बिहार में देर से आयेगा मॉनसून, अगले तीन दिनों में आंधी और बारिश की संभावना
पटना : बिहार में मॉनसून के देर से आने की संभावना है. पहले से निर्धारित समय से दो या तीन दिन बाद मॉनसून के प्रवेश करने के कयास लगाये जा रहे हैं. बंगाल की खाड़ी की ओर सक्रिय मॉनसून के धीमा पड़ने की वजह से बिहार में थोड़ी देर से मॉनसून के पहुंचने के आसार […]
पटना : बिहार में मॉनसून के देर से आने की संभावना है. पहले से निर्धारित समय से दो या तीन दिन बाद मॉनसून के प्रवेश करने के कयास लगाये जा रहे हैं. बंगाल की खाड़ी की ओर सक्रिय मॉनसून के धीमा पड़ने की वजह से बिहार में थोड़ी देर से मॉनसून के पहुंचने के आसार हैं.
बिहार में मॉनसून के प्रवेश को लेकर आकलन किया जा रहा था कि 10 से 11 जून तक मॉनसून प्रवेश करेगी. अब 13 या 14 जून को मॉनसून के बिहार में प्रवेश करने की संभावना है. इंडियन मेट्रोलॉजिकल सोसाइटी के बिहार चैप्टर के सचिव डाॅ पार्थ प्रधान सारथी ने बताया कि बंगाल की खाड़ी क्षेत्र में स्थिति तेजी से बदली है.
इससे बिहार में मॉनसून में पहले के पूर्वानुमानों में अंतर आने की संभावना है. बंगाल की ओर से पूरबा हवा में आ रही नमी की वजह से राजधानी सहित राज्य के अन्य हिस्सों में बारिश के लक्षण बने हैं. वातावरण में मौजूद नमी से विशेष उष्मा उत्सर्जित हो रही है. इससे तेजी से क्यूमलो निंबस बादल बन रहे हैं. मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार अगले तीन दिनों तक राजधानी व इसके आसपास बारिश होने की संभावना है.
अगले तीन दिनों में आंधी और बारिश की संभावना
अगले तीन दिनों में बारिश के आसार हैं. तेज हवा चलने का पूर्वानुमान भी है. दूसरी तरफ शहर का बढ़ा हुआ न्यूनतम तापमान परेशानी की वजह बन गया है. न्यूनतम तापमान लगातार बढ़ रहा है.
न्यूनतम और अधिकतम तापमान में केवल साढ़े छह डिग्री सेल्सियस का अंतर रह गया है. यह अंतर पर्यावरण लिहाज से बेहद गंभीर माना जाता है. मौसम की इस दशा में खासतौर पर ऊमस और गर्मी बेचैन कर देने वाली हो जाती है. जानकारों के मुताबिक न्यूनतम व अधिकतम तापमान में अंतर 10 से 12 डिग्री सेल्सियस तक होना चाहिए.
रविवार को शहर का अधिकतम तापमान 36.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, वहीं, न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक 28.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. एक्सपर्ट के मुताबिक अब तक सामान्य तौर पर न्यूनतम तापमान में कोई गिरावट नहीं है.