पटना / लखनऊ : भारतीय परिवहन की रीढ़ कही जानेवाली भारतीय रेल के किस्से भी अजीब-ओ-गरीब होते हैं. ताजा मामला कोटा से पटना आनेवाली कोटा-पटना एक्सप्रेस की है. यह ट्रेन कोटा से चलने के बाद ट्रैक पर चलते-चलते गायब हो गयी. बाद में ट्रेन के गार्ड की सजगता से ट्रेन का पता चल पाया.
जानकारी के मुताबिक, कोटा से पटना के लिए 13238 डाउन कोटा-पटना एक्सप्रेस छह मई को रवाना होना था. यह ट्रेन करीब 28 घंटे की देरी से सात मई की शाम को करीब सात बजे कोटा से खुली. वहीं, सात मई को लखनऊ होते हुए पटना जानेवाली 13240 डाउन कोटा-पटना एक्सप्रेस साढ़े नौ की देरी से रात करीब साढ़े 12 बजे खुली. रेलवे कर्मियों की लापरवाही से ट्रेन नंबर 13238 डाउन को दूसरी गाड़ी के नंबर 13240 के नाम से सिस्टम पर अपलोड कर दिया. यह ट्रेन इसी नंबर से कोटा से कानपुर तक चली आयी. सुबह में यह ट्रेन करीब नौ बजे कानपुर से आगे बढ़ी. आगे बढ़ते ही यह ट्रेन नेशनल ट्रेन इंक्वायरी सिस्टम (एनटीईएस) से गायब हो गयी, यानी एनटीईएस पर ट्रेन नंबर 13238 का कोई अता-पता नहीं था. वहीं, लखनऊ में 13238 डाउन कोटा-पटना एक्सप्रेस का गार्ड अपनी ड्यूटी के लिए तैयार था. वहीं, 13240 डाउन कोटा-पटना एक्सप्रेस के आने की सूचना यात्रियों को प्रसारित की गयी.
थोड़ी ही देर बाद लखनऊ में 13240 डाउन की दूसरी ट्रेन लखनऊ पहुंचने की सूचना प्रसारित की जाने लगी. ट्रेन के गार्ड को आशंका होने पर उसने ट्रेन को आगे बढ़ाने से इनकार कर दिया. साथ ही अपने वरीय अधिकारी को मामले की सूचना दी. जांच के बाद पता चला कि ट्रेन नंबर की गलत सूचना अपलोड किये जाने के कारण 13238 डाउन कोटा-पटना एक्सप्रेस ट्रैक पर चलते-चलते गायब हो गयी और 13240 डाउन कोटा-पटना एक्सप्रेस की दो ट्रेनें ट्रैक पर हो गयी. इस दौरान जांच किये जाने तक ट्रेन के बिना सूचना के रुकने के कारण यात्री हलकान रहे.
कंट्रोल के निर्देश पर ट्रेन के गार्ड से संचालन से जुड़े दस्तावेज की जांच किये जाने के बाद खुलासा हुआ कि ट्रेन नंबर 13238 डाउन कोटा-पटना एक्सप्रेस की सूचना 13240 नंबर से ही अपलोड कर दी गयी है. मालूम हो कि कोटा-पटना एक्सप्रेस 13240 और 13238 डाउन दो नंबरों से चलती है. 13240 डाउन कोटा-पटना एक्सप्रेस लखनऊ पहुंचने के बाद सुल्तानपुर होते हुए वाराणसी पहुंचती है. यह ट्रेन इंलेक्ट्रिक इंजन के साथ आती है. जबकि, ट्रेन नंबर 13238 डाउन कोटा-पटना एक्सप्रेस के लखनऊ पहुंचने पर डीजल इंजन लगाया जाता है. यह ट्रेन लखनऊ से फैजाबाद होते हुए वाराणसी पहुंचती है.
इस संबंध में उत्तर मध्य रेलवे के अधिकारी ने बताया है कि ट्रेन से संबंधित सूचना ट्रेन के खुलनेवाले स्थान से अपलोड की जाती है. इस संबंध में कुछ भी बता पाना मुश्किल है. वहीं, पश्चिम मध्य रेलवे के अधिकारी ने बताया है कि ट्रेन की सूचना अपलोड करनेवाले सिस्टम की जांच के लिए संबंधित अधिकारी को आदेश दे दिये गये हैं.