लेवी नेटवर्क पर प्रहार से कम होती जा रहीं नक्सली वारदातें

पटना : राज्य में नक्सली वारदातों पर नकेल कसने के लिए व्यापक स्तर पर अभियान चल रहा है. एसटीएफ और सीआरपीएफ संयुक्त रूप से इस काम में लगी है. अब सुरक्षा बलों ने नक्सलियों को नेस्तनाबूत करने के लिए इनके लेवी नेटवर्क पर खासतौर से प्रहार करना शुरू कर दिया है. यानी इनकी आर्थिक रीढ़ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 14, 2018 6:15 AM
पटना : राज्य में नक्सली वारदातों पर नकेल कसने के लिए व्यापक स्तर पर अभियान चल रहा है. एसटीएफ और सीआरपीएफ संयुक्त रूप से इस काम में लगी है. अब सुरक्षा बलों ने नक्सलियों को नेस्तनाबूत करने के लिए इनके लेवी नेटवर्क पर खासतौर से प्रहार करना शुरू कर दिया है. यानी इनकी आर्थिक रीढ़ को तोड़ने की कवायद तेजी से चल रही है. पिछले दो सालों में नक्सली वारदातों में 30 फीसदी की गिरावट आयी है.
ईडी चार नक्सली नेताओं की जब्त कर चुका संपत्ति, 10 पर जांच जारी
ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने बड़े नक्सली नेताओं की सभी अवैध संपत्ति को जब्त करने की प्रक्रिया तेजी से शुरू कर दी है. चार बड़े नक्सली नेता संदीप यादव, प्रदूमन शर्मा, विनय यादव और मुसाफिर सहनी की संपत्ति जब्त हो चुकी है. इनके अलावा 10 अन्य बड़े नक्सली नेता की संपत्ति जब्ती की प्रक्रिया चल रही है. ईडी के स्तर पर फिलहाल इनकी अवैध संपत्ति की जांच चल रही है. जल्द ही दूसरे नक्सली नेताओं की संपत्ति जब्ती की प्रक्रिया भी शुरू होने जा रही है.
2016 में 100, 2017 में घटकर हुईं 71 वारदातें
सुरक्षा बलों की नक्सलियों के खिलाफ आर्थिक और सुरक्षात्मक स्तर पर हो रही कार्रवाई का ही नतीजा है कि वर्ष 2016 में 100 नक्सली वारदातें हुई थीं, जो 2017 में घटकर 71 हो गयीं. इस वर्ष 2018 में जनवरी से अप्रैल तक महज 13 वारदातें हुई हैं. दूसरी तरफ नक्सलियों की लेवी के पैसे जब्त करने और बड़े नक्सली नेताओं की सभी अवैध संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया भी तेजी से चल रही है. 2016 से अब तक इनकी लेवी के 15 लाख 30 हजार रुपये जब्त किये जा चुके हैं.
नक्सली गतिविधि पर एक नजर
पैरामीटर 2016 2017 2018
वारदातें 100 71 13
नागरिकों की हत्या 13 17 3
पुलिसवालों की हत्या 13 0 1
पुलिस-नक्सली मुठभेड़ 13 10 6
पुलिस पर हमला 2 0 0
गिरफ्तार नक्सली 468 383 111
हथियार बरामद 161 96 26
विस्फोटक (किलो में) 954 153 15
कारतूस बरामदगी 3203 3035 4542
डेटोनेटर बरामदगी 37497 361 5963

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