पालीगंज में दीवार गिरने से एक ही परिवार के सात लोग दबे, दो की मौत
इलाज में देरी से अस्पताल में तोड़फोड़, कर्मियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा चार घंटे सड़क जाम पुलिस पर रोड़ेबाजी पालीगंज : पालीगंज मुख्यालय से दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित मिल्की नाहर बंगला पर रविवार की देर रात दीवार गिर जाने से एक ही परिवार के सात लोग दब गये. ग्रामीणों के सहयोग से सभी […]
इलाज में देरी से अस्पताल में तोड़फोड़, कर्मियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा
चार घंटे सड़क जाम पुलिस पर रोड़ेबाजी
पालीगंज : पालीगंज मुख्यालय से दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित मिल्की नाहर बंगला पर रविवार की देर रात दीवार गिर जाने से एक ही परिवार के सात लोग दब गये. ग्रामीणों के सहयोग से सभी को अनुमंडलीय अस्पताल लाया गया. जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें पीएमसीएच रेफर कर दिया गया. पीएमसीएच में इलाज के दौरान दो लोगों की मौत हो गयी. इससे नाराज परिजन और ग्रामीणों ने अनुमंडलीय अस्पताल पर जांच में लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल पहुंच कर तोड़-फोड़ करते हुए अस्पताल कर्मियों की पिटाई भी कर दी.
नाराज लोगों ने मुआवजे की मांग को लेकर मृतकों के शव को पटना से घर लाकर सड़क जाम कर दिया. बाद में पुलिस व बुद्धिजीवियों ने लोगों को समझा-बुझा कर जाम हटवाया.जानकारी के अनुसार रविवार की देर रात मटुकन खलीफा की पत्नी गौरी देवी (55 वर्ष) अपने बेटे,पतोहू, पोता व पोती के साथ अपने मिट्टी के घर के सामने गली में सोयी थी.
रात करीब एक बजे गली के सामने की विजेन्दर गुप्ता (डीलर) पालीगंज की पांच इंच की दीवार अचानक उनलोगों के ऊपर गिर गयी. अचानक हुई इस घटना से वहां चीख पुकार मच गयी. आवाज सुन आस-पास के ग्रामीण घटनास्थल पर दौड़े और मलबा हटा कर सभी को आनन फानन में पालीगंज अनुमंडलीय अस्पताल ले गये.
घायल गौरी देवी (55 वर्ष, पति मटुकन खलीफा), पिंटू खलीफा (पिता मटुकन खलीफा), आरती देवी (25 वर्ष, पति पिंटू खलीफा), सोनी कुमारी (10 वर्ष, पिता पिंटू खलीफा), मोनी कुमारी (6 वर्ष, पिता पिंटू खलीफा), विशाल कुमार (5 वर्ष, पिता पिंटू खलीफा), कृष्णा कुमार (3 वर्ष पिता पिंटू खलीफा) का प्राथमिक उपचार करने के बाद डाक्टरों ने सभी को प्राथमिक उपचार के बाद पीएमसीएच रेफर कर दिया. पीएमसीएच में इलाज के दौरान दादी गौरी देवी व पोती सोनी की मौत हो गयी.
मौत से नाराज परिजनों ने अनुमंडलीय अस्पताल पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया. सोमवार की सुबह दोनों के शव के साथ परिजन व ग्रामीणों ने मुआवजा और पालीगंज अनुमंडलीय अस्पताल के डॉक्टरों पर कार्रवाई की मांग को लेकर एसएच2 पटना-औरंगाबाद पथ को स्थानीय अब्दुल कलाम चौक के पास जाम कर दिया. इस दौरान वे एसडीओ को बुलाने की मांग कर रहे थे.
सड़क जाम कर रहे लोगों ने कहा कि रात में घटना के बाद जब घायलों को इलाज के लिए अनुमंडलीय अस्पताल ले गये और गेट खुलवाया तो यहां काफी देर तक गेट नहीं खोला गया. काफी देर हल्ला हंगामा के बाद जब गेट खुला भी तो डॉक्टरों ने घायलों का इलाज ठीक से न कर सिर्फ खानापूर्ति कर पीएमसीएच रेफर कर दिया.
पुलिस पर भी रोड़ेबाजी
घटना की सूचना मिलने पर दारोगा समीर कुमार व सुबोध मंडल जाम स्थल के पास पहुंचे और लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं माने. बाद में डीएसपी मनोज पांडे, इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह ने पहुंचे, लेकिन लोंगो को उनकी भी बात नहीं मानी .इस दौरान कुछ आक्रोशित लोगों ने पुलिस के तरफ रोड़ा भी फेका जिससे दो सिपाहियों को हल्की चोट आयी.
बाद में एसडीओ, भाकपा माले के राज्य कार्यकारिणी सदस्य मो अनवर हुसैन, पूर्व मुखिया चन्द्रसेन वर्मा समेत कई बुद्धिजीवियों ने लोगों को समझा-बुझा कर जाम हटवाया. जाम सुबह नौ बजे से दोपहर एक बजे तक रहा. इस कारण सड़क के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लगी रही.
वहीं मुखिया ने मृतक के परिजनों को कबीर अंत्येष्टि के तहत 40 हजार रुपये दिये.
अस्पताल के उपाधीक्षक ने अस्पताल में तोड-फोड के मामले में 24 नामजद लोगों पर मामला दर्ज कराया है.
पदाधिकारियों के नहीं आने से भड़के लोगों ने अस्पताल में की तोड़-फोड़
सड़क जाम के काफी देर बाद भी कोई पदाधिकारी मुआवजा देने नहीं आये तो जाम कर रहे ग्रामीण अनुमंडलीय अस्पताल में घुस गये और तोड़-फोड़ करने लगे.
अस्पताल में रखे टेबुल, कुर्सी, शीशे, किवाड़, खिड़की, बोर्ड, पंखे सहित लाखों रुपये के सामानों को तोड डाला. इतने से भी उनका मन नहीं भरा तो अस्पताल परिसर में मौजूद कर्मियों को भी खदेड़-खदेड़ कर पीटना शुरू कर दिया. पिटाई से कई कर्मचारी जख्मी हो गये. इस पिटाई में स्वास्थ्य सेवक दीनानाथ प्रसाद का दायां पैर टूट गया जिसे पीएमसीएच रेफर करना पड़ा. वहीं कर्मचारी राजीव कुमार, मोहन प्रजापति, काशी प्रसाद भी पिटाई से जख्मी हो गये.
अचानक हुए हमले से अस्पताल परिसर में भय का वातावरण कायम हो गया. करीब एक घंटा तक उपद्रवी अस्पताल को अपने कब्जे में ले आतंक मचाते रहे. इसके बाद फिर से सभी सड़क जाम स्थल पर दोबारा पहुंचे.