झारखंड सरकार जिम्मेदार होगी. भोला यादव ने यह भी सवाल खड़ा किया है कि दो दिन पहले उनकी आयी यूरिन रिपोर्ट का क्या हुआ. उस दिन उनके यूरिन का रंग लाल था. भोला यादव का कहना है कि रिम्स के वरीय चिकित्सक डॉ जे के मित्रा ने भी माना है कि कई बार रिपोर्ट में गड़बड़ी मिली है. उसके बाद भी उसमें कोई सुधार नहीं किया जा रहा है. भोला यादव ने सवाल खड़े करते हुए पूछा है कि जब रिम्स में जांच की सारी सुविधाएं मौजूद हैं, फिर मेडॉल की रिपोर्ट का क्या मतलब बनता है. भोला यादव ने गंभीर सवाल उठाते हुए कहा है कि लालू रिम्स में भर्ती हैं, उनका शुगर लेवल बढ़ा हुआ है. वे किडनी रोड के स्टेज थ्री मरीज हैं. उसके बाद भी लगातार स्वास्थ्य सुधार की रिपोर्ट रिम्स प्रशासन दे रहा है. भोला का कहना है कि अस्पताल प्रशासन झूठ बोल रहा है और मैं लालू की देख-रेख कर रहा हूं, कुछ भी ठीक नहीं है.
इससे पूर्व इसी शुक्रवार को शुगर लेवेल 440 व शनिवार को 360 हो गया था. ऐसे में इंसुलिन का डोज बढ़ाने के बाद डॉक्टरों को लग रहा है कि शुगर का लेवेल नियंत्रित हो जायेगा. हालांकि विशेषज्ञ डॉक्टरों का कहना है कि शुगर लेवेल को अचानक कम करने के लिए अधिक डोज नहीं बढ़ाया जा सकता है, क्योंकि शुगर लेवेल अचानक कम होने से मरीज बेहोश भी हो सकता है. इधर, मंगलवार कोयानीआज लालू यादव की कई आवश्यक जांच की जाए गाी, जिसमें ब्लड व हार्ट संबंधी जांच शामिल है.
लालू प्रसाद एक मई को रिम्स में भर्ती हुए थे. इलाज के लिए पांच डॉक्टरों की टीम गठित की गयी है. जिसमें मेडिसिन से डॉ उमेश प्रसाद, सर्जरी से डॉ आरजी बाखला, नेत्र विभाग से डॉ वीवी सिन्हा, न्यूरो सर्जरी से डॉ अनिल कुमार, यूरोलॉजी से डॉ अरशद जमाल व कार्डियोलॉजी से डॉ प्रकाश कुमार शामिल हैं. लेकिन इस एक हफ्ते में डॉक्टरों की टीम ने एक बार भी बैठ कर चर्चा नहीं की है. सिर्फ डॉ उमेश प्रसाद व उनकी टीम लालू प्रसाद की जांच करती है और जो रिपोर्ट देते हैं उसके हिसाब से निदेशक हेल्थ बुलेटिन जारी करते हैं.
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