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लालू के बेटे तेज की शादी के बहाने सियासत साधने की भी चल रही है तैयारी, जानें पूरी चर्चा

पटना : किसी ने सच कहा है कि सियासतमेंसमय का तकाजा सत्ताके लिए मुफीद साबित होता है. बिहार के सबसे बड़े सियासी परिवार के मुखिया और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप की शादी को राजनीतिक प्रेक्षक कुछ इसी नजर से देखते हैं. बिहार के दो बड़े सियासी परिवारों के बीच होने […]

पटना : किसी ने सच कहा है कि सियासतमेंसमय का तकाजा सत्ताके लिए मुफीद साबित होता है. बिहार के सबसे बड़े सियासी परिवार के मुखिया और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप की शादी को राजनीतिक प्रेक्षक कुछ इसी नजर से देखते हैं. बिहार के दो बड़े सियासी परिवारों के बीच होने वाले इस रिश्ते से पहले राजनीतिक चर्चाओं का बाजार गर्म है. बिहार के राजनीति गलियारों में यह चर्चा जोरों पर है कि तेज प्रताप और ऐश्वर्या की शादी के बहाने राजधानी पटना में विपक्षी एकजुटता दिखाने की कोशिश होगी. इस शादी में इस रणनीति पर गहन विचार-विमर्श होगा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में एनडीए को कैसे मात दी जाये. हालांकि, सत्तापक्ष और विपक्ष के कई नेता इन बातों से इत्तफाक नहीं रखते, वहीं कुछ नेता मुस्कुराते हुए यह स्वीकार करते हैं कि गोलबंदी तो होगी हीं.

जानकारी के मुताबिक तेज प्रताप यादव की शादी में पांच हजार मेहमानों को न्योता देने की खबर है. शादी में राजनीतिक मेहमानों की बेहतर खातिरदारी के लिए काफी तेजी से तैयारी चल रही है. 2018 में यह शादी सियासी रूप से इसलिए भी खास है, क्योंकि इसी शादी में विपक्षी खेमे के तमाम बड़े नेताओं को बुलाया गया है. तेज प्रताप की शादी को इन सभी विपक्षी नेताओं की एकजुटता के सबसे बड़े प्लेटफार्म के रूप में है. राजनीतिक जानकारों की मानें, तो शादी के दौरान ही विपक्षी नेताओं का मिलन होगा और 2019 की रणनीति को नया रूप दिया जायेगा. बताया जा रहा है कि केंद्र की मोदी सरकार को मात देने के लिए विपक्षी समीकरण के धार को तेज किया जायेगा. हालांकि, इस मामले पर राजद और कांग्रेस के नेता फिलहाल कुछ भी कहने से बच रहे हैं. सवाल यह है कि यह शादी ही सियासी घराने की है, ऐसे में राजनीतिक चर्चाओं का जन्म लेना स्वाभाविक है.

राजद के विधायक शक्ति सिंह यादवमीडियासे बातचीत में कहते हैं कि शादी के दिन सभी पार्टियों के नेता एक मंच पर होंगे, बातचीत होगी, लेकिन यह शादी का सवाल है. उन्होंने कहा कि भाजपा के खिलाफ लगातार गोलबंदी हो रही है. इसे शादी से जोड़कर देखने की जरूरत नहीं है. यह गोलबंदी स्वतः हो रही है. उस गोलबंदी का नतीजा है कि भारत सरकार विरोधियों के खिलाफ गलत फैसले ले रही है. वहीं, इस मसले पर मीडिया से बातचीत में बिहार कांग्रेस के प्रभारी अध्यक्ष कौकब कादरी कहते हैं कि ऐसे आयोजन में तमाम लोग एक साथ इकट्ठा होते हैं, भेदभाव भुलाकर एक साथ होते हैं, यह खुशी का माहौल है, जिन नेताओं को समय है, वह शादी में जुट रहे हैं. उन्होंने कहा कि मैं नहीं समझता हूं कि राजनीतिक तौर पर इस तरह की किसी बात की संभावना है. वहीं दूसरी ओर सत्तापक्ष के लोगों का दावा है कि यह लोग किसी बहाने कितना भी जोर लगा लें, केंद्र सरकार की सेहत पर कोई असर नहीं पड़ता.

बिहार सरकार में नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा कहते हैं कि एनडीए के लिए यह कोई चुनौती नहीं है. एनडीए मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के सबका साथ और सबका विकास के निर्णय पर चल रहा है, एनडीए ने विकास को अपना मुद्दा बनाया है. एकजुटता से हमारे लिए कोई चिंता का विषय नहीं है. वहीं जदयू नेता श्याम रजक कहते हैं कि इस शादी में सत्तापक्ष भी रहेगा और विपक्ष भी रहेगा. सब लोग रहेंगे और सब तरह के लोग रहेंगे. सुशील मोदी जी के बेटे की शादी में सब लोग गये थे. लालू जी की बेटियों की शादी में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी गये थे. यह कोई बात नहीं. वरिष्ठ पत्रकार प्रमोद दत्त कहते हैं कि तेज प्रताप की शादी इन दिनों बिहार के मीडिया की सुर्खियों में है. रिंग सेरेमनी हो या फिर शादी तय होने की बात, कार्ड बांटने की बात हो या मेहमानों के निमंत्रण की. मीडिया की निगाहें इस शादी की एक-एक बातों पर टिकी हुई है. इसलिए राजनीतिक चर्चा का जन्म लेना भी कोई बड़ी बात नहीं.

उधर, राजद समर्थकों के लिए एक बड़ी खुशखबरी मिली है. उनके चहेते नेता लालू प्रसाद इस शादी में शरीक होंगे और पांच दिन तक पटना में बने रहेंगे. बेटे की शादी में शामिल होने के लिए लालू प्रसाद को पेरोल मिल गया है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो रांची के एसएसपी और राज्य के महाधिवक्ता ने ‘नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट’ दे दिया है. रिम्स के डॉक्टरों पहले ही उन्हें यात्रा के लिए फिट घोषित कर चुके हैं. राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता भोला यादव ने बुधवार को कहा कि शाम 5:55 की फ्लाइट से लालू प्रसाद पटना के लिए रवाना होंगे. ज्ञात हो कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद ने अपने बड़े बेटे तेजप्रताप यादव की शादी में शामिल हाेने के लिए पेरोल मांगा था. लालू के पटना आते ही, शादी की सियासी चर्चा में और भी इजाफा होने की उम्मीद जतायी जा रही है.

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