तेजस्वी यादव के विधानसभा क्षेत्र राघोपुर में दलितों का घर जलाये जाने के बाद शुरू हुआ आरोप-प्रत्यारोप का दौर

पटना : तीन दिन पहले बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव के विधानसभा क्षेत्र राघोपुर के मलिकपुर में राजद समर्थक यादव जाति के लोगों द्वारा दो दर्जन से अधिक दलितों के घर को फूंके जाने का मामला सामने आने के बाद सूबे में सियासी आरोप-प्रत्यारोप […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 1, 2018 5:24 PM

पटना : तीन दिन पहले बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव के विधानसभा क्षेत्र राघोपुर के मलिकपुर में राजद समर्थक यादव जाति के लोगों द्वारा दो दर्जन से अधिक दलितों के घर को फूंके जाने का मामला सामने आने के बाद सूबे में सियासी आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. बताया जाता है कि दलितों का घर फूंकने से पहले राजद समर्थकों ने दलितों के साथ मारपीट करने के साथ जमकर लूटपाट भी की थी. मलिकपुर में आज भी दलित डर के साये में जी रहे हैं.

मलिकपुर गांव के दलितों का आरोप है कि तेजस्वी यादव के राघोपुर से विधायक बनने के बाद से ही उन्हें लगातार निशाना बनाया जा रहा है. दलितों के मुताबिक, यादवों की दबंगई चरम पर है. राघोपुर में नियुक्त सभी अधिकारी भी यादव जाति के ही हैं. थानेदार से लेकर अधिकारी तक यादव जाति का होने के कारण उनकी फरियाद नहीं सुनी जा रही है. साथ ही शिकायत किये जाने पर जान से मारने की धमकी भी दी जा रही है.

अशोक चौधरी के नेतृत्व में जदयू की टीम ने किया घटनास्थल का दौरा, पीड़ितों से मिले

घटना के बाद मौके पर पहुंचे जदयू के विधान पार्षद व पूर्व मंत्री अशोक चौधरी ने दलितों से बात की. पटना लौटने पर उन्होंने बताया कि मलिकपुर में 10-12 दलितों के घरों में एक जाति विशेष के लोगों ने आग लगायी. वहां के दलित परिवार अब भी भयभीत हैं. सरकार उन्हें पूरी सुरक्षा दे रही है. शुक्रवार को चौधरी ने प्रेस कांफ्रेंस कर राजद और तेजस्वी यादव का नाम लिये बगैर कहा कि जो लोग और राजनीतिक दल दलितों के उत्थान और उन्हें सबल बनाने की बात करते हैं, उनके नेता के विधानसभा क्षेत्र में ही यह घटना घटित हुई है. आज 72 घंटा बीत जाने के बावजूद उस राजनीतिक दल (राजद) का एक भी प्रतिनिधि पीड़ित परिवारों से मिलने नहीं गया. क्योंकि, उस दल के नेता अपने वोट बैंक को किसी भी तरह से नाराज नहीं करना चाहते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि जदयू की ओर से की गयी जांच से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अवगत करा दिया गया है. जदयू नेताओं ने आरोप लगाया कि पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी गया में दलितों को हथियार उठाने के लिए कहते हैं. इधर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दलितों को आइएएस और डिप्टी कलेक्टर बनाने के लिए काम कर रहे हैं. विरोधियों का यही राजनीतिक चरित्र है. यह कैसा दलित प्रति प्रेम है.

उपमुख्यमंत्री ने राजद पर दबंगों को संरक्षण देने का लगाया आरोप

बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने राजद पर दबंगों को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए कहा है कि राजद के दबंग लोगों ने चार घरों में आग लगायी है. साथ ही उन्होंने कहा कि दबंगों ने दलितों के साथ मार-पीट भी की है. मोदी ने कहा कि घटना की जानकारी मिलने पर एसपी से बात कर पूरी जानकारी ली गयी है. एसपी ने तत्काल उचित कार्रवाई करने की बात कही है.

छह जून को मलिकपुर जायेंगे रामविलास पासवान

मलिकपुर गांव में दलितों के घरों को जलाने के मामले में केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने कहा है कि दलितों के खिलाफ अपराध होने पर उस जिले के जिलाधिकारी और आरक्षी अधीक्षक को निलंबित कर दिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि राघोपुर में हुई घटना की जानकारी मिलने पर वैशाली के जिलाधिकारी से बात की है. साथ ही पीड़ितों के साथ न्याय करने की बात कही है. पासवान ने कहा कि वह छह जून को राघोपुर के दौरा कर पीड़ित परिवार के लोगों से मिल कर पूरी जानकारी लेंगे.

राजद के प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने कहा- कानून का खत्म हो गया है डर

इस संबंध में राजद के प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने कहा है कि ‘भाजपानीत नीतीश सरकार में लोगों के अंदर कानून का डर खत्म हो गया है. दलितों पर अत्याचार हो रहे हैं और नीतीश कुमार दलितों की बात करते हैं. सत्तापक्ष लालूफोबिया से ग्रसित है. उन्होंने कहा कि ‘कोई समुदाय बदमाश नहीं होता, बल्कि व्यक्ति गलत होता है.’

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