पटना : बिहार की राजधानी पटना की रहने वाली लड़की नेअपनेसपनोंमें सात समंदर पार का पंख लगाया है. जी हां, पटनाकीमधुमिताशर्मा को सर्च इंजन गूगल ने अपने स्विटजरलैंडकार्यालयमें टेक्निकल सोल्यूशन इंजीनियर के पद पर नौकरी दी है और पैकेज के रूप में एक करोड़ रुपये भी दिये हैं. मधुमिता ने इसके लिए नवंबर से जनवरी में आयोजित साक्षात्कार में भाग लिया था.साक्षात्कारभी सात राउंड में हुए थे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सोमवार को मधुमिता ने बकायदा अपना कार्यालय ज्वाइन कर लिया है. जानकारी के मुताबिक मधुमिता के पिता पिता सुरेंद्र शर्मा ने शुरुआत में बेटी से कहा था कि इंजीनियरिंग फील्ड लड़कियों के लिए नहीं है.
बाद में जब पिता ने देखा की इस प्रोफेशन में भी ज्यादातर लड़कियां आ रही हैं, तो उन्होंने बेटी से कहा कि चलो ठीक है एडमिशन ले लो. पिता ने मीडिया को बताया है कि मधुमिता को इससे पहले भी गूगल के अलावा अमेजॉन, माइक्रोसॉफ्ट और मर्सिडीज जैसी बड़ी कंपनीज की ओर से भी ऑफर मिला है. वहीं दूसरी ओर मीडिया से अपने अनुभवों को शेयर करते हुए मधुमिता ने बताया है कि उसे बचपन से सपना था कि गूगल जैसी कंपनी में काम करे. उसका यह सपना अब पूरा हो गया. उसने बचपन से एक सपना देखा था और अपनी लगन और मेहनत से उस सपने को साकार कर लिया. मधुमिता गूगल में नौकरी शुरू करने के पहले वे बेंगलुरु में एपीजी कंपनी में काम कर रही थीं. बेटी की इस सफलता पर पूरा बिहार गर्व कर रहा है.
मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक मधुमिता के पिता सत्येंद्र कुमार रेलवे प्रोटक्शन फोर्स में असिस्टेंट सिक्यूरिटी कमिश्नर हैं और उनकी मां चिंता देवी एक गृहणी हैं. पहले मधुमिता को 24 लाख, 23 लाख, 18 लाख के पैकेज का ऑफर मिला था. पहले ही मधुमिता को लगता था कि गूगल में ही उसका जॉब होगा, इसलिए उसने कभी भी कोई कंपनी जॉइन नहीं की. मधुमिता ने पटना के डीएवी पब्लिक स्कूल से पढ़ाई की है. बीबीसी के मुताबिकमधुमिताको 10वीं कक्षा में 86 और 12वीं कक्षा में 88 फीसदी अंक हासिल हुआथा. बाद में उसने जयपुर से पढ़ाई की. घरवालों की मानें, तो मधुमिता एक संवेदनशील और काफी विनम्र व्यक्तित्व वाली लड़की है. मधुमिता जिद्दी होने के साथ काफी मेहनती भी है. खासकर वह एक बार जो ठान लेती है, उसे करके ही दम लेती है. गूगल में जॉब इसी का परिणाम है.
यह भी पढ़ें-
शादी समारोह के बीच ही नवविवाहित जोड़े को झाड़ू लगाता देख हैरान हुए ग्रामीण, दिया स्वच्छता का संदेश