बिहार : ट्रेन में गर्मी से मासूम बच्ची की मौत
पटना : ट्रेन में स्वास्थ्य सुविधाओं की लगातार पोल खुल रही है, बावजूद इसके रेलवे प्रशासन की ओर से ध्यान नहीं दिया जा रहा है. रेलवे की लापरवाही उस समय देखने को मिली जब शुक्रवार को ब्रम्हपुत्रा मेल ट्रेन में एक पांच महीने की बच्ची की मौत हो गयी. घटना के बाद परिजनों ने रेलवे […]
पटना : ट्रेन में स्वास्थ्य सुविधाओं की लगातार पोल खुल रही है, बावजूद इसके रेलवे प्रशासन की ओर से ध्यान नहीं दिया जा रहा है. रेलवे की लापरवाही उस समय देखने को मिली जब शुक्रवार को ब्रम्हपुत्रा मेल ट्रेन में एक पांच महीने की बच्ची की मौत हो गयी.
घटना के बाद परिजनों ने रेलवे प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है. मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली से आ रही ब्रम्हपुत्रा मेल के कोच नंबर एस 8 में अपने माता-पिता के साथ सफर कर रही थी. इस दौरान ट्रेन 12 घंटे की देरी से इलाहाबाद पहुंची.
ट्रेन इलाहाबाद स्टेशन के आउटर पर काफी देर तक खड़ी रही, परिजनों की तरफ से शिकायत है कि काफी देर तक ट्रेन आउटर पर खड़ी रही और भीषण गर्मी के कारण बच्ची की मौत हो गयी. जबकि हालत खराब होने के बाद कई बार ट्रेन में मौजूद टीटीई व रेलवे पुलिस के जवानों से संपर्क किया गया, बावजूद रेलवे की स्वास्थ्य टीम नहीं पहुंची. बच्ची के परिजन मुगलसराय के रहने वाले हैं उनको दिल्ली से मुगलसराय स्टेशन तक आना था.
उमस के साथ बढ़ रहा पारा
गर्मी का असर जारी है. इस बार गर्मी अपने बदले रूप में लोगों को सता रही है. भले ही लोगों को तल्ख धूप का सामना नहीं करना पड़ा, लेकिन उमस भरी गर्मी लोगों को परेशान कर रही है. वहीं शुक्रवार को अधिकतम तापमान में भी वृद्धि दर्ज की गयी. अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री अधिक 40.6 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक 27.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम केंद्र के अनुसार अभी तापमान में वृद्धि होती रहेगी. इससे लोगों को ऊमस से साथ धूप से भी परेशानी का सामान करना पड़ेगा. पुरवा हवा ने परेशानी बढ़ा दी है.
उमस और गर्मी के बीच गुल हुई बत्ती
लगातार बढ़ती गर्मी और उमस के बीच बत्ती गुल हुई तो उपभोक्ता बेचैन हो गये. अब यह रोज का हाल हो गया है. शहर के विभिन्न क्षेत्रों में कमोबेश यही स्थिति रह रही है. गुरुवार की रात की बात करें या शुक्रवार सुबह-सुबह. बत्ती गुल होती रही. लोग बिजली विभाग को कोस रहे हैं, कि आखिर मेंटीनेंस किसलिए किया गया जब बार-बार फॉल्ट हो ही रहा है.