अधर में लटकी है एसी वेटिंग हॉल बनाने व रिटायरिंग रूम को बेहतर करने की योजना

पटना : पटना जंक्शन पर स्लीपर व एसी कोच यात्रियों को ट्रेन के इंतजार में बैठने के लिए एसी व स्लीपर क्लास वेटिंग हॉल की व्यवस्था सुनिश्चित की गयी है. हालांकि, वेटिंग हॉल की क्षमता कम है. वहीं, एसी वेटिंग हॉल में जाने के लिए यात्रियों को सीढ़ी चढ़नी पड़ती हैं, जिससे बुजुर्ग व बीमार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 27, 2018 4:00 AM

पटना : पटना जंक्शन पर स्लीपर व एसी कोच यात्रियों को ट्रेन के इंतजार में बैठने के लिए एसी व स्लीपर क्लास वेटिंग हॉल की व्यवस्था सुनिश्चित की गयी है. हालांकि, वेटिंग हॉल की क्षमता कम है. वहीं, एसी वेटिंग हॉल में जाने के लिए यात्रियों को सीढ़ी चढ़नी पड़ती हैं, जिससे बुजुर्ग व बीमार यात्रियों को काफी परेशानी होती है. इस परेशानी को देखते हुए रेलमंडल के डीआरएम रंजन प्रकाश ठाकुर ने प्लेटफॉर्म-एक पर एसी वेटिंग हॉल बनाने के साथ-साथ थ्री स्टार होटल के रूप में रिटायरिंग रूम को डेवलप करने का निर्णय लिया. लेकिन, एक वर्ष बीत जाने के बाद भी निर्णय पर एक कदम भी आगे की प्रक्रिया शुरू नहीं की जा सकी है.

प्लेटफॉर्म पर जगह कर ली गयी है चिह्नित : डीआरएम ने प्लेटफॉर्म संख्या-एक पर एसी वेटिंग हॉल बनाने को लेकर जगह चिह्नित कर ली है. यह जगह आरएमएस ऑफिस के समीप चयनित की गयी है. जगह चयनित होने के बाद घोषणा की गयी थी कि दो-तीन माह के भीतर एसी वेटिंग हॉल बनाने की कवायद शुरू कर दी जायेगी और शीघ्र ही वेटिंग हॉल की सुविधा यात्रियों को प्लेटफॉर्म पर मिलने लगेगी. लेकिन, अब तक एसी वेटिंग हॉल योजना फाइलों में टहल रही है.
रिटायरिंग रूम को करना था डेवलप
एक वर्ष पहले बनायी गयी योजना, पर एक कदम आगे नहीं बढ़ी प्रक्रिया
एसी वेटिंग हॉल तक जाने के लिए यात्रियों को सीढ़ी चढ़नी पड़ती है, होती है परेशानी
थ्री स्टार होटल के रूप में रिटायरिंग रूम को किया जाना था डेवलप
यात्रियों को दो-चार घंटा रुकना है या फिर एक दिन के लिए ठहरना है, तो ऐसे यात्रियों के लिए रेलवे प्रशासन ने रिटायरिंग रूम व डोरमेट्री की व्यवस्था सुनिश्चित की है. लेकिन, रिटायरिंग रूम की व्यवस्था लचर है और यात्री हमेशा शिकायत करते रहते हैं. यात्रियों की शिकायतों को देखते हुए डीआरएम ने रिटायरिंग रूम को आईआरसीटीसी के सहयोग से थ्री स्टार होटल के रूम में विकसित करने की योजना तैयार की. इस योजना को पूरा करने के लिए डीआरएम व आईआरसीटीसी अधिकारियों के साथ वार्ता भी की गयी, लेकिन अब तक रिटायरिंग रूम को डेवलप नहीं किया जा सका है.
यात्रियों को दो-चार घंटा रुकना है या फिर एक दिन के लिए ठहरना है, तो ऐसे यात्रियों के लिए रेलवे प्रशासन ने रिटायरिंग रूम व डोरमेट्री की व्यवस्था सुनिश्चित की है. लेकिन, रिटायरिंग रूम की व्यवस्था लचर है और यात्री हमेशा शिकायत करते रहते हैं. यात्रियों की शिकायतों को देखते हुए डीआरएम ने रिटायरिंग रूम को आईआरसीटीसी के सहयोग से थ्री स्टार होटल के रूम में विकसित करने की योजना तैयार की. इस योजना को पूरा करने के लिए डीआरएम व आईआरसीटीसी अधिकारियों के साथ वार्ता भी की गयी, लेकिन अब तक रिटायरिंग रूम को डेवलप नहीं किया जा सका है.
नहीं चालू हो सका एस्केलेटर
पटना जंक्शन के प्लेटफॉर्म संख्या-एक व दस पर एक-एक एस्केलेटर लगाया जा रहा है, जिसे 31 मार्च तक चालू करना था. लेकिन, छह माह से फाउंडेशन बन कर तैयार है और एस्केलेटर मशीन नहीं लग सकी है. गौरतलब है कि एस्केलेटर चालू करने को लेकर पूर्व में भी दो तिथियां निर्धारित की गयीं, लेकिन निर्धारित तिथि पर एस्केलेटर चालू नहीं किया जा सका. रेलवे अधिकारी बताते हैं कि सभी योजनाओं पर कार्य चल रहा है और शीघ्र ही एक-एक योजना को पूरा किया जायेगा.

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