पटना : खाद्यान्नों के भंडारण को 145 जगहों पर बनेंगे राहत केंद्र
संभावित बाढ़ को लेकर डीएम कुमार रवि ने की समीक्षा बैठक पटना : जिले में लगभग 145 जगहों पर अस्थायी रूप से बाढ़ राहत केंद्र बनाये जायेंगे. बाढ़ आने की स्थिति में कई बड़े कैंप भी रहेंगे. इसके अलावा मवेशियों को रखने व उनके खाद्य पदार्थ का भंडारण करने की व्यवस्था की जायेगी. पटना सदर, […]
संभावित बाढ़ को लेकर डीएम कुमार रवि ने की समीक्षा बैठक
पटना : जिले में लगभग 145 जगहों पर अस्थायी रूप से बाढ़ राहत केंद्र बनाये जायेंगे. बाढ़ आने की स्थिति में कई बड़े कैंप भी रहेंगे. इसके अलावा मवेशियों को रखने व उनके खाद्य पदार्थ का भंडारण करने की व्यवस्था की जायेगी. पटना सदर, दानापुर व पटना सिटी अनुमंडल में बाढ़ के दौरान फूड पैकेजिंग के लिए बड़े हॉल की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है.
गुड़, मोमबत्ती, माचिस, सत्तू, नमक, चीनी व बिस्कुट के पर्याप्त स्टॉक की जानकारी रखने का निर्देश मिला है. रविवार को डीएम कुमार रवि ने समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में बाढ़ की आशंका के मद्देनजर पूर्व तैयारी के लिए समीक्षात्मक बैठक ली.
बैठक में संबंधित पदाधिकारियों को संभावित बाढ़ के पूर्व तैयारियों के संबंध में आवश्यक निर्देश दिये गये. बैठक में जिला सांख्यिकी पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि सभी 23 प्रखंडों व मुख्यमंत्री आवास पर वर्षामापक यंत्र लगा है, जो काम कर रहा है.
जिलाधिकारी ने जिला सांख्यिकी पदाधिकारी को निर्देश दिया कि प्रखंड से प्राप्त वर्षापात का दैनिक प्रतिवेदन आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव व जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव, कृषि विभाग, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग तथा निदेशक सांख्यिकी विभाग को दोपहर 12 बजे तक ई-मेल या फैक्स से भेजा जाये. साथ ही आपदा प्रबंधन विभाग की वेबसाइट को प्रतिदिन अपडेट किया जायेगा.
पीड़ित व्यक्ति समूहों के डेटा को अपडेट रखने का निर्देश : डीएम ने सभी अंचलाधिकारियों को निर्देश दिया कि संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्र व संकटग्रस्त व्यक्ति समूहों की पहचान कर सूची तैयार कर ली जाए.
इसमें व्यक्ति समूहों की खाता संख्या, बैंक का नाम, आईएफएसडी कोड, आधार कार्ड नंबर निश्चित रूप से अंकित हो. ताकि, बाढ़ राहत से संबंधित वितरण की जानेवाली राशि आरटीजीएस के माध्यम से खाता में सुुगमतापूर्वक भेजा जा सके.
सभी अंचलाधिकारियों को निर्देश दिया कि बीते वर्ष आयी बाढ़ के अनुभव के आधार पर आवश्यकता आधारित वस्तुओं, सामान का आकलन किया जाए. किस सामान की कहां प्राप्ति की जा सकती है.