पटना : बिहार के सबसे बड़े सियासी परिवार के मुखिया और राजद सुप्रीमो लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव की शादी पूर्व मंत्री चंद्रिका राय की बेटी ऐश्वर्या से संपन्न होगी. बड़ी हस्तियां भी शादी में आयीं और उन्होंने वर वधू को आशीर्वाद दिया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित राज्यपाल सत्यपाल मलिक सहित कई बड़े नेता भी शादी में पहुंचे. शादी के दौरान थोड़ी देर के लिए हंगामा भी हुआ, जब समर्थकों ने खाना ही लूट लिया. खैर, इस शादी में निमंत्रण नहीं मिलने का कई नेताओं को मलाल भी है. उन्हीं में से एक हैं जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और सांसद पप्पू यादव. कभी लालू के करीबी रहे पप्पू यादव को शादी में नहीं बुलाया गया था.
तेज प्रताप की शादी में नहीं बुलाये जाने से पप्पू यादव थोड़े दुखी दिखे और उन्होंने रविवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि मैं यादव नहीं हूं. पप्पू यादव ने कहा कि पैदाइश इंसान में हुई है. लालू प्रसाद यादव को खोज के ही शादी का निमंत्रण दे सकते हैं या फिर जिससे उनको फायदा हो. मैं तो रंक हूं और एक इंसान हूं. मुझे निमंत्रण देना या नहीं देना लालू यादव को फैसला है. हालांकि बेटे की शादी के शुभ अवसर पर मैं उनके परिवार को बधाई देता हूं. हाल के दिनों में पप्पू यादव ने राजद और लालू यादव को लेकर काफी तल्ख टिप्पणी की थी, जिसके बाद कहा जाता है कि तेजस्वी के नेतृत्व वाली राजद काफी नाराज चल रही थी.
पप्पू यादव हाल के दिनों में काफी सक्रिय हुए हैं और बिहार की राजधानी पटना में कई प्राइवेट अस्पतालों और शैक्षणिक संस्थानों के खिलाफ अभियान छेड़ रखा है, जो अवैध ढंग से वसूली को अंजाम देते हैं. इसी अभियान को लेकर पप्पू यादव और उनके पार्टी के कार्यकर्ता 5 जून को प्रखंड और जिला मुख्यालय धरना देंगे और 10 जून को चक्का जाम करेंगे. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को लेकर उनकी पार्टी आपातकाल घोषित करने की तिथि 25 जून को इन मुद्दों को लेकर बिहार बंद करेगी. 12 मई को लालू यादव के बड़े बेटे की शादी थी और इस शादी में कई बड़ी हस्तियां शामिल हुई थीं. सभी विधायकों और बिहार के सांसदों सहित मंत्रियों को लालू ने न्योता दिया था, लेकिन पप्पू यादव को नहीं बुलाया गया था. इसी बात पर पप्पू यादव ने अपनी प्रतिक्रिया दी.
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