अपराधियों ने की गोली मारकर हत्या
बाजार से सब्जी लेकर भाई के साथ बाइक से घर लौट रहे थे वृद्ध नौबतपुर-मसौढ़ी मार्ग पर छोटकी टेंगरैला पुल के समीप की घटना नौबतपुर : रविवार की शाम 6.30 बजे के आसपास नौबतपुर-मसौढ़ी मुख्य मार्ग पर नौबतपुर थाना क्षेत्र के छोटी टेंगरैला पुल के समीप बाइक पर सवार दो अज्ञात बदमाशों ने नौबतपुर लख […]
बाजार से सब्जी लेकर भाई के साथ बाइक से घर लौट रहे थे वृद्ध
नौबतपुर-मसौढ़ी मार्ग पर छोटकी टेंगरैला पुल के समीप की घटना
नौबतपुर : रविवार की शाम 6.30 बजे के आसपास नौबतपुर-मसौढ़ी मुख्य मार्ग पर नौबतपुर थाना क्षेत्र के छोटी टेंगरैला पुल के समीप बाइक पर सवार दो अज्ञात बदमाशों ने नौबतपुर लख बाजार से सब्जी खरीद कर घर लौट रहे छोटकी टेंगरैला निवासी उमाशंकर सिंह (62 वर्ष), (पिता रामकृपाल सिंह) को गोली मार दी.
सूचना पाते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने ग्रामीणों के सहयोग से उन्हें ऑटो पर लाद कर अस्पताल लाया. जहां से प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने पीएमसीएच रेफर कर दिया. पटना ले जाते वक्त रास्ते में ही उनकी मौत हो गयी. मौत की खबर से परिजनों में चीत्कार मच गया.
घटना के संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक वे अपने भाई के साथ बुलेट मोटरसाइकिल से सब्जी खरीद कर घर लौट रहे थे. छोटा भाई मुकुल बाइक चला रहे थे और वे बाइक पर पीछे एक हाथ में सब्जी का झोला और दूसरे हाथ में राइफल लिये बैठे थे.
छोटकी टेंगरैला पुल के पास ज्योहीं पहुंचे कि घात लगाये बाइक सवार बदमाशों ने उन्हें पीछे से गोली मारी. गोली उनके सिर में लगी. गोली लगते ही वे बाइक से गिर पड़े. बदमाश घटना को अंजाम दे भाग निकले. घटना का कारण पूर्व दुश्मनी बतायी जाती है.
एक वर्ष पूर्व हुई थी बेटे की हत्या: एक वर्ष पूर्व 21 जून, 2017 को उनके पुत्र ठीकेदार धीरज कुमार की भी बदमाशों ने गोली मार कर मौत की नींद सुला दी थी. यह घटना नौबतपुर-खगौल मार्ग पर जानीपुर थाना क्षेत्र के ब्रह्मस्थान के समीप तब हुई थी जब वह अपनी कार से पटना से नौबतपुर लौट रहा था.
हत्या में जेल में बंद रूपेश का आ रहा नाम: उमाशंकर सिंह हत्याकांड में उनके बेटे के हत्यारों का नाम आ रहा है. चर्चा है कि उनके पुत्र धीरज कुमार की हत्या में नामजद आरोपित बेऊर जेल में बंद अपराधी रूपेश कुमार ने अपने गुर्गों की मदद से हत्या करवा दी.
रूपेश का रुपये पैसे को लेकर उनके पुत्र से विवाद था. धीरज की हत्या के बाद रूपेश को गोली लगी और इसी दौरान वह धीरज हत्याकांड में पकड़ा भी गया. वह बेऊर जेल में बंद है. उसी घटना की कड़ी से जोड़ कर लोग इसे देख रहे हैं. रूपेश का सहयोगी अजय काे िगरफ्तार कर लिया गया है.