profilePicture

पटना : प्रदेश में 15 फीसदी लोग माइग्रेन की चपेट में

तनाव से बढ़ रहा सिरदर्द. दो दिवसीय एनीमिडकॉन 2018 का समापन पटना : सिरदर्द की समस्या इन दिनों आम हो गयी है. माइग्रेन इसी का एक रूप है. इसकी सबसे बड़ी वजह तनाव व लोगों की बदल चुकी दिनचर्या है जिससे सबसे अधिक महिलाएं प्रभावित हो रही हैं. बिहार में पांच प्रतिशत पुरुष तो 10 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 4, 2018 5:11 AM
तनाव से बढ़ रहा सिरदर्द. दो दिवसीय एनीमिडकॉन 2018 का समापन
पटना : सिरदर्द की समस्या इन दिनों आम हो गयी है. माइग्रेन इसी का एक रूप है. इसकी सबसे बड़ी वजह तनाव व लोगों की बदल चुकी दिनचर्या है जिससे सबसे अधिक महिलाएं प्रभावित हो रही हैं. बिहार में पांच प्रतिशत पुरुष तो 10 प्रतिशत महिलाएं माइग्रेन जैसी बीमारी की चपेट में हैं.
अनियमित खान-पान और पूरी नींद नहीं मिल पाना इसके अन्य कारण हैं. ये बातें आईजीआईएमएस न्यूरो विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ अजय कुमार सिंह ने एसोसिएशन ऑफ न्यूरो साइंटिस्ट ऑफ इस्टर्न इंडिया की ओर से आयोजित दो दिवसीय एनीमिडकॉन 2018 के समापन के समारोह में कहीं.
माइग्रेन बीमारी नहीं है
आर ब्लॉक स्थित एक होटल में आयोजित इस सेमिनार में पटना एम्स के डॉ गुंजन कुमार ने माइग्रेन के लक्षण को बताते हुए कहा कि सिरदर्द सिर के हिस्से का दर्द है जबकि माइग्रेन सिरदर्द का एक प्रकार है.
माइग्रेन बीमारी नहीं, बल्कि रोग का एक लक्षण है. यह जानना चाहिए कि हर सिरदर्द माइग्रेन नहीं होता, लेकिन माइग्रेन सिरदर्द हो सकता है. माइग्रेन में अक्सर सिर में स्पंदन होता है, रोशनी की ओर देखने का मन नहीं करता और उलटी होती है. उन्होंने कहा कि वह रोजाना जितने मरीजों को एम्स में देखते हैं, उनमें करीब 30 प्रतिशत सिरदर्द व माइग्रेन के होते हैं.
इंडोस्कोपी से ब्रेन सर्जरी
पटना के न्यूरो सर्जन डॉ एसएम रोहतगी ने बताया कि वेस्ट बंगालसे आये डॉ कौशिक सील ने बताया कि अब ब्रेन की सर्जरी एंडोस्कोपी की मदद से भी संभव हो गया है. मिनिमली इंवेसिव टेक्नोलॉजी आने के बाद मुश्किल सर्जरी में बेहतर रिजल्ट आ रहे हैं. डॉ रोहती ने कहा कि इसका इस्तेमाल ब्रेन में पानी भर जाने के अलावा ब्रेन में मौजूद ट्यूमर को हटाने में भी इस टेक्नोलॉजी की मदद ली जा रही है.
महानगरों में इस तरह की सर्जरी शुरू हो गयी है. उन्होंने कहा कि एंडोस्कोपिक एंडोनसल सर्जरी में एंडोस्कोप को नाक के जरिये गुजारा जाता है. ब्रेन ट्यूमर हटाने के लिए यह सबसे नयी तकनीक है.

Next Article

Exit mobile version