दीना गोप हत्याकांड : विकास सिंह ने एके-47 की आठ लाख में करायी थी डील, भोला यादव ने की हत्या

भोला ने एक बड़े नेता के रिश्तेदार की ली थी सुपारी विकास को झारखंड से किया गया गिरफ्तार पटना : पटना की पूर्व डिप्टी मेयर अमरावती देवी के पति दीना गोप की हत्या एके-47 से हुई थी. बेऊर के हरनीचक में मौजूद करीब 20 करोड़ की जमीन को लेकर करोड़ीचक के रहने वाले दीना से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 7, 2018 5:37 AM
भोला ने एक बड़े नेता के रिश्तेदार की ली थी सुपारी
विकास को झारखंड से किया गया गिरफ्तार
पटना : पटना की पूर्व डिप्टी मेयर अमरावती देवी के पति दीना गोप की हत्या एके-47 से हुई थी. बेऊर के हरनीचक में मौजूद करीब 20 करोड़ की जमीन को लेकर करोड़ीचक के रहने वाले दीना से दीना गोप की रंजिश चल रही थी.
इसके लिए करोड़ीचक के रहनेवाले दीना ने दीना गाेप की हत्या करने के लिए 50 लाख की सुपारी परसा बाजार के रहने वाला सुपारी किलर भोला यादव को दिया था. हत्या के लिए भोला ने विकास सिंह से मदद मांगी थी और एके-47 दिलाने के लिए कहा था. इस पर विकास ने अपनी रूगर कंपनी की पिस्टल दी थी लेकिन भोला ने कह दिया था कि दीना को मारने के लिए बड़ा और आधुनिक हथियार ही चाहिए.
इसके बाद विकास ने औरंगाबाद जिले के दाउदनगर के रहने वाले आजाद और आरा के मुकेश से संपर्क कराया. दोनों की मदद से भोला को एके-47 मिला और 12 मई की सुबह दीना गोप की हत्या को अंजाम दिया गया. इस घटना के बाद भोला ने फिर देश के एक बड़े नेता के रिश्तेदार को मारने के लिए सुपारी ली थी. इसके लिए दोबारा एके-47 और 500 राउंड कारतूस की डील की जा रही थी.
यह पटना में एक विधायक के इशारे पर वर्ष 2014 में बिहटा के राजू बिल्डर का भी विकास सिंह ने अपहरण कर लिाय था. इस घटना के पीछे विधायक और राजू बिल्डर के बीच पैसों का विवाद था. इसी को लेकर राजू को उठाया गया था. करीब ढाई घंटे के बाद राजू को शास्त्रीनगर थाने में राजू को लेकर पहुंचे थे विधायक के लोग. इसके बाद से फिर विकास भाग गया था.
कोलकाता सीबीआई को थी विकास की तलाश : कोलकाता के न्यू टाउन एरिया में वर्ष 2015 में दो बड़े बिल्डर विश्वजीत मंडल व सुखदेवा दास की हत्या एके-47 से की गयी थी. इस हत्या को विकास सिंह व उसके साथियों ने अंजाम दिया था. इस हत्याकांड की जांच सीबीआई कोलकाता कर रही थी. सीबीआई को विकास की तलाश थी.
कुछ दिन पहले सीबीआई ने पटना के बुद्धा कॉलोनी थाने में एक पत्र भी भेजा था और विकास सिंह का डिटेल मांगा था. दरअसल विकास मूल रूप से जहानाबाद जिले के शकुराबाद का रहनेवाला है. वह पटना के बुद्धा कॉलोनी थाना क्षेत्र में एसके नगर रोड नंबर-14 में रहता था. लेकिन पटना के बेऊर जेल में आठ माह तक बंद रहने के रिहा हुआ था.
तो वह पटना छोड़कर यूपी, झारखंड, कोलकाता में अपना अड्डा बनाया. दूसरे राज्यों में बैठ कर विकास टेंडर मैनेज कराना और अाधुनिक हथियारों की डील कराता था.
कुछ खास घटनाएं जिन्हें विकास सिंह ने दिया था अंजाम
– वर्ष 2000 में हाजीपुर कोर्ट परिसर के बाहर एके-47 से हत्या.
– 2001 में पटना में गिन्नी मोटर्स बोरिंग रोड पर बमबारी, एके-47 से फायरिंग
– लखीसराय में पुलिस के साथ हुआ था मुठभेड़.
– वर्ष 2014 में एक विधायक के इशारे पर बिहटा में राजू बिल्डर के अपहरण में किया था सहयोग.
– 2015 में कोलकाता में न्यू टाउन एरिया में दो बड़े बिल्डरों की हत्या को दिया था अंजाम, सीबीआइ को थी तलाश.
– वर्ष 2018 में गर्दनीबाग दीना गोप हत्याकांड में हथियार का कराया सौदा.
– 2018 दीघा में रंजीत मुखिया की हत्या में भी रही भूमिका.
ये हुआ बरामद
एक पिस्टल, चार जिंदा कारतूस, 8 मोबाइल फोन.

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