एम्स में पीजी की शुरू होगी पढ़ाई, एम्स में ब्लड बैंक, ओपीडी और आईपीडी जनता को समर्पित
इमरजेंसी एंड ट्रॉमा पंद्रह दिनों में हो जायेगा चालू कुछ दिनों में आठ और आधुनिक ओटी बन जायेंगे फुलवारीशरीफ : अब देश के सभी एम्स की तरह पटना एम्स में भी मेडिकल पीजी की पढ़ाई शुरू होगी. पीजी की पढ़ाई के लिए सारे फैक्लटी आ चुके हैं. यह घोषणा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे […]
इमरजेंसी एंड ट्रॉमा पंद्रह दिनों में हो जायेगा चालू
कुछ दिनों में आठ और आधुनिक ओटी बन जायेंगे
फुलवारीशरीफ : अब देश के सभी एम्स की तरह पटना एम्स में भी मेडिकल पीजी की पढ़ाई शुरू होगी. पीजी की पढ़ाई के लिए सारे फैक्लटी आ चुके हैं. यह घोषणा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने रविवार को की.
वे एम्स में हुए आठ विभागों का उद्घाटन करने आये थे जिनमें गैस्ट्रोलॉजी, न्यूरोलॉजी, बर्न और प्लास्टिक सर्जरी, ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन व ब्लड बैंक, सर्जिकल गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी, ऑन्कोलॉजी हेमेटोलॉजी, सर्जिकल ऑन्कोलॉजी एवं मनोरोग विभाग सम्मिलित हैं.एम्स में बने ब्लड बैंक, आईपीडी, ओपीडी, डी ब्लाॅक, अमृत फार्मेसी, रेडियोथेरेपी, पैन एंड पेलिएटिव केयर और सुधा पार्लर को जनता को समर्पित करते हुए मंत्री ने यह भी कहा कि इमरजेंसी एंड ट्रॉमा सेंटर भी पंद्रह दिनों में चालू हो जायेगा.
तीन- चार दिनों में आठ और आधुनिक ओटी बन जायेंगे. मंत्री ने
इस बात की खुशी जतायी कि पटना एम्स में इन सुविधाओं के प्रारंभ होने से बिहार सहित आसपास के राज्यों की जनता को इलाज के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा व किफायती, सुलभ व प्रभावी इलाज पटना में ही उपलब्ध हो जायेगा.
जमीन मिलने पर राज्य में एक और एम्स खुलेगा
अश्विनी चौबे ने कहा कि ‘आपका चिकित्सक आपके द्वार’ का जो निश्चय मैंने किया था अब उसके परिणाम आपके समक्ष ‘वेलनेस सेंटर’ के रूप में ग्रामीण छोटे अस्पतालों के कायाकल्प के रूप में एम्स की सुविधाओं को बढ़ाने के रूप में आ रहे हैं. आने वाले दिनों में आपको चिकित्सा क्षेत्र में और भी बेहतरीन सुविधा ‘नमो केयर’ के तहत जल्द ही उपलब्ध होंगी. मंत्री ने निदेशक को आश्वासन दिया कि धन की कोई कमी नहीं होने दी जायेगी. बहुत जल्द अन्य विभाग जैसे नेफ्रोलाॅजी, कार्डियोलाॅजी, यूरोलाॅजी आदि शुरू हो जायेगा.
रोगी के साथ आये रिश्तेदारों के ठहरने के लिए एनटीपीसी के सौजन्य से धर्मशाला का निर्माण कराया जायेगा. इसके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिल कर जल्द से जल्द जमीन मुहैया कराने की गुजारिश करूंगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर राज्य में एक-एक एम्स के निर्माण की घोषणा की है. बिहार सरकार भूमि उपलब्ध करा देती है तो बिहार को एक और एम्स मिल जायेगा. तीन माह के अंदर निर्माण भी शुरू करा दिया जायेगा. अंत में पटना एम्स के कंस्ट्रक्शन में लगे बीएल कश्यप को अच्छे काम के लिए बधाई दी.
बेडों की संख्या बढ़ कर 400 हो गयी
पटना एम्स के निदेशक डाॅ प्रभात कुमार ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि अब बेडों की संख्या 196 से बढ कर 400 हो गयी है.
मौके पर आईजीआईएमएस के निदेशक आरएन विश्वास, आईएमए के अध्यक्ष डाॅ सहजानंद प्रसाद सिंह, विधान पार्षद रणवीर नंदन, विधायक अरुण कुमार सिन्हा, विधायक शत्रुघ्न तिवारी ने भी अपने विचार रखे. कार्यक्रम की संचालन डाॅ प्रज्ञा कुमार व धन्यवाद ज्ञापन डाॅ संजीव कुमार ने किया. मौके पर उपाधीक्षक एम्स डाॅ अनिल कुमार, डाॅ लोकेश तिवारी, डाॅ योगेश, डाॅ रवि किर्ती, डाॅ सुदीप कुमार, डाॅ क्रांति भावना, डाॅ मुक्ता अग्रवाल, डाॅ उमेश भदानी, डाॅ प्रशांत कुमार सिंह, डाॅ सूर्या विक्रम, डाॅ देवेंदु भूषण, डाॅ वीणा सिंह, डाॅ गुंजन कुमार व डाॅ प्रीतांजलि समेत अन्य डाॅक्टर व कर्मी मौजूद थे.
एम्स का तेजी से हुआ विकास
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि भारत में एम्स की एक अलग पहचान है. इसने लोगों में अपनी सेवा से न सिर्फ सम्मान पाया है, बल्कि इलाज के बेहतर स्तर से अपनी ख्याति बढ़ायी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में जिस तरह से पटना एम्स का तेजी से विकास हुआ है और हेल्थ केयर के क्षेत्र में क्रांति आयी है वैसा पहले कभी नहीं हुआ.
पटना ही नहीं देश के अन्य अस्पतालों का जिस तरह से कायाकल्प पिछले चार वर्षों में किया गया है, वह तारीफ के काबिल है. इसलिए मैं इसे ‘नमो केयर’ के रूप में ही देखता आया हूं. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों सुविधाओं में और बढ़ोतरी होगी.