बिहार : नहीं मिली एंबुलेंस, भीख मांग कर पति का शव ले गयी घर
पटना : पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज के दौरान बहादुर केवट (54) की मौत के बाद उसकी लाश ले जाने के लिए सरकारी एंबुलेंस नहीं मिल सकी. मृतक की पत्नी पीएमसीएच प्रशासन से शव वाहन के लिए फरियाद करती रही, रोती रही, पैसे नहीं होने की दुहाई देती रही. लेकिन किसी का दिल नहीं […]
पटना : पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज के दौरान बहादुर केवट (54) की मौत के बाद उसकी लाश ले जाने के लिए सरकारी एंबुलेंस नहीं मिल सकी. मृतक की पत्नी पीएमसीएच प्रशासन से शव वाहन के लिए फरियाद करती रही, रोती रही, पैसे नहीं होने की दुहाई देती रही.
लेकिन किसी का दिल नहीं पसीजा. थक हार कर मृतक की पत्नी सुशीला देवी को अपना आंचल फैलाना पड़ा. वह निजी एंबुलेंस का भाड़ा देने के लिए पीएमसीएच परिसर में मौजूद लोगों से भीख मांगने लगी. परिसर में मौजूद लोग उसका सहारा बने और पैसों से सहयोग किया.
पैर गंवाने के बाद चल रहा था इलाज
संपतचक के रहने वाले बहादुर केवट पिछले माह सड़क दुर्घटना में घायल हो गया. दुर्घटना में मरीज का पैर बुरी तरह से घायल हो गया. परिजनों ने पीएमसीएच में लाकर भर्ती कराया. अंत में पैर काटने की नौबत आ गयी. मरीज को डायबिटीज के अलावा कई रोग भी थे. इलाज हुआ लेकिन बहादुर केवट की हालत गंभीर बनी रही. मंगलवार की सुबह केवट की मौत हो गयी. उसे ले जाने के लिए पत्नी सुशीला देवी के पास पैसे नहीं थे. अस्पताल से कोई मदद नहीं मिलने के बाद महिला ने परिसर में भीख मांग कर एक हजार रुपये इकट्ठा किये और अपने पति के शव को घर ले गयी.
क्या कहते हैं प्रिंसिपल
पीएमसीएच में बॉडी ले जाने के लिए शव वाहन की व्यवस्था की गयी है. जानकारी जब मिली तो मैंने कंट्रोल रूम से बात की, लेकिन वहां किसी ने इस बात की पुष्टि नहीं की. कंट्रोल रूम के प्रभारी का कहना है कि मंगलवार को शव वाहन छपरा भेजा गया था. अगर महिला आती तो वाहन की सुविधा दी जाती. लेकिन कंट्रोल रूम में कोई भी महिला वाहन के लिए नहीं आयी थी. लेकिन मामला क्या है इसकी सच्चाई का पता लगा रहा हूं.
डॉ विजय कुमार गुप्ता, प्रिंसिपल पीएमसीएच.