वरिष्ठ IAS दीपक कुमार होंगे बिहार के नये मुख्य सचिव, अंजनी सिंह बनेंगे राज्य के मुख्य परामर्शी
पटना (संवाददाता) : बिहार के वर्तमान मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह 31 मई को सेवानिवृत्त हो रहे हैं. इसके साथ ही नये मुख्य सचिव के लिए कयास तेजी से शुरू हो गये हैं. तमाम अटकलों के बीच में तकरीबन यह तय माना जा रहा है कि नये मुख्य सचिव दीपक कुमार ही बनेंगे. वर्तमान में […]
पटना (संवाददाता) : बिहार के वर्तमान मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह 31 मई को सेवानिवृत्त हो रहे हैं. इसके साथ ही नये मुख्य सचिव के लिए कयास तेजी से शुरू हो गये हैं. तमाम अटकलों के बीच में तकरीबन यह तय माना जा रहा है कि नये मुख्य सचिव दीपक कुमार ही बनेंगे. वर्तमान में वह केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं और नयी दिल्ली में एनएचएआइ (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) के अध्यक्ष के पद पर तैनात हैं. उनके बनने की प्रबलता को देखते हुए उनके केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से 31 मई के पहले तक लौटना तय बताया जा रहा है.
प्राप्त सूचना के अनुसार, इसके लिए पत्राचार संबंधित तमाम प्रक्रियाएं शुरू हो गयी हैं. केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से विरमित होने के बाद ही वह मुख्य सचिव का पदभार ग्रहण करेंगे. दीपक कुमार 1984 बैच के आइएएस अधिकारी हैं और बिहार के समस्तीपुर जिले के रहने वाले हैं. अगर वह मुख्य सचिव बनते हैं, तो 29 फरवरी 2020 तक इस पद पर रहेंगे. हालांकि, नये मुख्य सचिव के संबंध में आधिकारिक तौर पर कोई पुष्टि या घोषणा नहीं की गयी है. परंतु, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, उनके नाम की संभावना सबसे अधिक है. इस पद की दौर में जिन तीन अन्य अधिकारी के नाम भी चल रहे हैं. उसमें कैबिनेट प्रधान सचिव अरुण कुमार सिंह, कृषि उत्पादन आयुक्त सुनील कुमार सिंह और राजस्व पर्षद के अध्यक्ष त्रिपुरारि शरण शामिल हैं.
पहली बार सरकार को मिलेगा मुख्य परामर्शी
इधर, वर्तमान मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह के सेवा विस्तार की अवधि 31 मई को समाप्त हो रही है. वह 28 फरवरी 2018 को ही अपने पद से सेवानिवृत्त हो गये थे, लेकिन राज्य सरकार ने उन्हें तीन महीने का सेवा विस्तार दिया था. राज्य की अनुशंसा पर केंद्रीय कार्मिक मंत्रालय ने उन्हें तीन महीने तक ही एक्सटेंशन देने की अनुमति प्रदान की थी. मुख्य सचिव के पद से हटने के बाद वह सरकार के मुख्य परामर्शी के पद को संभालेंगे. हालांकि, इस पद का ऑफर इससे पहले पूर्व केंद्रीय गृह सचिव आरके सिंह को भी दिया गया था, लेकिन उन्होंने इसे मना करते हुए लोकसभा जाना पसंद किया.
यह पहला मौका होगा, जब राज्य सरकार इस पद पर किसी को तैनात करने जा रही है. उन्हें राज्य सरकार इस पद पर मनोनीत करने की तकरीबन पूरी तैयार कर ली है. उनके बैठने के लिए मुख्यमंत्री सचिवालय में एक विशेष चैंबर भी तैयार किया गया है.
नये मुख्य सचिव के साथ नये विकास आयुक्त भी
नये मुख्य सचिव के साथ ही राज्य में नये विकास आयुक्त भी तैनात होने जा रहे हैं. तत्कालीन विकास आयुक्त शिशिर सिन्हा के वीआरएस लेकर बीपीएससी का अध्यक्ष बनने के बाद से यह पद खाली चल रहा है. अभी मुख्य सचिव के पास ही विकास आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, नये विकास आयुक्त के रूप में मौजूदा गृह सचिव आमिर सुबहानी की तैनाती हो सकती है.
वहीं, नये गृह सचिव और सामान्य प्रशासन विभाग के प्रधान सचिव के पद पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार को बनाये जाने की चर्चा भी जोरों से चल रही है. सरकार के स्तर से मई के अंत महीने तक अंतिम रूप से अधिसूचना जारी होने के बाद ही पूरी स्थिति स्पष्ट हो पायेगी. फिलहाल इन्हीं कयासों का दौर चल रहा है.