आयकर की छापेमारी : 10 करोड़ से ज्यादा टैक्स चोरी, दरभंगा के निजी स्कूल संचालक के अमेरिका में भी मिले बैंक खाते
पटना : आयकर विभाग ने हाल में दरभंगा के एक निजी स्कूल संचालक के यहां छापेमारी की, जिसमें 10 करोड़ से ज्यादा की टैक्स चोरी का मामला सामने आया है. रोज पब्लिक स्कूल का संचालन एक चैरिटेबल ट्रस्ट के माध्यम से किया जाता है, जबकि इस ट्रस्ट के पास आयकर में छूट पाने के लिए […]
पटना : आयकर विभाग ने हाल में दरभंगा के एक निजी स्कूल संचालक के यहां छापेमारी की, जिसमें 10 करोड़ से ज्यादा की टैक्स चोरी का मामला सामने आया है.
रोज पब्लिक स्कूल का संचालन एक चैरिटेबल ट्रस्ट के माध्यम से किया जाता है, जबकि इस ट्रस्ट के पास आयकर में छूट पाने के लिए वैध रूप से ’12ए’ सर्टिफिकेट भी नहीं है. इस वजह से इनका यह ट्रस्ट आयकर छूट के दायरे में नहीं आता है. जब टीम ने छापेमारी की तो पाया कि करोड़ों की संपत्ति होने के बावजूद आज तक स्कूल संचालक ने आयकर रिटर्न दायर नहीं किया है.
जांच में करोड़ों के टैक्स की हेराफेरी के अलावा दरभंगा स्थित इनके घर से 25 लाख कैश और अमेरिका के टेक्सास शहर में बैंक ऑफ अमेरिका में दो बैंक खाते मिले हैं. एक बैंक खाता स्कूल के मालिक राजीव रंजन और प्रिंसिपल के रूप में कार्य करने वाली उनकी पत्नी अनुपमा झा के नाम पर संयुक्त रूप से है, जबकि दूसरा खाता उनके बेटे के नाम पर है.
इन बैंक खातों में लाखों डॉलर जमा होने का अनुमान है. हालांकि, इस बारे में विस्तृत जानकारी बैंक ऑफ अमेरिका से मांगी गयी है. बिहार और झारखंड में यह पहला मौका है, जब किसी छापेमारी के दौरान आयकर विभाग को विदेशी बैंक में एकाउंट होने की बात सामने आयी है. टेक्सास में इनकी एक संपत्ति का भी पता चला है, जिसे बाद में इन लोगों ने किसी को बेच दिया है. इस मामले की भी जांच की जा रही है.
विदेश में दो बैंक एकाउंट के अलावा दरभंगा और मधुबनी में भी 14-15 एकाउंट का पता चला है, जिनकी जांच शुरू की जायेगी. इसके बाद ही यह स्पष्ट हो पायेगा कि इनमें कितने रुपये जमा पड़े हैं. ऐसे लाखों रुपये जमा होने का अनुमान है. दरभंगा जैसे शहर में इनके पास से तीन लग्जरी गाड़ी बीएमडब्ल्यू, मर्सीडीज और ऑडी मिली है.
फिर भी इन लोगों ने आज तक एक बार भी आयकर रिटर्न नहीं जमा किया है. आयकर विभाग ने इनके सात ठिकानों पर एक साथ सर्च किया था, जिसमें एक-एक मधुबनी और गाजियाबाद में है. जबकि पांच ठिकाने दरभंगा में हैं. इन सभी ठिकानों में इनके आवासीय और स्कूल परिसर दोनों शामिल हैं. गाजियाबाद और दरभंगा स्थित इनके आवास से काफी बड़ी संख्या में दस्तावेज मिले हैं, जिससे स्कूल में टैक्स चोरी करने को लेकर कई महत्वपूर्ण बातें उजागर होती हैं.
कई दस्तावेजों में स्कूलों में बच्चों की संख्या कम बताना, फीस का सही हिसाब नहीं रखना, शिक्षकों को वेतन देने में बड़े स्तर पर धांधली समेत अन्य कई तरह की गड़बड़ी बड़े स्तर पर मिली है. इस तरह से 10 करोड़ से ज्यादा की टैक्स चोरी या बिना टैक्स के आय का सीधे तौर पर पता चला है.