किराना व्यवसायी के बेटे का अपहरण, दो घंटे में सकुशल बरामद

पटना :राजीव नगर थाने के गांधी नगर इलाके के सेक्टर चार से अपराधियों ने दिनदहाड़े साढ़े बारह बजे किराना व्यवसायी रंजीत साव के बेटे राहुल कुमार (16) को अगवा कर लिया और तीन लाख की फिरौती मांग ली. हालांकि पुलिस ने राहुल कुमार को मात्र दो घंटे के अंदर सकुशल बरामद कर लिया और तीन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 16, 2018 8:11 AM
पटना :राजीव नगर थाने के गांधी नगर इलाके के सेक्टर चार से अपराधियों ने दिनदहाड़े साढ़े बारह बजे किराना व्यवसायी रंजीत साव के बेटे राहुल कुमार (16) को अगवा कर लिया और तीन लाख की फिरौती मांग ली. हालांकि पुलिस ने राहुल कुमार को मात्र दो घंटे के अंदर सकुशल बरामद कर लिया और तीन अपहरणकर्ता मो शाहरूख (राजीव नगर रोड नंबर 24), रंजीत कुमार (राजीव नगर रोड नंबर 24)व मो मिनहाज (राजाबाजार, शास्त्रीनगर) को हार्डिंग पार्क के समीप स्थित वीर कुंवर सिंह पार्क के अंदर से पकड़ लिया गया. इन लोगों ने बच्चे को वीर कुंवर सिंह पार्क में रखा था और मोबाइल फोन से फिरौती की रकम मांग रहे थे. इन लोगों के पास से एक देशी पिस्तौल, कारतूस व फिरौती मांगने में उपयोग किये गये तीन मोबाइल फोन बरामद किया गया है.
शराब तस्कर है अपहरणकर्ता : बताया जाता है कि अपहरणकर्ता शराब तस्कर है और उन्हें इस बात का शक था कि रंजीत साव ने ही पाटलिपुत्र एरिया में शराब की खेप पकड़वायी थी और उसमें उन्हें लाखों का नुकसान हुआ था.
उसी नुकसान को पूरा करने के लिए अपहरणकर्ताओं ने बेटे का अपहरण उस समय कर लिया जब वह दुकान बंद कर गांधी नगर मुहल्ले में ही दुकान से चंद कदमाें की दूरी पर स्थित अपने घर अकेले जा रहा था. इसके बाद फिरौती के लिए मात्र तीन लाख ही मांग रहे थे और उनका कहना था कि उन्हें तीन लाख का ही नुकसान हुआ है.
वे दस लाख की भी फिरौती मांग सकते थे. पकड़ा गया मिनहाज गिरोह का सरगना है. मिनहाज के ऊपर भी एक व्यक्ति है जो शराब के धंधे में शामिल है और उससे ही ये लोग शराब लेकर बेचते थे. पुलिस पूछताछ कर रही है. फोन रिकॉर्डिंग में अपहरणकर्ताओं ने कहा है कि उसे ऊपर बैठे बॉस को पैसा देना है. इसलिए वह उसे तीन लाख रुपये दे दे और अपने बच्चे को ले जाये.
अपहरणकर्ताओं और पिता के बीच बातचीत की रिकॉर्डिंग का अंश
अपहरणकर्ता : क्या समझ रखे हो, तुम कब आओगे?
पिता : हां भईया हां, आ रहे हैं पैसा का इंतजाम कर रहे हैं.
अपहरणकर्ता : कितना इंतजाम हुआ है? जल्दी आओ.
पिता : डेढ़ लाख का अभी इंतजाम हुआ है और अभी और इंतजाम कर रहे हैं. सब जमा करके उसे लेकर आ रहे हैं.
अपहरणकर्ता : अभी तक तुम नहीं आये हो क्या हुआ?
पिता : पैसा लेकर आ रहा है फतुहा चेक पोस्ट पर फंसा हुआ है. अभी तक मात्र उतना ही पैसा हुआ है. पूरा पैसा इंतजाम हो जायेगा, तभी तो आयेंगे.
अपहरणकर्ता : तुमको हम दो घंटा का समय दिये और तू चार घंटा तक नहीं आया. तूमरे पास अभी जितना भी पैसा है उसे लेकर अपने घर पर पहुंचो. तुमसे मुझे तीन लाख रुपया चाहिए क्योंकि तुम्हारे कारण दारू में मुझे नुकसान पहुंचा है. तुमसे हम दस लाख रुपया भी मांग सकते थे.
पिता : डेढ़ लाख का इंतजाम हुआ है और मैं अपने घर पर पहुंच रहा हूं. मैंने तुम लोगों को नहीं फंसाया है बल्कि बबलू और शशि ने माल पकड़वाया था.
अपहरणकर्ता : किसने फंसाया है यह बात बाद में होगी, अभी तू तीन लाख रुपये मुझे दे दे, क्योंकि मेरे ऊपर भी बॉस है और उसे पैसा देना है. तीन लाख रुपये देकर अपने बेटे को ले जा और मैं एक माह बाद तुमसे आ कर मिलूंगा. अगर यह पता चल जायेगा कि तुम्हारे कारण दारू नहीं पकड़ाया है, तो फिर तुम्हारा तीन लाख रुपया भी वापस हो जायेगा. जितना भी पैसा है उसे लेकर अपने घर पर पहुंचो.
पिता : मेरा साला पैसा लेकर आ रहा है और बाकी पैसे का ही इंतजाम कर रहे हैं. मैंने आप लोगों को नहीं फंसाया है.

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