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CM नीतीश ने माना, शराबबंदी कानून का कुछ लोग कर रहे दुरुपयोग, कुछ प्रावधानों में होगा सुधार, पीड़ितों को देंगे वैकल्पिक रोजगार का मौका

पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि सरकारी मशीनरी में कुछ लोगों द्वारा शराबबंदी कानून का दुरुपयोग किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इस समस्या का समाधान इसकी समीक्षा करने पर मिलेगा. जदयू के एक समारोह में उन्होंने कहा कि ‘शराबबंदी ने कुछ लोगों को चोट पहुंचायी है, लेकिन राज्य […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 6, 2018 8:14 AM
पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि सरकारी मशीनरी में कुछ लोगों द्वारा शराबबंदी कानून का दुरुपयोग किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इस समस्या का समाधान इसकी समीक्षा करने पर मिलेगा. जदयू के एक समारोह में उन्होंने कहा कि ‘शराबबंदी ने कुछ लोगों को चोट पहुंचायी है, लेकिन राज्य की 90 प्रतिशत जनसंख्या को लाभ पहुंचाया है.’ उन्होंने कहा, ‘यह गरीबों के घर में खुशी वापस लेकर आयी है और इसने शांति और सौहार्द तथा घरेलू कलह से मुक्त माहौल पैदा किया है.’
शराबबंदी कानून में संशोधन को तैयार
मुख्यमंत्री ने कहा कि चंद लोग शराबबंदी पर सवाल उठा रहे हैं. बड़ा काम कीजियेगा, तो भुगतना पड़ेगा ही. इसलिए मैं भुगतने को तैयार हूं. उन्होंने कहा कि शराबबंदी में घच-पच करनेवालों पर हमारी नजर है. 15-16 के बाद फिर बैठेंगे और कुछ चीजों में संशोधन करना है, वो करेंगे. इसके चलते बेरोजगार लोगों को पांच-छह तरीके के वैकल्पिक रोजगार का मौका दिया जायेगा. इस मौके पर जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह, प्रधान महासचिव आरसीपी सिंह व युवा जदयू अध्यक्ष अभय कुशवाहा के साथ ही विधान पार्षद रामेश्वर महतो, खालिद अनवर, विधायक मेवालाल चौधरी आदि ने भी अपने विचार रखे. समारोह में पहुंचे युवाओं को संपूर्ण क्रांति एवं विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर पर्यावरण को स्वच्छ रखने तथा नशाखोरी, बाल विवाह, दहेज प्रथा जैसी कुरीतियों को जड़ से समाप्त करने के लिए जागरूकता अभियान चलाने का संकल्प दिलाया गया.
जदयू को राजनीति से एलिमिनेट करानेवालों का सपना कभी नहीं होगा पूरा
जदयू के समारोह में शामिल हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राजनीति में खुद को काबिल समझनेवाले लोग इस प्रयास में जुटे हैं कि जदयू को राजनीति से ‘एलिमिनेट’ करा दिया जाये. मगर उनका यह सपना कभी पूरा नहीं होनेवाला. प्रदेश में काम के प्रति विश्वास रखनेवाले लोगों की संख्या कम नहीं है. हम पहले भी भ्रष्टाचार, क्राइम, कम्यूनिलिज्म के खिलाफ थे और आगे भी इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि लोग मुझे बिहार में प्रचलित मौजूदा स्थितियों के बारे में कहने के लिए कह रहे हैं. मुझे नहीं पता कि वे क्या सुनना चाहते हैं. मैं हमेशा इस लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए चीजें कहता रहता हूं. हम जनता के लिए काम कर रहे हैं.
नयी पीढ़ी के लोग आएं राजनीति में
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजनीति सही धारा से भटक चुकी है. आज हर जगह तनाव, कटुता का माहौल है. युवा बहुत कम संख्या में अपने बल पर राजनीति में आगे बढ़ रहे हैं. अगर युवा वर्ग समाजसेवा का संकल्प लेकर राजनीति में नहीं आयेंगे, तो राजनीति कुंठा का शिकार हो जायेगी. नयी पीढ़ी में अब काम करने वाले लोग ही उभर कर सामने आयेंगे. वैसे लोग, जिनको अपने से अधिक समाज की चिंता है. हम लोगों ने छात्र-युवा आंदोलन के दौरान जो सीखा, वही आज भी प्रेरक है.
अनाप-शनाप भाषा का जवाब विकास से
नीतीश कुमार ने कहा कि आज-कल राजनीति में जुबानी जंग चल रही है. कुछ लोगों को कोई काम नहीं करना, लेकिन दिन भर में पांच बार ट्वीट करते हैं. इनको गाली-गलौज छोड़ कर किसी चीज में दिलचस्पी नहीं. जनहित से भी कोई वास्ता नहीं है. ऐसी अनाप-शनाप भाषा का जवाब हम विकास कार्यों से देते रहते हैं.

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