बिहार : जोकीहाट विस क्षेत्र उपचुनाव में जदयू ने झोंकी ताकत, 24 को मुख्यमंत्री सभा को करेंगे संबोधित

पटना : जोकीहाट विधानसभा क्षेत्र उपचुनाव में अब महज एक सप्ताह ही बचा है. 28 मई को होनेवाले मतदान के पहले जदयू ने अपनी पूरी ताकत वहां झोंक दी है. यह सीट जदयू की है, जिसे पार्टी हर हाल में अपने पास रखना चाहती है. चुनाव प्रचार को तेज करने और कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 21, 2018 5:08 AM
पटना : जोकीहाट विधानसभा क्षेत्र उपचुनाव में अब महज एक सप्ताह ही बचा है. 28 मई को होनेवाले मतदान के पहले जदयू ने अपनी पूरी ताकत वहां झोंक दी है. यह सीट जदयू की है, जिसे पार्टी हर हाल में अपने पास रखना चाहती है.
चुनाव प्रचार को तेज करने और कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने के लिए पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व राज्यसभा में पार्टी के नेता आरसीपी सिंह सोमवार को जोकीहाट के लिए रवाना होंगे. उनके साथ पार्टी के विधान पार्षद अशोक चौधरी, दिलीप चौधरी, तनवीर अख्तर और रामचंद्र भारती चुनावी कमान संभालेंगे. अशोक चौधरी ने कहा कि जोकीहाट में सभी लोग 26 मई तक रहेंगे. उन्होंने दावा किया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अल्पसंख्यक वर्ग के लिए जो काम किया है उसे देखते हुए जनता का समर्थन मिलेगा.
24 मई को मुख्यमंत्री जोकीहाट में चुनावी सभा को संबोधित करेंगे. जदयू विधायक सरफराज आलम के इस्तीफा देने से यह सीट रिक्त हुई है. 2015 में जदयू प्रत्याशी के रूप में सरफराज अलम जोकीहाट से प्रतिनिधि निर्वाचित हुए थे. उनके पिता व अररिया के सांसद तस्लीमुद्दीन के निधन होने के बाद सरफराज आलम ने जदयू की सदस्यता त्यागकर राजद में शामिल हो गये थे. फिलहाल वह अररिया से लोकसभा सांसद हैं.
जोकीहाट की रिक्त हुई सीट पर जदयू ने मुर्शीद अनवर को अपना प्रत्याशी बनाया है. इसके अलावा राजद के प्रत्याशी शाहनवाज हैं.
जनअधिकार पार्टी ने यहां से गौसूल आजम को प्रत्याशी बनाया है, जबकि निर्दलीय उम्मीदवारों में जावेद आलम, प्रसेनजीत कृष्णा, मो मशरूम आलम, मो मोबिनुल हक, मो इरफान और मो शब्बीर अहमद शामिल हैं.
पटना : जदयू पंचायती राज प्रकोष्ठ त्रिस्तरीय पंचायती राज के प्रतिनिधियों को पार्टी से जोड़ने के लिए पंचायत स्तर तक सदस्यता अभियान चलायेगा. पहले चरण चरण में 30 हजार जनप्रतिनिधियों को पार्टी से जोड़ा जायेगा.
पार्टी महिला पंचायत प्रतिनिधि को भी जोड़ने का काम करेगी. महिला सशक्तीकरण के लिए पंचायती राज में महिलाओं को 50 प्रतिशत, सरकारी नौकरी में 35 प्रतिशत आरक्षण के अलावा पूर्ण शराबबंदी, बाल विवाह एवं दहेज प्रथा के खिलाफ अभियान के लिए बिहार की महिलाओं के लिए वरदान साबित हुई है. बिहार प्रदेश जदयू की पंचायती राज प्रकोष्ठ की रविवार को संपन्न हुई बैठक में इस आशय का निर्णय लिया गया.
बैठक में राज्य कार्यकारिणी समिति के सदस्यों एवं जिलाध्यक्षों ने भाग लिया. प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष श्वेता विश्वास ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सत्ता का विकेंद्रीकरण कर पंचायती राज काे सशक्त किया है. उन्होंने वार्ड सदस्यों को अधिकार देकर हर गांव और टोलों को विकास की गति को महसूस कराया है. अगली बैठक सीतामढ़ी में होगी.
इसे जन-जन तक पहुंचाना है. सात निश्चय, लड़कियों के स्वास्थ्य और शिक्षा के लिए बालिका उत्थान योजना जैसे कई महत्वपूर्ण योजनाएं चलायी गयी है.
पंचायती राज प्रकोष्ठ की महिला जन प्रतिनिधि, महिला सशक्तीकरण की दिशा में सरकार के द्वारा किये गये प्रयासों को गांव में महिलाओं के बीच बताने का काम करेंगी. बैठक में सर्व-सम्मति से निर्णय लिया गया कि अगली बैठक माता जानकी की धरती सीतामढ़ी में होगा.
बैठक में प्रदेश महासचिव अनिल कुमार, पंचायती राज प्रकोष्ठ के प्रधान महासचिव मनोज कुमार, प्रदेश उपाध्यक्ष श्रीमती तनुजा कुमारी, राम प्रवेश पासवान, प्रदेश प्रवक्ता श्रीमती कुमारी अंजली, देवेंद्र शाह, अर्जून प्रसाद, संतोष सहनी, राज किशोर दांगी सहित अन्य पदाधिकारियों ने अपने विचार व्यक्त किये.

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