पटना : 25-30 हजार लोगों को मिलेगा रोजगार

उद्योग मंत्री जय कुमार सिंह ने कहा, खादी का होगा विकास पटना : बिहार की खादी संस्थाओं को पुनर्जीवित करने के लिए राज्य सरकार एक नयी योजना लायी है. इसमें 25 से 30 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा. अगले तीन साल में खादी का उत्पादन प्रति वर्ष 35 करोड़ रुपये तक करने का लक्ष्य है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 31, 2018 8:27 AM
उद्योग मंत्री जय कुमार सिंह ने कहा, खादी का होगा विकास
पटना : बिहार की खादी संस्थाओं को पुनर्जीवित करने के लिए राज्य सरकार एक नयी योजना लायी है. इसमें 25 से 30 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा. अगले तीन साल में खादी का उत्पादन प्रति वर्ष 35 करोड़ रुपये तक करने का लक्ष्य है. साथ ही बिहार खादी नीति तैयार की गयी है.
यह नीति स्वीकृति की प्रक्रिया में है. मुख्यमंत्री ने भी खादी को जन-जन तक पहुंचाने की बात कहीं है. ये बातें उद्योग विभाग के मंत्री जय कुमार सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहीं. मौके पर खादी के प्रचार-प्रसार और कपड़ों की बिक्री के लिए उन्होंने एक चलंत वाहन का भी उद्घाटन किया. उन्होंने कहा कि राज्य के बुनकरों व कारीगरों का पलायन रोकने और उनकी आय बढ़ाने के लिए खादी क्षेत्र में सरकार कई योजनाओं पर काम कर रही है.
इसमें आधुनिक चरखा का वितरण, करघा का वितरण, कटिया चरखा का वितरण, त्रिपुरारी मॉडल चरखा के लिए कार्यशील पूंजी, कटिया चरखा के लिए कार्यशील पूंजी, खादी के लिए डिजाइन, खादी की मार्केटिंग, खादी का ब्रांडिंग और लोगो, खादी एवं ग्रामोद्योग के लिए प्रशिक्षण, खादी का उत्पादन बढ़ाने, पटना में खादी ग्रामोद्योग बोर्ड का नया भवन, आधुनिक शोरूम, खादी के विकास के लिए पीएमए की नियुक्ति, साबुन उद्योग में प्रशिक्षण आदि शामिल हैं. इसमें लगे मजदूरों को प्रशिक्षित किया जायेगा.
बड़ी कंपनियों से हुआ करार : उद्योग विभाग के प्रधान सचिव डॉ एस सिद्धार्थ ने कहा कि खादी को बाजार उपलब्ध करवाने के लिए बड़े स्तर पर प्रयास किये जा रहे हैं. कुछ बड़ी कंपनियों से करार हुआ है. इसमें रेमंड और अरविंद मिल शामिल हैं. इस समय खादी के करीब दो हजार कतिन हैं. इनकी संख्या 10 हजार तक की जायेगी.
खोले जायेंगे खादी स्कूल, तैयार होंगे कार्यकर्ता
प्रधान सचिव ने कहा कि जुलाई या अगस्त, 2018 में खादी स्कूल खोला जायेगा. फिलहाल यह गया के मानपुर में खादी स्कूल ग्राम निर्माण मंडल में खुलेगा. इन स्कूलों में दो साल के दौरान खादी कार्यकर्ता तैयार होंगे. इसमें एक साल की ऑन जॉब ट्रेनिंग दी जायेगी. ये सभी खादी के विकास के लिए कार्य करेंगे.
खादी की बिक्री में बढ़ोतरी : बिहार राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के सीईओ बीएन प्रसाद ने कहा कि राज्य में खादी के 92 संस्थाएं हैं. इनमें से 62 सक्रिय, 18 निष्क्रिय और 12 भंग हैं. इनको पुनर्जीवित किया जायेगा. उन्होंने कहा कि पिछले सालों में खादी का उत्पादन और बिक्री बढ़ी है. वर्ष 2015 में एक करोड़, वर्ष 2016 में 1.37 करोड़ और वर्ष 2017 में ढाई करोड़ रुपये की बिक्री हुई.

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