दवाओं से जीएसटी और कॉन्ट्रैक्ट सिस्टम हटे : सीटू

पटना : जीएसटी सिस्टम लागू होने के बाद आम मरीजों के साथ ही कारोबार पर भी असर पड़ा है. सबसे अधिक परेशानी मेडिकल सेल्स रिप्रजेंटेटीव (एमआर) कर्मचारियों को होती है. इसके अलावा मेडिकल सेल्स रिप्रजेंटेटीव कर्मचारियों को कॉन्ट्रैक्ट पर नौकरी दी जा रही है, जो नियम के विरुद्ध है. यह कहना है भारतीय ट्रेड यूनियन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 19, 2018 8:30 AM
पटना : जीएसटी सिस्टम लागू होने के बाद आम मरीजों के साथ ही कारोबार पर भी असर पड़ा है. सबसे अधिक परेशानी मेडिकल सेल्स रिप्रजेंटेटीव (एमआर) कर्मचारियों को होती है. इसके अलावा मेडिकल सेल्स रिप्रजेंटेटीव कर्मचारियों को कॉन्ट्रैक्ट पर नौकरी दी जा रही है, जो नियम के विरुद्ध है. यह कहना है भारतीय ट्रेड यूनियन केंद्र (सीटू) की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ के हेमलता का. दरअसल शुक्रवार को आर्य समाज रोड स्थित मेडिकल सेल्स रिप्रजेंटेटीव यूनियन की ओर से तीन दिवसीय 49वां राज्य सम्मेलन का आयोजन किया गया.
कार्यक्रम की शुरुआत यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष अनिर्वाण बोस ने की. वहीं सीटू के महासचिव गणेश शंकर सिंह व प्रकाश विप्लव ने कहा कि सेल्स प्रमोशन इंप्लाइज्ट एक्ट 1976 के अंतर्गत ज्वाइनिंग लेटर मिलता है, सैलरी व रिटायरमेंट का उम्र 60 साल होता है, पेंशन भी मिलता है. लेकिन वर्तमान समय में कॉन्ट्रैक्ट बेश पर कर्मचारियों को नौकरी दी जा रही है. ऐसे में उनका नौकरी खतरे में रहता है. जिसे बदलने की मांग इस सम्मेलन में की गयी.

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