कैदी वाहन में बम पहुंचने वाले सात लोग किये गये गिरफ्तार, फल के थैले में ऐसे पहुंचाया था बम और पिस्टल

पटना : बेऊर जेल अपराधियों के लिए सजा नहीं बल्कि क्राइम प्लान व ऐशगाह का अड्डा बन गया है. जिस तरह से जेल में बंद सोनू, सिकंदर, समेत पांच अपराधियों ने 15 दिन पहले जेल से भागने की साजिश रची और इसका ब्लू प्रिंट मालसलामी के सात अपराधियों तक पहुंचा दिया, साफ है कि जेल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 18, 2018 5:21 AM
पटना : बेऊर जेल अपराधियों के लिए सजा नहीं बल्कि क्राइम प्लान व ऐशगाह का अड्डा बन गया है. जिस तरह से जेल में बंद सोनू, सिकंदर, समेत पांच अपराधियों ने 15 दिन पहले जेल से भागने की साजिश रची और इसका ब्लू प्रिंट मालसलामी के सात अपराधियों तक पहुंचा दिया, साफ है कि जेल में मोबाइल फोन, पेशी पर संदिग्ध व्यक्तियों से भेंट-मुलाकात में सुरक्षाकर्मी पैसे के एवज में ढील देते हैं.
इसी ढील का परिणाम 15 मई को पेशी से जेल लौट रहे कैदी वाहन में बम विस्फोट था. अगर वे सफल हो जाते और कैदी वाहन रास्ते में रुक जाता तो जबर्दस्त मुठभेड़ होना तय था. खुलासा हो गया. बेऊर जेल में बंद सोनू समेत पांच अपराधियों से पूछताछ के बाद उन सात अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है जिन्होंने बम, पिस्टल और कारतूस पहुंचाया था. पुलिस ने सभी को जेल भेज दिया है.
ये हुए गिरफ्तार : 1. विक्की कुमार, पूर्वी नंदगोला, मालसलामी 2. विक्की ताॅती, कटरा बाजार, मालसलामी 3. अमरजीत कुमार, पूर्वी नंदगोला, मालसलामी 4. गोलू ठठेरा, चटकया बाजार, मालसलामी 5. सन्नी मल्लिक, नई सड़क चौक 6. गोलू कुमार, मंगलतलाब चौक 7. प्रकाश कुमार, मिरचाई गली, चौक शामिल हैं.
ऐसे हुई इन लोगों की गिरफ्तारी, बैंक डकैती की कर रहे थे तैयारी
जेल में हुई पूछताछ के बाद सोनू और उसके साथियों ने पुलिस को बताया कि मालसलामी के अमरजीत और विक्की की मदद से कैदी वाहन में बम और पिस्टल मंगाया गया था. उसने यह भी बताया कि विक्की और अमरजीत बैंक डकैती करने वाले हैं.
इस सूचना पर पुलिस की एक टीम गठित कर कार्रवाई शुरू की गयी. इस दौरान सूचना मिली कि चौक थाना क्षेत्र के मंगल तलाब के पास कुछ संदिग्ध लोग एकत्रित हुए हैं. घेराबंदी करके विक्की, अमरजीत समेत सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया.
जेल के अंदर से ही फोन पर हुई थी बात, ट्रैफिक जाम में घटना को देना था अंजाम : जेल में बंद सोनू और उसके साथियों ने जेल से भागने की साजिश रचने के बाद मालसलामी के सात अपराधियों से संपर्क बनाया.
जेल के अंदर से ही फोन पर बात हुई. इसके बाद विक्की और अमरजीत को पूरी साजिश के बारे में समझाया गया. 50 हजार रुपये के बदले अमरजीत और विक्की ने पटना सिटी कोर्ट परिसर में फल के थैले में बम, पिस्टल और कारतूस भर कर सोनू और सिकंदर तक पहुंचा दिया. इसके बाद कैदी वाहन के पीछे कुछ लोग बाइक से तो कुछ टेंपो से चलने लगे.
साजिश यह थी कि ट्रैफिक जाम का इंतजार था, जैसी ही गाड़ी जाम में फंसती, वैसे ही सोनू और उसके साथी कैदी वाहन के लॉक पर बम पटकते, लॉक टूट जाता. इसके बाद सुरक्षाकर्मियों को गोली मारकर यह लोग भाग जाते, विक्की और अमरजीत उनका भगाने में सहयोग करते. सोनू और उसके साथियों ने दशरथा मोड़ के पास कैदी वाहन में बम तो फोड़ा लेकिन ड्राइवर ने वाहन को नहीं रोका.
इसी वजह से उनकी साजिश विफल हो गयी. गौरतलब है कि 15 मई को कैदी वाहन बीआर- 01 जीओ- 5067 में विस्फोट कर भागने का प्रयास किया था. इस मामले में पुलिस ने बेऊर थाने मं कांड संख्या 146/18 दर्ज किया गया था.
पकड़े गये अपराधियों का आपराधिक इतिहास : जेल में बंद सोनू के खिलाफ अलग-अलग थाने में तीन मामले दर्ज हैं.सिकंदर के खिलाफ सात मामले दर्ज हैं. मोहम्मद असलम के खिलाफ पांच मामले दर्ज हैं. अमरजीत के खिलाफ दो मामले दर्ज हैं. विक्की तांती के खिलाफ दो मामले दर्ज हैं. गोलू ठठेरा के खिलाफ एक केस दर्ज है. सन्नी मल्लिक के खिलाफ एक मामला और प्रकाश के खिलाफ एक केस दर्ज है.
जेल में बंद अपराधियों ने रची थी साजिश
– सोनू कुमार, नंदगोला, मालसलामी.
– मोहम्मद असलम उर्फ कलकवा, न्यू अजिमाबाद सुल्तानगंज.
– अविनाश कुमार उर्फ चिंकी, बेगमपुर, बाइपास.
– सिकंदर यादव उर्फ सिकंदर राय, मोहनपुर पुनाईचक, शास्त्रीनगर.
ये चीजें हुईं बरामद
– तीन पीस देशी पिस्टल
– एक रिवाल्वर
– चार जिंदा कारतूस .315 बोर
– 10 पीस .38 का जिंदा कारतूस
– एक पिलेट
– पांच जिंदा बम
– 65 पुड़िया गांजा
– तीन चिलम

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