पटना : ट्रैक बनना मुश्किल, जू की सड़क पर दौड़ेगी ट्वाय ट्रेन
तेजी से चल रहा 100 फीट लंबे प्लेटफॉर्म का निर्माण पटना : ट्वाय ट्रेन पिछले चार दशक से पटना जू का एक बड़ा आकर्षण रहा है. पटना जू घूमने आने वाला हर बच्चा इस पर सैर करना चाहता है. लेकिन पिछले दो वर्षों से ट्रैक की खराबी है जिसके कारण जू का वर्षों पुराना ट्वाय […]
तेजी से चल रहा 100 फीट लंबे प्लेटफॉर्म का निर्माण
पटना : ट्वाय ट्रेन पिछले चार दशक से पटना जू का एक बड़ा आकर्षण रहा है. पटना जू घूमने आने वाला हर बच्चा इस पर सैर करना चाहता है. लेकिन पिछले दो वर्षों से ट्रैक की खराबी है जिसके कारण जू का वर्षों पुराना ट्वाय ट्रेन बंद है.
पहले जू प्रशासन ट्रैक को नये सिरे से बिछा कर उस पर ट्वाय ट्रेन का परिचालन करना चाहता था, लेकिन इसमें अाने वाली व्यावहारिक कठिनाइयों और बड़े बजट को देखते हुए जू प्रशासन ने अब अपनी योजना बदल दी है. अब जू प्रशासन ने सड़क पर ट्वाय ट्रेन चलाने का निर्णय किया है.
60-70 फीट लंबा होगा दो-तीन बोगी वाला ट्वाय ट्रेन
सड़क पर चलने वाले ट्वाय ट्रेन में रबड़ के पहिए लगे होंगे. ट्वाय ट्रेन की लंबाई 60 से 70 फीट के बीच होगी. इसमें डीजल पर चलने वाला छोटा इंजन और दो या तीन छोटे छोटे ट्रॉलीनुमा बोगी शामिल होंगे.
ट्वाय ट्रेने को खड़ा करने और उस पर यात्रियों को चढ़ाने उतारने के लिए नये प्लेटफॅर्म का निर्माण तेजी से जारी है. नये प्लेटफॉर्म की लंबाई 100 फीट और चौड़ाई 25 फीट है और यह 2500 वर्ग फीट के क्षेत्रफल में फैला है. 200 से 300 दर्शक आसानी से इस प्लेटफॅार्म का ट्वाय ट्रेन पर चढ़ने उतरने के लिए एक साथ इस्तेमाल कर सकेंगे.
महिलाओं और वृद्धों के लिए होगी बहुत उपयोगी
जू का क्षेत्र बड़ा होने की वजह से ज्यादातर दर्शकों के लिए पैदल घूम कर पूरे जू को देखना संभव नहीं होता है. महिलाओं और वृद्धों के लिए तो यह और भी मुश्किल होती है. ऐसे में सड़क पर चलने वाला ट्वाय ट्रेन महिलाओं और वृद्धों के लिए बहुत उपयोगी होगा. इनकी मदद से ऐसे इनक्लोजर को भी देखा जा सकेगा, जिन्हें पहले इसलिए नहीं देखा जा पा रहा था कि उनके सामने रेल ट्रैक नहीं बिछी होने से ट्वाय ट्रेन नहीं आ जा सकती थी.