ऑनलाइन ड्रग लाइसेंस देने वाला 15वां राज्य बना बिहार : मंगल पांडेय
पटना : बिहार में ड्रग (दवा) लाइसेंस ऑनलाइन देने की शुरुआत हो गयी है. शुक्रवार को स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने राज्य स्वास्थ्य समिति के सभागार में इस सुविधा का विधिवत शुभारंभ किया. इस मौके पर लाल बाजार, बेतिया के न्यू भगवती ड्रग्स सहित छह प्रतिष्ठानों को ऑनलाइन पद्धति से लाइसेंस प्रदान किया गया. स्वास्थ्य […]
पटना : बिहार में ड्रग (दवा) लाइसेंस ऑनलाइन देने की शुरुआत हो गयी है. शुक्रवार को स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने राज्य स्वास्थ्य समिति के सभागार में इस सुविधा का विधिवत शुभारंभ किया. इस मौके पर लाल बाजार, बेतिया के न्यू भगवती ड्रग्स सहित छह प्रतिष्ठानों को ऑनलाइन पद्धति से लाइसेंस प्रदान किया गया. स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि ड्रग लाइसेंस देने पर पिछले पंद्रह महीने से लगी रोक अब हट गयी है.
आवेदक नये लाइसेंस के लिए xln.bihar.gov.in पर ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे. इसके साथ ही बिहार ऑनलाइन ड्रग लाइसेंस देने वाला देश का 15वां राज्य बन गया है.
आवेदन से लेकर सहमति तक ऑनलाइन
प्रेजेंटेशन के माध्यम से मंत्री ने बताया कि ड्रग लाइसेंस के लिए आवेदन से लेकर सहमति की प्रक्रिया ऑनलाइन होगी. आवेदक वेबसाइट पर अनुरोध कर अपने प्रतिष्ठान के लिए लॉग इन व पासवर्ड प्राप्त करेंगे.
इसकी मदद से प्रतिष्ठान की जानकारी व आवश्यक कागजात अपलोड कर अप्लाइ करेंगे. इनके आवेदन पर ड्रग इंस्पेक्टर दस दिनों के अंदर जांच कर ऑनलाइन अपनी रिपोर्ट असिस्टेंट ड्रग कंट्रोलर को देंगे. असिस्टेंट ड्रग कंट्रोलर आवेदन को वेरिफाई कर ऑनलाइन ही सहमति प्रदान करेंगे. प्रक्रिया की जानकारी आवेदक को एसएमएस के माध्यम से मिलती रहेगी.
एडीसी व ड्रग इंस्पेक्टर को मिलेगा लैपटॉप
विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने कहा कि एडीसी व ड्रग इंस्पेक्टरों को लैपटॉप दिया जायेगा, ताकि मौके से ही निरीक्षण रिपोर्ट ऑनलाइन भेजी जा सके. इसके साथ ही विभाग अस्पतालों के निरीक्षण व सुविधाओं की ऑनलाइन निगरानी को लेकर दर्पण एप बना रहा है, जो जल्द ही चालू होगा. प्रधान सचिव ने एएनएम, जीएनएम व पैरा मेडिकल कोर्सों के लिए भी ऑनलाइन आवेदन की व्यवस्था किये जाने की बात कही.
इस मौके पर राज्य स्वास्थ्य समिति के ईडी लोकेश कुमार सिंह, बीएमएसआईसीएल के एमडी संजय कुमार सिंह, एइडी डॉ करुणा कुमारी, स्टेट ड्रग कंट्रोलर रवींद्र कुमार सिन्हा, प्रशासी पदाधिकारी खालिद अरशद मौजूद रहे.वेबसाइट बनाने में एनआइसी गुजरात के हरीश आडवाणी, बिहार एनआइसी के राजेश कुमार सिंह व नंदा सिंह ने महत्वपूर्ण सहयोग दिया.